कोरोना वायरस : महिलाओं ने स्थगित किया सीएए विरोधी धरना, पंजाब में कर्फ्यू लागू, कश्मीर में प्राधिकारियों ने लागू किया बंद, मेघालय में 12वीं की परीक्षा रद्द
लखनऊ, सीएए और एनआरसी के खिलाफ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ऐतिहासिक घंटा घर पर धरने पर बैठीं महिला प्रदर्शनकारियों ने कोरोना वायरस के मद्देनजर अपना धरना स्थगित कर दिया है।
महिला प्रदर्शनकारियों ने पुलिस आयुक्त को भेजे एक पत्र में कहा कि वे 66 दिन पुराना अपना धरना कोरोना वायरस के मद्देनजर अस्थाई रूप से स्थगित कर रही हैं।
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि सरकार की ओर से लगाया गया लॉकडाउन समाप्त होने के बाद वे पुनः घंटा घर पर वापस लौटेंगी।
उल्लेखनीय है कि ये महिलाएं सीएए और एनआरसी के खिलाफ घंटाघर पर लगातार धरना दे रही थी।
पंजाब में कर्फ्यू लागू
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सोमवार को कर्फ्यू लागू कर दिया। ऐसा बड़ा कदम उठाने वाला देश का यह पहला राज्य है।
अधिकारियों ने बताया कि लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे थे, इसलिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कर्फ्यू की घोषणा की।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा,
‘‘मुख्य सचिव एवं डीजीपी के साथ मिलकर हालात की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री ने बिना किसी ढील के पूर्ण रूप से कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा की है।’’
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
‘‘लोग अब भी बड़ी संख्या में घरों से निकल रहे थे इसलिए कर्फ्यू लागू किया गया। इसका मकसद लोगों को घरों में रखना है।’’
प्रवक्ता ने बताया कि उपायुक्तों को आवश्यक आदेश देने को कहा गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि यदि कोई प्रतिबंध से छूट चाहता है तो उसे एक तय अवधि और काम के लिए यह छूट दी जाएगी।
कश्मीर में प्राधिकारियों ने लागू किया बंद
कश्मीर में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्राधिकारियों ने बंद (लॉकडाउन) लागू करना शुरू कर दिया है।
पुलिस के वाहनों से शहर और अन्य आवासीय इलाकों में सुबह घोषणा की गई कि सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है जिसके तहत लोगों के जमा होने पर रोक है।
लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि वे अपने घरों में ही रहें और बिना किसी जरूरत के बाहर न निकलें।
केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने रविवार को जम्मू-कश्मीर में 31 मार्च तक बंद की घोषणा की थी ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाई जा सके।
स्वास्थ्य सेवा समेत 16 जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को इस प्रतिबंध से छूट है।
अधिकारियों ने बताया कि घाटी में बाजार बंद हैं और सड़कों से सार्वजनिक वाहन नदारद हैं। सिर्फ दवाई और किराने के सामान वाले वाहनों को ही आने-जाने की अनुमति है।
विदेश से यहां आए कश्मीर के 1,100 से ज्यादा लोगों को अस्थायी स्थलों पर पृथक तौर पर रखा गया है।
वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे घाटी से कुछ समय के लिए बाहर न निकलें और जो बाहर हैं, वे यहां न आएं क्योंकि ऐसा करना सुरक्षित नहीं है।
अधिकारियों को कोरोना वायरस प्रभावित देशों से लौट रहे लोगों को पृथक केंद्रों पर रहने के लिए समझाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
कई यात्रियों ने दिल्ली से आने के लिए हवाई मार्ग इस्तेमाल नहीं किया या पृथक होने के डर से अपनी यात्रा संबंधी जानकारी छुपाई।
श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि बैंकॉक, ब्रिटेन, दुबई, बांग्लादेश, कजाखस्तान सहित अन्य देशों से आने वाले 29 लोगों का पता लगाने में स्वास्थ्यकर्मी सफल रहे। इन लोगों ने अपने मार्ग बदल लिए थे या अपनी यात्रा संबंधी जानकारी स्वास्थ्यकर्मियों को नहीं दी थी।
घाटी में अब तक संक्रमण का एक मामला सामने आया है।
मेघालय में 12वीं की परीक्षा रद्द
मेघालय में कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाते हुए 12वीं कक्षा की राज्य की बोर्ड परीक्षा को अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने मेघालय स्कूल शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिया है कि वह बाकी बची परीक्षाओं को आगे का नोटिस आने तक स्थगित कर दे।
बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक टी आर लालू ने बताया कि यह फैसला विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
उन्होंने बताया कि इस सप्ताह सोमवार, मंगलवार और बुधवार को परीक्षा होने वाली थी। वहीं परीक्षा स्थल मूल्यांकन को भी रोक दिया गया है।
अधिकारी ने बताया कि इस साल हायर सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एचएसएसएलसी) ने दो मार्च को परीक्षा शुरू की थी।
परीक्षा में कुल 30,697 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया है।