स्टार्टअप का दौर! फ़िल्मी और खेल सितारे भी नहीं किसी से पीछे
हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल की एक स्टडी के मुताबिक़, 10 में से 9 स्टार्टअप्स फ़ेल हो जाते हैं और 50 प्रतिशत स्टार्टअप्स ऐसे होते हैं, जो लॉन्च के 5 साल के भीतर उन्हें अपने ऑपरेशन बंद करने पड़ते हैं। इतना ही नहीं, 70 प्रतिशत स्टार्टअप्स ऐसे हैं, जो 10 साल में अपने ऑपरेशन्स बंद कर देते हैं।
स्टार्टअप्स में इनवेस्ट करने वालों सितारों की फ़ेहरिस्त काफ़ी लंबी है। आलिया भट्ट, विराट कोहली, जैकलीन फ़र्नांडीस, युवराज सिंह, सनी लियोनी, राणा डग्गुबाती, शिल्पा शेट्टी और ऋतिक रोशन जैसे कई बड़े नाम इस लिस्ट का हिस्सा हैं।
पिछले एक दशक से भी अधिक समय को अगर स्टार्टअप का दौर कहा जाए तो यह ग़लत नहीं होगा। कुछ नया और बेहतर करने की चाह में न सिर्फ़ देश के आम युवा बल्कि बॉलिवुड ऐक्टर और ऐक्ट्रेसेज़ भी लगातार स्टार्टअप्स शुरू कर रहे हैं या फिर अच्छे आइडियाज़ में इनवेस्ट कर रहे हैं। क्या वजह है, जो बी-टाउन भी स्टार्टअप्स की फ़ैंटेसी से अछूता नहीं है?
क्लब सोडा से हेयर ऑयल और जूतों से लेकर टूथपेस्ट तक, बॉलिवुड स्टार्स तरह-तरह के प्रोडक्ट्स का प्रमोशन करते रहते हैं, लेकिन कुछ समय पहले तक इन ब्रैंड्स में बॉलिवुड सितारों द्वारा इनवेस्टमेंट की बात आम नहीं थी, लेकिन अब धीरे-धीरे ट्रेंड बदल रहा है। पिछले कुछ सालों में क्रिकेटर्स और मूवी स्टार्स, दोनों ही का रुझान स्टार्टअप्स की ओर लगातार बढ़ा है।
स्टार्टअप्स में इनवेस्ट करने वालों सितारों की फ़ेहरिस्त काफ़ी लंबी है। आलिया भट्ट, विराट कोहली, जैकलीन फ़र्नांडीस, युवराज सिंह, सनी लियोनी, राणा डग्गुबाती, शिल्पा शेट्टी और ऋतिक रोशन जैसे कई बड़े नाम इस लिस्ट का हिस्सा हैं।
क्रिकेटर युवराज सिंह ‘यू वी कैन वेंचर्स’ नाम से एक इनवेस्टमेंट फ़र्म चला रहे हैं, जो शुरूआती स्तर पर बिज़नेस वेंचर्स में निवेश की मदद करती है। 2011 में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को मात देने के बाद युवराज ने ‘यू वी कैन फ़ाउंडेशन’ की शुरूआत की थी और कैंसर रिसर्च और ट्रीटमेंट के क्षेत्र में सकारात्मक मुहिम का आग़ाज़ किया था।
युवराज ने 2015 की शुरूआत में ही यह घोषणा कर दी थी कि वह आने वाले तीन से पांच सालों में अलग-अलग स्टार्टअप्स में 40-50 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। यू वी कैन वेंचर्स, अभी तक ऑनलाइन ब्यूटी सर्विस वेंचर वायोमो, लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप मूवो, हेल्थ-केयर स्टार्टअप हेल्दियन्स, एडटेक स्टार्टअप एडुकार्ट और ऑनलाइन मार्केटप्लेस जेट सेट गो जैसी कई कंपनियों में निवेश कर चुका है।
इस साल ही योर स्टोरी ने युवराज सिंह से मुलाकात की थी और बातचीत के दौरान युवराज ने कहा था, "एक ऑन्त्रप्रन्योर के पास ज़िंदगी में बहुत कुछ करने की छूट और मौका होता है। आप ज़िंदगी के विभिन्न पहलुओं की ओर खुली सोच के साथ देख पाते हैं।"
