सियाचिन ग्लेशियर में पहली बार एक महिला सैन्य अधिकारी की तैनाती, नाम है कैप्टन शिवा चौहान
कारकोरम रेंज में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है.
सेना की इंजीनियर कोर की कैप्टन शिवा चौहान (Captain Shiva Chauhan) को सियाचिन ग्लेशियर में अग्रिम पंक्ति की चौकी में तैनात किया गया है. दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र में किसी महिला सेना अधिकारी की यह इस तरह की पहली अभियानगत तैनाती है. न्यूज एजेंसीज के मुताबिक, सेना के अधिकारियों का कहना है कि शिवा चौहान को सोमवार को सियाचिन में लगभग 15,600 फुट की ऊंचाई पर स्थित कुमार चौकी में तीन महीने के लिए तैनात किया गया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राजस्थान निवासी कैप्टन शिवा चौहान एक ‘बंगाल सैपर’ अधिकारी हैं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा उदयपुर से पूरी की है और एनजेआर प्रौद्योगिकी संस्थान, उदयपुर से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है. जब वह 11 साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था. उनकी मां ने उनकी पढ़ाई का ध्यान रखा. उनके मन में बचपन से ही भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने की इच्छा थी और अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए), चेन्नई में प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने अद्वितीय जोश दिखाया. मई 2021 में उन्हें इंजीनियर रेजिमेंट में नियुक्त किया गया.
शिवा चौहान इंडियन आर्मी फायर एंड फ्यूरी सैपर्स हैं. इसे आधिकारिक तौर पर 14वां कॉर्प्स कहा जाता है. इसका हेडक्वार्टर लेह में है. फायर एंड फ्यूरी सैपर्स की तैनाती चीन-पाकिस्तान की सीमाओं पर होती है. साथ ही ये सियाचिन ग्लेशियर की रक्षा करते हैं.
दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है सियाचिन
सेना ने कहा कि कैप्टन चौहान दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र में अभियानगत रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं. कारकोरम रेंज में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जहां सैनिकों को भीषण ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है. इससे पहले, महिला अधिकारियों को यूनिट के साथ उनकी नियमित पदस्थापना के हिस्से के रूप में लगभग 9,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन बेस कैंप में तैनात किया गया है.
1 महीने की कड़ी ट्रेनिंग
सेना ने एक बयान में कहा, ‘भारतीय सेना के लिए यह गर्व का क्षण था जब कैप्टन शिवा चौहान अन्य कर्मियों के साथ सियाचिन बैटल स्कूल में एक महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में अभियानगत रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं.’ उन्होंने भारतीय सेना के पुरुष कर्मियों के साथ प्रशिक्षण लिया.
रक्षा मंत्री ने दीं शुभकामनाएं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कैप्टन चौहान को अपनी शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘शानदार समाचार! सशस्त्र बलों में और अधिक महिलाओं को शामिल होते देख और उन्हें हर चुनौती का डटकर सामना करते हुए देखकर मैं बेहद खुश हूं. यह एक उत्साहजनक संकेत है. कैप्टन शिवा चौहान को मेरी शुभकामनाएं.’
एक अधिकारी ने कहा, ‘विभिन्न चुनौतियों के बावजूद, कैप्टन शिवा ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा किया और सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हो गईं.’ सेना ने कहा कि कैप्टन शिवा चौहान के नेतृत्व में सैपर्स की टीम कई युद्ध इंजीनियरिंग कार्यों के लिए जिम्मेदार होगी और तीन महीने की अवधि के लिए वह चौकी में तैनात रहेंगी.
Edited by Ritika Singh