BYJU’S ग्रुप के एडटेक स्टार्टअप Toppr ने एक साथ 1100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
बायजूस BYJU'S समूह की इकाई टॉपर के बर्खास्त कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें सोमवार को कंपनी से ‘कॉल’ आया और इस्तीफा देने को कहा गया. ऐसा नहीं करने पर बिना नोटिस के नौकरी से हटाने की बात कही गयी.
देश की एजुकेशन-टेक्नोलॉजी (एडटेक) कंपनी बायजूस
समूह की इकाई टॉपर ने इस सप्ताह 1,100 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया है. यह कंपनी के कुल कार्यबल का करीब 36 प्रतिशत है. निर्णय से प्रभावित कुछ कर्मचारियों ने यह जानकारी दी है.टॉपर के बर्खास्त कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें सोमवार को कंपनी से ‘कॉल’ आया और इस्तीफा देने को कहा गया. ऐसा नहीं करने पर बिना नोटिस के नौकरी से हटाने की बात कही गयी.
कंपनी के एक कर्मचारी ने बताया, ‘‘मैं रसायन शास्त्र विषय पढ़ाता हूं. मेरी पूरी टीम की छंटनी कर दी गयी है. टॉपर ने इस्तीफा देने को वालों को एक महीने का वेतन देने का वादा किया. ऐसा नहीं करने वालों को कोई वेतन नहीं दिया जाएगा.’’
एक अन्य कर्मचारी, जिसे टॉपर ने हटा दिया है, ने कहा कि इस साल की शुरुआत में हयात सहित शीर्ष प्रबंधन द्वारा सभी को आश्वासन दिया गया था कि कंपनी में कर्मचारियों के लिए उच्च विकास का अवसर है.
हालांकि, देशभर में ऑफलाइन कक्षाएं फिर से शुरू होने के बाद हमें कम कारोबार के बारे में कुछ संकेत मिल रहे हैं. मैंने व्हाइटहैट जूनियर में भी काम किया है. ऑनलाइन शिक्षा ऑफलाइन कक्षा से मेल नहीं खा पा रही है.
टॉपर के सह-संस्थापक जीशान हयात को उनके व्हाट्सएप पर सवाल भेजकर इस बारे में जानकारी मांगी गयी, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. बायजू ने टॉपर का पिछले साल जुलाई में 15 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण किया था.
बता दें कि, बायजूस समूह की कंपनी टॉपर में छंटनी की यह कार्रवाई ऐसे समय में सामने आई है जब कि दो दिन पहले मंगलवार को बायजूस समूह की एक अन्य कंपनी व्हाइटहैट जूनियर ने अपने 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक, इस साल भारतीय स्टार्टअप्स ने 10,538 इंप्लॉईज की छंटनी की है. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि छंटनी किए गए इंप्लॉईज़ को एक महीने की सैलरी दी गई है.
इस साल
, , , , और जैसी कई अन्य एडटेक कंपनियों ने कुल मिलाकर हजारों लोगों की छंटनी की है.मई में, वेदांतु ने एक सप्ताह में 624 फुलटाइम और कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारियों की छंटनी की, जिसके पहले 1,000 लोगों को Unacademy से हटा दिया गया था. जून में, इंफो एज समर्थित उदय ने कहा कि यह बंद हो रहा है क्योंकि ऑनलाइन सीखने की मांग घट रही है.