जब भी सेलेब्रिटीज़ द्वारा स्टार्टअप्स में इनवेस्टमेंट के मुद्दे पर बातचीत होती है तो एक सवाल आमतौर पर उठता है कि ये सितारे रियल स्टेट या स्टॉक्स जैसे परंपरागत और सुरक्षित क्षेत्रों में निवेश करने की बजाय नए आइडियाज़ पर निवेश करने का जोख़िम क्यों उठाते हैं? हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल की एक स्टडी के मुताबिक़, 10 में से 9 स्टार्टअप्स फ़ेल हो जाते हैं और 50 प्रतिशत स्टार्टअप्स ऐसे होते हैं, जो लॉन्च के 5 साल के भीतर उन्हें अपने ऑपरेशन बंद करने पड़ते हैं। इतना ही नहीं, 70 प्रतिशत स्टार्टअप्स ऐसे हैं, जो 10 साल में अपने ऑपरेशन्स बंद कर देते हैं।
आमतौर पर सेलेबिट्रीज़ ऐसे स्टार्टअप्स में ही निवेश करते हैं, जो उनके प्रोफ़ेशन या पर्सनाल्टी से तालमेल रखता हो। आपके सामने ऐसी ही एक और हस्ती का उदाहरण रखते हैं, राणा डग्गुबाती। योर स्टोरी के साथ बातचीत में राणा ने कहा कि वैसे तो तकनीकी क्षेत्र में उनका काफ़ी रुझान है, लेकिन वह एक ऐसे स्टार्टअप में निवेश को प्राथमिकता देंगे, जो उनके ऐक्टिंग के प्रोफ़ेशन से करीब हो, जैसे कि स्टोरीटेलिंग।
"मैंने हमेशा ही लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने और विकसित करने के लिए एक अच्छा प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराने का समर्थन किया है। हमारे देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस इन प्रतिभाओं को विकसित करने की ज़रूरत है। अगर मुझे सच में किसी आइडिया पर भरोसा होगा तो मैं उसमें अपनी मेहनत और पैसे दोनों ही का निवेश करने से गुरेज़ नहीं करूंगा।" बेंगलुरु में सेंड माय गिफ़्ट नाम से ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस के लॉन्च के बाद ऋतिक रौशन ने यह बात कही थी।
डेट-फ़ाइनैंसिंग फ़ंड अल्टीरिया कैपिटल ने यूनिवर्सल स्पोर्ट्सबिज़ को 30 करोड़ रुपए और फ़िंगरलिक्स को 8.5 करोड़ रुपए का वेंचर डेट दिलाया। ये दोनों ही कन्ज़्यूमर फ़र्म्स हैं। फ़ंड के मैनेजिंग पार्टनर विनोद मुराली विनोद कहते हैं कि पूंजीपतियों ने अब इनवेस्टमेंट की नई अवधारणा अपना ली है, जिसमें स्टार्टअप्स में पैसे लगाना भी शामिल है।
विनोद बताते हैं कि आमतौर पर कन्ज़्यूमर/रीटेल बिज़नेस की ओर ही स्पोर्ट्स और मूवी स्टार्स का आकर्षण होता है। विनोद ने बताया, "मैंने इस साल यूनिवर्सल स्पोर्ट्सबिज़ नाम से एक कंपनी की शुरूआत की, जिसने ब्रैंड्स की इमेज और सेलेब्रिटीज़ की इमेज की बीच कमाल का तालमेल बिठाया।" इस तथ्य के लिए हम विराट कोहली और उनके द्वारा एंडोर्स किए जाने WROGN ब्रैंड का ही उदाहरण ले सकते हैं। कोहली की इमेज मैदान पर और मैदान के बाहर, दोनों ही जगहों पर आक्रामक शख़्स की है और इसलिए वह इस ब्रैंड के लिए सबसे उपयुक्त खेल सितारे हैं।
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