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नींद नहीं आती? तो, ये अपनायें

वजन कम करने के लिए लोग एक समय का खाना स्किप कर देते हैं। मुख्य रूप से ऐसा दिन के समय ही किया जाता है। दिन का खाना न खा कर कुछ लोग ये मानते हैं, कि ऐसा करने से उनके शरीर का वजन कम हो जायेगा, लेकिन वे ये नहीं जानते कि ऐसा करके वे अपनी नींद की सामान्य प्रक्रिया को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

नींद नहीं आती? तो, ये अपनायें

Tuesday March 28, 2017 , 4 min Read

"आज की भागमभाग भरी ज़िंदगी की वजह से सबसे ज्यादा खलल नींद में पड़ा है। अच्छी नींद के लिए अच्छा खाना बेहद ज़रूरी है, ऐसे में शहद कारगर साबित होगी। शहद के सेवन से न सिर्फ रात भर भरपूर नींद लेने के बाद सुबह तरोताजा होगी, बल्कि शहद और भी कई तरीकों से सेहत के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसमें पाये जाते हैं कई तरह के पोषक तत्व।" 

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फोटो साभार: Shutterstocka12bc34de56fgmedium"/>

पोषक तत्वों से भरपूर भोजन नर्वस सिस्टम में मौजूद नींद लाने वाले हार्मोन्स को सक्रीय करता है, जिसकी मदद से रात में अच्छी नींद आती है।

स्वस्थ्य व्यक्ति को एक दिन में 1200 से 1400 कैलोरी की ज़रूरत पड़ती है।

क्या आपको मालूम है कि दिन में खाना न खाने की आदत आपके शरीर को किस तरह बिगाड़ रही है? आमतौर पर वजन कम करने के लिए लोग एक समय का खाना स्किप कर देते हैं। मुख्य रूप से ऐसा दिन के समय ही किया जाता है। दिन का खाना न खा कर कुछ लोग ये मानते हैं, कि ऐसा करने से उनके शरीर का वजन कम हो जायेगा, लेकिन वे ये नहीं जानते कि ऐसा करके वे अपनी नींद की सामान्य प्रक्रिया को नुक्सान पहुंचा रहे हैं।

हाल ही में हुई एक रिसर्च से ये बात सामने आई है, कि नवरात्रों या रमजान के महीने में उपवास या रोजा रखने वाले लोगों नींद में रोजाना औसतन 40 प्रतिशत की कमी आती है। सच तो ये है कि भोजन न करने की वजह से हार्मोन में जो बदलाव होते हैं, उससे इंसानी नींद की प्रक्रिया भी प्रभावित होती है। समय पर खाना न खाने से मेटाबॉलिजम रेट पर भी असर पड़ता है।

शरीर एक ऐसी मशीन है, जो नींद में भी काम करती है। ऐसे में उसे नींद में भी उतनी ही उर्जा की आवश्यकता होती है, जितनी की जागते हुए। ऐसे में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन लेना नींद के लिहाज से बेहतर होता है, क्योंकि ऐसे भोज्य पदार्थ नींद में भी उर्जा प्रदान करते हैं।

यदि शरीर की ज़रूरत के हिसाब से कैलोरी ली जाये तो वह हार्मोन में संतुलन बैठाकर रात में अच्छी नींद के लिए जिम्मेदार न्यूरोट्रांसमीटर को निर्देश देता है। यदि प्रतिदिन के हिसाब से शरीर को 1200 कैलोरी से कम कैलोरी मिले तो ऐसे में नींद प्रभावित होती है।

शहद के सेवन करने से न सिर्फ रात भर भरपूर नींद लेने के बाद सुबह तरोताजा होगी, बल्कि शहद और भी कई तरीकों से सेहत के लिए फायदेमंद है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाये जाते हैं। 

शरीर में कम कैलोरी जाने से शरीर ज़रूरी पोषाहार से वंचित हो जाता है। यही नहीं, हाइ फैट फूड पाचन क्रिया को नुकसान भी पहुंचाते हैं, जिसका नतीजा ये होता है कि बिस्तर पर जाने के बाद बहुत देर तक नींद नहीं आती। कुछ दिन पहले हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई थी, कि जो लोग रात में चावल खाते हैं, उन्हें रात में चावल न खाने वाले लोगों की अपेक्षा जल्दी और अच्छी नींद आती है। दरअसल जिस भोजन में ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है (जैसे चावल), वे शरीर में ट्रिपटोफैन अमीनो एसिड बढ़ाता है और उसकी वजह से नींद अच्छी आती है। लेकिन इन सबके साथ ससे आवश्यक है कि खाना भी सही समय पर खाया जाये।

रात का खाना हमेशा 8 से 9 के बीच खा लेना नींद और सेहत दोनों के हिसाब से बेहतर रहता है। किसी भी हाल में 9:30 तक खाना हर हाल में खा लेना चाहिए। विटामिन बी, कैल्शियम, जिंक युक्त खाना खाने से भी अच्छी नींद आती है। केला, ओटमील, गुनगुने दूध और शहद को भी नींद का दोस्त माना जाता है। शहद से मिलने वाला ग्लूकोज दिमाग को निर्देश देता है कि वह न्यूरोट्रांसीटर औरेक्सिन को अॉफ कर दे। दरअसल, औरेक्सिन दिमाग को सावधान रखने का काम करता है और कैफीन को नींद का दुश्मन माना जाता है। इसलिए कैफीन से एक खास दूरी बनाकर रखें।