मध्य प्रदेश में गांव वासियों ने 'सेल्फ लॉकडाउन' के लिए अपनाया ये देसी तरीका
अलीराजपुर (मप्र), मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल जिले अलीराजपुर में गांव वालों ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाये गए लॉकडाउन को अपने देसी अंदाज में प्रभावी तरीके से लागू किया है। जिले के कई गांवों के निवासियों ने मुख्य मार्गो और गांव के पहुंच मार्गो पर कटे पेड़ बिछाकर आवागमन को अवरुद्ध कर दिया है।
जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित उदयगढ़-कानास गांव के निवासियों ने जिले में कोरोना वायरस के संक्रमित पाए जाने के बाद सड़कों को अवरुद्ध करके 'सेल्फ लॉकडाउन' लगाने के विचार पर अमल किया है ।
अधिकारियों के अनुसार अलीराजपुर के चन्द्रशेखर नगर इलाके में एक और कोविड-19 के मरीज मिला है। बोरझड़ गांव की सरपंच ताराबाई के पुत्र सुमित कटारिया ने पीटीआई भाषा को बताया कि उन्होंने गांव की ओर आने वाले मार्ग पर पेड़ काटकर डाल दिये हैं ताकि 15 किलोमीटर दूर उदयगढ़ से उनके गांव में कोई व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सके।
उन्होंने कहा कि इसी तरह हम चाहते हैं कि हमारे गांव से भी कोई व्यक्ति उदयगढ़ न जा सके। हम अपने गांव को वायरस संक्रमण से सुरक्षित रखना चाहते हैं।
भिलाल जनजाति के प्रमुख महेश पटेल ने कहा कि पश्चिम मध्यप्रदेश के गुजरात सीमा से सटे आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में कुल 526 गांव हैं। इनमें से 250 गांवों के लोगों ने अपने गांवों के पहुंच मार्गों को पेड़ और शाखाएं बिछाकर अवरुद्ध कर दिया है।
अलीराजपुर जिला पुलिस अधीक्षक :एसपी: विपुल श्रीवास्तव ने कहा कि उनके पास उन गांवों की सही संख्या नहीं है जहां पेड़ काटकर सड़क मार्ग को अवरुद्ध किया गया है। लेकिन यह जरुर है कि कई गांवों की सड़कों को इस तरह से अवरुद्ध किया गया है।
Edited by रविकांत पारीक