कोरोना वायरस महामारी ने कुछ तरह कराया 50 साल बाद इन दो बहनों का मिलन
1967 में उनके पिता उन्हे अकेले घर पर छोड़कर चले गए थे, जिसके बाद दोनों बहनें अलग हो गईं। बोरो उस समय सिर्फ 6 महीने की थीं।
कोरोना महामारी ने भले ही पूरी दुनिया के लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है, दुनिया में लाखों लोगों ने इस महामारी की चपेट में आकर अपनी जान गंवाई है, वहीं दूसरी ओर इस महामारी ने बचपन में अलग हुई बहनों को आपस में मिलाने का भी काम किया है।
डीआरएसबी न्यूज के अनुसार, डोरिस क्रिप्पन अपनी छोटी बहन बेव बोरो से तब मिलीं जब वे कोविड-19 फ़ैसिलिटी में इस संक्रमण से उबर रही थीं और उनकी बहन वहाँ बतौर नर्स अपनी सेवाएँ दे रही थीं।
नेब्रास्का की रहने वाली 73 वर्षीय डोरिस को अपनी बहन से अलग हुए करीब 50 से अधिक साल हो चुके थे। 53 साल की उनकी बहन बोरो फ्रेमोंट में मेथोडिस्ट हेल्थ के डंकलाऊ गार्डन में काम करती हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते डोरिस के शरीर में कमजोरी आ गई थी और इसके चलते एक दिन वो गिर पड़ी और उनके हाथ में फ्रैक्चर हो गया। उन्हे उपचार के लिए जब अस्पताल लाया गया तब बोरो ने मरीजों की लिस्ट में अपनी बहन का नाम देखते हुए उनकी पहचान की।
1967 में उनके पिता उन्हे अकेले घर पर छोड़कर चले गए थे, जिसके बाद दोनों बहनें अलग हो गईं। बोरो उस समय सिर्फ 6 महीने की थीं।
दोनों का यह खास मिलन अस्पताल में हुआ जब बोरो ने अपनी बड़ी बहन के साथ बात करने के लिए एक व्हाइटबोर्ड का सहारा लिया, क्योंकि उन्हे सुनने में कठिनाई होती है।
दोनों बहनों ने एक दूसरे को खोजने के लिए सालों प्रयास किए हैं और अब वे आपस में अपनी अतीत की लेकर यादें साझा कर रही हैं।