4 लाख पेशेवरों को कुशल बनाने के लिए केन्द्र सरकार ने दी मंजूरी, 436 करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार
"सरकार ने पेशेवर लोगों के लिए फ्यूचर स्किल्स प्राइम कार्यक्रम की घोषणा की। पेशेवर लोगों को कुशल बनाने के लिए 436 करोड़ रुपये की घोषणा। साइबर सुरक्षा का दिया जाएगा प्रशिक्षण।"
केंद्र सरकार ने बुधवार को अगले तीन सालों में 4 लाख पेशेवरों को आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन और साइबर सुरक्षा जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में कौशल का प्रशिक्षण देने के लिए 436 करोड़ रुपये की राशि खर्च करने की घोषणा की है।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और सॉफ्टवेयर कंपनियों का संगठन NASSCOM मिलकर ''फ्यूचर स्किल्स प्राइम टाइम'' नाम से एक कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे, जिसके जरिए देश में मौजूद प्रतिभाओं में डिजिटल प्रौद्योगिकी के महत्व को बढ़ाऐंगे। इस कार्यक्रम के सुचारू होने से रोजगार में बढ़ोतरी होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
केन्द्र सरकार में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने संवाददाताओं को बताया,
"इस कार्यक्रम से रोजगार में वृद्धि होगी। यह देश में मौजूद प्रतिभाओं में डिजिटल प्रौद्योगिकी के महत्व को बढ़ाएगा।"
उन्होंने आगे कहा,
"सरकार ने इस कार्यक्रम के लिए 436 करोड़ रुपये के व्यय को मंजूरी दी है। पिछले चरण में, कौशल कार्यक्रम के तहत दो लाख आईटी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया था।"
भारत ऐसे समय में डिजिटल कौशल को बढ़ाने में तेजी ला रहा है जब कहा जा रहा है कि 2030 तक दुनिया भर में 9 करोड़ कुशल लोगों की जरूरत होगी। देश की दिग्गज आईटी कंपनियों ने इस चुनौती को देखते हुए अपने कर्मचारियों को नए प्रौद्योगिकी के बारे में सिखाने और फिर से कुशल बनाने के लिए हर साल 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है।
ऐसे में कहा जा सकता है कि सरकार की यह पहल उद्योग की जरूरतों और सरकारी मानकों के अनुरूप शिक्षार्थियों के मूल्यांकन और प्रमाणन को भी सक्षम बनाएगी। इसके अलावा, प्रत्येक शिक्षार्थी को एक स्किल पासपोर्ट भी मिलेगा, जहां शिक्षार्थी द्वारा अधिग्रहित योग्यताएं संचित हो जाएंगी, और एक स्किल वॉलेट, जहां उसे भारत सरकार से प्रमाणन के लिए प्रोत्साहन के रूप में 12,000 रुपये तक प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हैदराबाद में फरवरी 2018 में शुरू की गई, फ्यूचर स्किल्स इनिशिएटिव का उद्देश्य उभरती प्रौद्योगिकियों और आईटी भूमिकाओं में आईटी उद्योग के कर्मचारियों को फिर से भरना है।