फंडिंग प्लेटफॉर्म GetVantage से 40 करोड़ रुपये से अधिक जुटा रहे क्लीनटेक स्टार्टअप, जानिए यह कैसे करता है काम
मुंबई स्थित GetVantage की स्थापना साल 2019 में फिनटेक आन्त्रप्रेन्योर भाविक वसा और टेक एंड ऑपरेशंस सेक्टर के दिग्गज अमित श्रीवास्तव ने की थी. यह देश में अल्टरनेटिव फाइनेंस (Alt-Fi) के रूप में तेजी से आगे बढ़ रहा है.
रिवेन्यू बेस्ड फाइनेंसिंग (RBF) और फाउंडरों के ग्रोथ प्लेटफॉर्म
प्लेटफॉर्म्स से ब्लूस्मार्ट, चार्जजोन, इमोटराड, बायोफ्यूल और वर्व रिन्यूएबल्स जैसी कंपनियों ने अकेले पिछली तिमाही में 40 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल की है.GetVantage ने क्लीनटेक को एक प्राथमिकता वाले सेक्टर के रूप में वर्गीकृत किया है. यह इलेक्ट्रिक व्हिकल (EVs), क्लाइमेट टेक और अन्य ग्रीन टेक सॉल्यूशंस के सेक्टर में काम करने वाले आन्त्रप्रेन्योर्स को जोड़ने पर फोकस कर रहा है. उन्हें वह फाउंडर फ्रेंडली बनाने के साथ इक्विटी फ्री फंडिंग का भी ऑप्शन दे रहा है.
ऐसे हुई थी शुरुआत
मुंबई स्थित GetVantage की स्थापना साल 2019 में फिनटेक आन्त्रप्रेन्योर भाविक वसा और टेक एंड ऑपरेशंस सेक्टर के दिग्गज अमित श्रीवास्तव ने की थी. यह एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो तमाम स्टार्टअप और बिजनेस को फंडिंग मुहैया कराता है. GetVantage का मतलब है हर बिजनेस को एडवांटेज देना, हर बिजनेस को एक अलग नजरिया देना. भाविक हर बिजनेस फाउंडर्स को बोलते हैं- 'गेट फंडेड, गेट वैंटेज'.
यह देश में अल्टरनेटिव फाइनेंस (Alt-Fi) के रूप में तेजी से आगे बढ़ रहा है. कंपनी के पास 400 से अधिक बिजनेसों का पोर्टफोलियो है. कंपनी अब बी2बी सास (B2B Saas) और क्लीनटेक जैसे सेक्टरों की कंपनियों को भी इस साल से जोड़ रही है. हालांकि, GetVantage ने खुद क्लीनटेक (CleanTech) बिजनेसों के लिए खुद को एक वैकल्पिक फंडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में अच्छी तरह से स्थापित कर लिया है.
यह प्लेटफॉर्म मार्केटिंग, इंवेंटरी, लॉजिस्टिक्स और बी2बी सास, इ-कॉमर्स, डी2सी, एडटेक, क्लाउड किचंस और कई अन्य सेक्टर्स में नॉन डाइल्यूटिव वर्किंग कैपिटल मुहैया कराता है. कंपनी के प्लेटफॉर्म पर 9000 से अधिक रजिस्टर्ड साइनअप्स हैं जबकि इसके पास 400 से अधिक न्यू एज बिजनेसों का इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो है.
क्या है बिजनस मॉडल?
स्टार्टअप्स को सिर्फ GetVantage की वेबसाइट पर जाकर अपने मार्केटप्लेट, मार्केटिंग और रेवेन्यू अकाउंट को उनके डैशबोर्ड से कनेक्ट करना होगा. इसके बाद 48 घंटे के अंदर फंडिंग का ऑफर आ जाएगा और 5 दिनों में पैसे भी भेज दिए जाएंगे. अब तक करीब 7000 बिजनेस इस प्लेटफॉर्म पर फंडिंग के लिए अप्लाई कर चुके हैं और 350 से भी ज्यादा बिजनेस को फंडिंग की जा चुकी है. कंपनी ने जितने लोगों को फंडिंग दिलाई है, उनमें 40 फीसदी तो सिर्फ महिलाएं हैं.
2030 तक क्लीनटेक मार्केट 720 खबर तक पहुंचने का अनुमान
इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के अनुसार, क्लीनटेक का ग्लोबल मार्केट साल 2022 में 101 खरब रुपये (122 अरब डॉलर) से बढ़कर साल 2030 तक 720 खरब रुपये (870 अरब डॉलर) तक पहुंच सकता है. इसका कारण है कि कस्टमर्स तेजी से सस्टेनेबल सॉल्यूशंस को अपना रहे हैं.
Edited by Vishal Jaiswal