कोरोना से जंग: सरकार की मदद को आगे आए आनंद महिंद्रा, कहा- जरूरत पड़ी तो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में बनाएंगे अस्थाई वेंटिलेटर, प्रभावित छोटे कारोबारियों की मदद के लिए भी बनाया फंड
कोरोना वायरस (COVID-19) भारत में तेजी से फैलने लगा है। इसे रोकने के लिए सरकार ने ऐहतियातन 31 मार्च तक देश में सभी ट्रेनों, मेट्रो, अंतरराज्यीय बसों को बंद करते हुए कोरोना संक्रमित 75 जिलों को पूरी बंद कर दिया है। राजस्थान और पंजाब सहित कई राज्यों की सीमाएं सील कर दी गई हैं। हालांकि सिर्फ सरकार के करने से ही कुछ नहीं होगा।
कोरोना से लड़ने के लिए आम लोगों को भी सहयोग करना होगा। इसकी बानगी 'जनता कर्फ्यू' के दौरान दिखी। लोग घरों से बाहर नहीं निकले और जनता कर्फ्यू को पूरा समर्थन दिया। लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार के प्रयासों में कोई कमी नहीं आए, इसे सुनिश्चित करने के लिए देश के नामी बिजनेसमैन और महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा सरकार की मदद के लिए आगे आए हैं।
आनंद महिंद्रा ने कहा कि जिस गति से पिछले दिनों देश में कोरोना के केस बढ़े हैं, उसे देखते हुए लगता है कि भारत में कोरोना तीसरे स्टेज में आ चुका है। इस तेजी से बढ़ने वाले खतरे को रोकने के लिए महिंद्रा ग्रुप अपनी निर्माण सुविधाओं (मैन्युफैक्चरिंग फैसलिटीज) को अस्थाई वेंटिलेटर बनाने पर तुरंत काम करेगा।
उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने लिखा,
'अगर जानकारों की कई रिपोर्ट्स की मानें तो यह संभव है कि भारत में कोरोना ट्रांसमिशन के तीसरे स्टेज में आ चुका है। ऐसे में लाखों कैजुअलिटीज के साथ केस तेजी से बढ़ सकते हैं। तेजी से बढ़े केसों के कारण देश का मेडिकल इन्फास्ट्रक्चर एकदम से चरमरा सकता है। अगले कुछ हफ्तों तक होने वाले लॉकडाउन कोरोना का प्रभाव को कम करेंगे और मेडिकल केयर पर दवाब को भी कम करने में मदद करेंगे।'
उन्होंने आगे लिखा,
'इस खतरे से लड़ने के लिए महिंद्रा ग्रुप अपनी सभी निर्माण सुविधाओं (मैन्युफैक्चरिंग फैसलिटीज) को अस्थाई वेंटिलेटर बनाने पर तुरंत काम करना शुरू करेगा। हमारे सभी महिंद्रा रिसॉर्ट्स अस्थाई तौर पर मेडिकल फैसिलिटी के लिए उपलब्ध रहेंगे। हमारी प्रोजेक्ट टीम अस्थाई तौर पर मेडिकल वेटिंलेटर जैसी सुविधाएं तैयार करने के लिए सरकार और आर्मी की मदद करने के लिए हमेशा तैयार है।
आनंद महिंद्रा ने आगे लिखा कि इस वायरस के कारण प्रभावित हुए छोटे कारोबारियों और स्वरोजगार वाले लोगों को जो नुकसान होगा, उसकी भरपाई के लिए महिंद्रा फाउंडेशन एक फंड बनाएगा। हम एसोसिएट्स को इस फंड में स्वैच्छिक योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। मैं इसमें अपनी सैलरी का 100 फीसदी योगदान दूंगा और आने वाले कुछ महीनों में इसमें और अधिक अंशदान करूंगा।
आनंद महिंद्रा के इस ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर तारीफ हो रही है। लोगों ने उनकी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बाकी उद्योगपतियों को भी सरकार की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
पेटीएम फाउंडर विजय शेखर ने भी ट्वीट कर कहा कि वे ऐसी टीमों को 5 करोड़ रुये देंगे जो कोरोना से लड़ने के लिए मेडिकल सॉल्यूशंस पर काम कर रही है। इनमें अस्थाई वेंटिलेटर बनाने से लेकर कोविड से लड़ने के बाकी समाधान शामिल हैं। मालूम हो, पिछले तीन दिनों में कोरोना पीड़ितों का ग्राफ एकदम से ऊपर चला गया है। कोविड-19 के कारण देश में सात मौतें हो चुकी हैं और 350 के करीब लोग इसकी चपेट में हैं। इस वायरस ने पूरे देश को 'बंद' कर दिया है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने ट्वीट कर बताया कि सरकार के नियमों का पालन करते हुए मेट्रो सेवाओं को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। वहीं महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 'जनता कर्फ्यू' की सीमा रात 9 बजे से बढ़ाकर अगले दिन तक कर दी है। इसके अलावा देश की राजधानी दिल्ली में 31 मार्च तक के लिए धारा-144 लगा दी गई है।