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BYJU’s का घाटे को सनसनीखेज बनाने का आरोप, कहा- फाइनेंशियल रिपोर्ट ‘Brahmastra’ के बाद दूसरा ब्लॉकबस्टर

एडटेक यीूनिकॉर्न कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बायजू रवीन्द्रन ने कहा कि पिछले पांच महीनों में शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत इकाई ने प्रत्येक में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया है.

BYJU’s का घाटे को सनसनीखेज बनाने का आरोप, कहा- फाइनेंशियल रिपोर्ट ‘Brahmastra’ के बाद दूसरा ब्लॉकबस्टर

Wednesday September 21, 2022 , 4 min Read

देश की दिग्गज एजुकेशनल-टेक्नोलॉजी (एडटेक) कंपनी BYJU'S की को-फाउंडर दिव्या गोकुलनाथ ने एक लिंकडिन पोस्ट में मंगलवार को कहा कि कंपनी के फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के ऑडिटेड फाइनेंशियल रिपोर्ट को केवल घाटे पर केंद्रित कर उसे सनसनीखेज बनाया गया.

गोकुलनाथ ने बायजू के रिजल्ट की तुलना बॉलीवुड फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' (Brahmastra) की रिलीज से की. उन्होंने कहा कि ब्रह्मास्त्र के बाद इस साल की दूसरी ब्लॉकबस्टर रिलीज, बायजू के वित्तीय परिणाम थे. मैंने अभी तक ब्रह्मास्त्र नहीं देखा है, लेकिन मुझे BYJU के परिणामों के बारे में पता है. क्योंकि, इसके निदेशक के रूप में, मैं इसके निर्माण में शामिल थी.

उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि आपने हमारे रिजल्ट 'देखे' होंगे. लेकिन क्या आपने पूरी तस्वीर देखी है? क्योंकि फिल्म समीक्षाओं की तरह, 280 शब्द पढ़ने वाले इस युग में सच्चाई से अधिक क्लिक सनसनीखेज में मिलता है.

वहीं, बायजू अपने कर्मचारियों से कहा है कि स्टार्टअप कंपनी ने प्रॉफिटेबल ग्रोथ की ओर ध्यान देना शुरू कर दिया है. कंपनी ने कहा कि दो अरब डॉलर की आय अब हमारी पहुंच में है. वित्त वर्ष 2020-21 में 4,564 करोड़ रुपये के नुकसान की सूचना के कुछ दिन बाद कंपनी ने यह बात कही है.

एडटेक यूनिकॉर्न कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बायजू रवीन्द्रन ने कहा कि पिछले पांच महीनों में शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत इकाई ने प्रत्येक में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया है. यह के12 (किंडरगार्टन से 12वीं कक्षा) खंड में दो प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मुकाबले लगभग 20 गुना है.

उन्होंने कर्मचारियों को लिखा है, ‘‘वित्त वर्ष 2022-23 और उसके बाद हम दक्षता के साथ वृद्धि हासिल करेंगे. यह कंपनी के रूप में हमें स्थिरता प्रदान करेगा. हमने पहले ही लाभ वाली वृद्धि पर ध्यान देना शुरू कर दिया है. कुल मिलाकर सोच अधिकतम प्रभाव के साथ संसाधनों का प्रभावी तरीके से आवंटन है.’’

रवीन्द्रन ने कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून तिमाही अबतक की सबसे अच्छी तिमाही रही है. वास्तव में पिछले पांच महीने में प्रत्येक में 1,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है. इसका मतलब है कि दो अरब डॉलर की आय पहुंच में है.’’

FY21 में BYJU's को 4588 करोड़ का घाटा

बता दें कि, पिछले कई महीनों से विवादों में घिरी बायजू BYJU'S ने आखिरकार कई महीने की देरी बाद अपना ऑडिटेड फाइनेंशियल अकाउंट जारी किया और यह कंपनी को हुए भारी नुकसान को दिखाता है. कंपनी का 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष का घाटा 19 गुना बढ़कर 4,588 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी को वित्त वर्ष 2019-20 में 231.69 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.

हालांकि, इसके बावजूद बायजू के को-फाउंडर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बायजू रविंद्रन ने बताया कि हालांकि, पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में हमारा राजस्व चार गुना होकर 10,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.

कंपनी ने अपना IPO भी 2023 के अंत तक के लिए टाल दिया है जबकि अपने 200 सेंटर्स को इस साल के अंत तक बढ़ाकर 500 करने का लक्ष्य है. बायजू की आने वाले वर्ष में कुल 10,000 और शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना है. वर्तमान में कंपनी में लगभग 50,000 कर्मचारी कार्यरत हैं.

BYJU's का विवादों से नाता

देश की सबसे वैल्यूएबल स्टार्टअप BYJU'S की कुल वैल्यूएशन 23 अरब डॉलर (18.33 खरब रुपये) है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में बायजू की फंडिंग गायब होने का दावा किए जाने के बाद जुलाई में कांग्रेस सांसद कार्ति पी. चिदंबरम ने देश के फ्रॉड रेगुलेटर को पत्र लिखकर BYJU'S के फाइनेंसेस की जांच करने की मांग की थी. इसके बाद कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) ने कंपनी से जवाब मांगा था कि उसने फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के लिए अपनी ऑडिट रिपोर्ट अभी तक क्यों फाइल नहीं की है.


Edited by Vishal Jaiswal