कोरोना से जंग के लिए सस्ते वेंटिलेटर्स बनाने में जुटा पुणे का यह स्टार्टअप, मारूति और महिंद्रा पहले से कर रही हैं इस दिशा में काम
कोरोना महामारी (COVID-19) से लड़ने के लिए पूरा देश एकजुट है। पिछले कुछ दिनों में देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। उसे देखकर लगता है कि अचानक से केसों की बढ़ती संख्या से देश की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा सकती है। इसकी आशंका देश के जानेमाने बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा पहले ही जता चुके हैं।
यही वजह है कि इस महामारी से लड़ने के लिए महिंद्रा, मारूति सहित कई बड़ी कंपनियां अपने कारखानों में सस्ते वेंटिलेटर बनाने में जुटी हुई हैं। सिर्फ बड़ी कंपनियां ही नहीं बल्कि कुछ स्टार्टअप्स भी हैं जो इस महामारी के खिलाफ जंग में सस्ते वेंटिलेटर्स बनाने में लगे हुए हैं।
पुणे स्थित एक स्टार्टअप भी दिन-रात सस्ते स्टार्टअप्स बनाने में लगा हुआ है। नोका रोबॉटिक्स प्राइवेट लिमिटेड नाम का यह स्टार्टअप कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सस्ती कीमत वाले पोर्टेबल वेंटिलेटर्स बना रहा है। स्टार्टअप के एक फाउंडर निखिल कुर्ले ने बताया,
'हमारा लक्ष्य एक पोर्टेबल वेंटिलेटर बनाने का है। जो वेंटिलेटर हम बना रहे हैं, उसकी कीमत 50,000 रुपये से कम होगी। यह एक पूर्ण विकसित वेंटिलेटर नहीं है। इसमें सिर्फ वे फीचर्स होंगे जो कोरोना मरीजों के लिए जरूरी होते हैं।'
उन्होंने आगे कहा,
'हम पहले बैच में ट्रायल के लिए 10-20 वेंटिलेटर बनाएंगे। फिर उन्हें टेस्ट लेबॉरेट्री और डॉक्टर्स को दिखाएंगे। यह पूर्ण विकसित वेंटिलेटर नहीं होंगे क्योंकि उनकी कीमत 15-20 लाख रुपये होती है। हम इन वेंटिलेटर्स को कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बना रहे हैं। हम कोशिश करेंगे कि इनकी कीमत और कम की जाए। हमारे वेंटिलेटर की फिलहाल बाजार में मौजूद वेंटिलेटर से तुलना करना उचित नहीं है। हमारा लक्ष्य सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए वेंटिलेटर बनाना है।'
इससे पहले महिंद्रा कंपनी भी सस्ते वेंटिलेटर्स बनाने के काम में लग गई है। कंपनी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने इस बारे में जानकारी दी थी। इसके अलावा महिंद्रा चिकित्साकर्मियों के लिए 'खास' फेस शील्ड भी बना रही है। इस बारे में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका ने ट्वीट कर जानकारी दी थी।
मालूम हो, इस वक्त हर कंपनी सरकार के साथ खड़ी है और अपने स्तर पर सहयोग कर रही है। जहां रिलायंस ने मुंबई में 100 बेडों वाला अस्पताल बनवाया है तो वहीं टाटा ट्रस्ट ने 1500 करोड़ की आर्थिक मदद की है। सरकार के पास किसी भी चीज की कोई कमी नहीं हो, इसके लिए हर बिजनेसमैन कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
बात करें कोरोना की तो भारत में पिछले दो दिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी स्पीड से बढ़े हैं। फिलहाल देश में कोरोना के 2014 केस हैं। इनमें सबसे अधिक केस महाराष्ट्र (335), केरल (265) और तमिलनाडु (234) से हैं। देश की राजधानी दिल्ली में भी संक्रमितों की संख्या 150 को पार कर गई है। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या 152 हो गई है।
बुधवार को अमेरिका में कोरोना से एक दिन में 800 से अधिक लोगों की जान गई। अब दुनिया के 9,30,000 से अधिक लोग इस महामारी की चपेट में हैं और इनमें से मरने वालों की संख्या 47,000 हो गई है।