चीनी सरकार ने बोला बड़ा झूठ! कोरोना वायरस ला सकता है महाप्रलय
चीनी सरकार द्वारा कोरोना वाइरस से हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर अब बहस जारी है। चीनी टेक कंपनी द्वारा कुछ समय के लिए जारी किए गए आंकड़े कुछ और ही हालात बयां कर रहे हैं।
चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच एक नई रिपोर्ट सामने आई है जिसमें ये दावा किया गया है कि आधिकारिक तौर पर रिपोर्ट की गई मौतों की तुलना में वास्तविक मौतों की संख्या काफी अधिक हो सकती है। गुरुवार की सुबह तक वुहान से शुरू हुई इस महामारी से 560 मौतें दर्ज की गई थीं, जबकि अन्य 28,000 लोगों को इस घातक वाइरस से संक्रमित बताया गया था।
लेकिन अब ताइवान न्यूज़ की रिपोर्ट बताती है कि वायरस बहुत अधिक गंभीर हो सकता है। चीनी टेक समूह टेनसेंट से एक कथित लीक का हवाला देते हुए रिपोर्ट ने संकेत दिया कि कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की कुल संख्या पहले ही 24,589 हो गई थी। यह आंकड़ा आधिकारिक तौर पर पुष्टि की गई मौतों से कहीं ज्यादा है।
ताइवान न्यूज़ के अनुसार यह डेटा टेंसेंट से आया है। कंपनी ने इसे "एपिडेमिक सिचुएशन ट्रैकर" नाम के अपने वेबपेज पर साझा किया था। कंपनी की इस गलती से यह खुलासा हुआ कि चीन में कोरोना फैलने की वास्तविक सीमा क्या हो सकती है।
हालांकि इन आंकड़ों को प्रकाशित करने के बाद कुछ समय के भीतर ही टेंसेंट ने अपने वेबपेज पर सरकार द्वारा जारी आधिकारिक डाटा अंकित कर दिया है।
डब्लूएचओ के अनुसार कोरोना वायरस के प्रकोप की खबर सबसे पहले 31 दिसंबर 2019 को चीन के वुहान से आई थी। तब से महामारी वैश्विक तटों तक फैल गई है और इसने दुनिया भर में व्यापार और यात्रा को प्रभावित किया है।
इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई वैश्विक दिग्गज और बड़े उद्यमी भी आगे आए हैं, जो प्रकोप का पता लगाने, इलाज और उपचार में सहायता के लिए बड़ी राशि का दान भी कर रहे हैं।
इन व्यक्तियों और कंपनियों में वैश्विक स्तर के कुछ नाम जैसे कि अलीबाबा के संस्थापक जैक मा, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और चीनी टेक कंपनियां बाइटडांस, टेनसेंट और हुआवे आदि शामिल हैं।