कोरोना के कहर से फिर सहमा शेयर बाजार, 2020 जैसे हालात होने का डर, पर सरपट भाग रहे हैं ये स्टॉक्स
2020 में कोरोना की वजह से शेयर बाजार क्रैश हो गया था. एक बार फिर से चीन में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और लोग डरे हुए हैं कि आगे क्या होगा. इसी बीच फार्मा कंपनियों के शेयर तेजी से ऊपर भाग रहे हैं.
कोरोना वायरस ने चीन (Covid-19 in China) में एक बार फिर से तबाही मचा दी है. चीन के स्वास्थ्य अधिकारी आशंका जता रहे हैं कि आने वाले कुछ महीनों में वहां कोरोना के मामले 80 करोड़ का आंकड़ा पार कर सकते हैं. चीन के अलावा जापान, दक्षिण कोरिया में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन सबवेरिएंट बीएफ7 (Omicron bf.7 variant) की वजह से मामले बढ़ रहे हैं. भारत में भी इस वायरस के 4 मामले सामने आ चुके हैं और अब भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है. इस बीच एक बार फिर से शेयर बाजार (Share Market) में भारी उथल-पुथल शुरू हो गई है. बाजार में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है. हालांकि, फार्मा स्टॉक्स में तेजी दिख रही है. शेयर बाजार के इस अजीब से बर्ताव से हर कोई हैरान है.
कोरोना का बढ़ता प्रकोप डरा रहा है
मार्च 2020 का वह दौर कोई कैसे भूल सकता है, जब भारत में कोरोना के मामले बढ़ना शुरू हुए थे. देखते ही देखते शेयर बाजार क्रैश हो गया था. निवेशकों के लाखों करोड़ों रुपये डूब गए. अब कोरोना एक बार फिर से भयावह रूप लेता दिख रहा है. चीन की नाक में यह पहले ही दम कर चुका है, जैसा पिछली बार किया था. धीरे-धीरे यह बाकी देशों में फैल रहा है, जैसा पिछली बार हुआ था. बाजार भी धीर-धीरे गिर और चढ़ रहा है, जैसा पिछली बार हो रहा था. अब डर ये है कि कहीं मार्केट क्रैश ना कर जाए, क्योंकि पिछली बार के नुकसान की ही अभी तक ठीक से भरपाई नहीं हो पाई है तो फिर ये नया नुकसान कैसे सहा जाएगा. बुधवार को ही सेंसेक्स करीब 635 अंक गिरा है. गुरुवार को भी बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहा है. यहां से हर निवेशक को संभल कर कदम बढ़ाने की जरूरत है.
फार्मा स्टॉक्स में दिखने लगी तेजी
कोरोना काल में जब वैक्सीन बनना शुरू हुई थीं तो शेयर बाजार में सबसे तगड़ी तेजी फार्मा कंपनियों के शेयरों में देखी गई थी. सहमे हुए बाजार में एक बार फिर से फार्मा स्टॉक्स सरपट भागते हुए दिख रहे हैं. बुधवार को डॉ. लाल पैथलैब्स के शेयर 6 फीसदी चढ़े, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लिमिटेड में भी 3 फीसदी की तेजी आई. वहीं विजया डायग्नोस्टिक के शेयर 3.16 फीसदी तक चढ़ गए. अपोलो हॉस्पिटल्स और फोर्टिस हेल्थकेयर के शेयरों में भी तेजी का रुख देखने को मिला. दरअसल, मामले बढ़ने का मतलब है कि फार्मा कंपनियों की सेल्स बढ़ेगी, जिसके चलते उनकी कमाई बढ़ेगी. इसी वजह से निवेशक अब फार्मा कंपनियों पर दाव लगा रहे हैं.
एक बार फरवरी-मार्च 2020 का दौर भी याद कर लें
उस दौरान भारत में कोरोना के मामले बढ़ने शुरू ही हुए थे. दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से कोरोना का संक्रमण फैल रहा था. फरवरी के महीने में भारत में कोरोना वायरस के कुछ मामले सामने आए. 13 फरवरी 2020 से शेयर बाजार में मामूली गिरावट का रुख दिखने लगा. 13 फरवरी को सेंसेक्स 41,707 अंकों के स्तर पर खुला था और 41,459 अंक पर बंद हुआ. महीना खत्म होते-होते सेंसेक्स 38,297 अंकों तक पहुंच गया. कुछ दिन उतार-चढ़ाव का सिलसिला चला और फिर 6 मार्च से बाजार में भारी गिरावट शुरू हुई. 24 मार्च को सेंसेक्स ने 25,638 अंकों का न्यूनतम स्तर छू लिया. कोरोना की हर आहट से निवेशकों को वह दौर याद आ जाता है.