नाक से दी जाने वाली कोविड-19 रोधी दवा ‘इनकोवैक’ की कीमत सामने आई, कोविन पोर्टल पर उपलब्ध
इनकोवैक (iNCOVACC) दुनिया की पहली नाक से दी जाने वाली कोविड-19 रोधी दवा है जिसे दो प्राथमिक खुराक के लिए और हीट्रोलोगस (विजातीय) बूस्टर खुराक के रूप में इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है. हीट्रोलोगस बूस्टर खुराक में प्राथमिक खुराक से अलग बूस्टर खुराक दी जा सकती है.
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने मंगलवार को कहा कि उसकी नाक से दी जाने वाली कोविड-19 रोधी दवा ‘इनकोवैक’ (‘बीबीवी154’) की कीमत निजी बाजार में 800 रुपये (जीएसटी को छोड़कर) और सरकारी आपूर्ति के लिए 325 रुपये (जीएसटी को छोड़कर) रखी गयी है. यह दवा अब कोविन पोर्टल पर उपलब्ध है. टीका निर्माता कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह दवा जनवरी 2023 के चौथे सप्ताह से उपलब्ध होगी.
इनकोवैक (iNCOVACC) दुनिया की पहली नाक से दी जाने वाली कोविड-19 रोधी दवा है जिसे दो प्राथमिक खुराक के लिए और हीट्रोलोगस (विजातीय) बूस्टर खुराक के रूप में इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है. हीट्रोलोगस बूस्टर खुराक में प्राथमिक खुराक से अलग बूस्टर खुराक दी जा सकती है.
इस महीने मिली मंजूरी
इस महीने की शुरुआत में भारत बायाटेक को इनकोवैक की विजातीय बूस्टर खुराक के इस्तेमाल के लिए केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मिली थी.
इस ‘बीबीवी154’ टीके के 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए ‘बूस्टर’ खुराक के तौर पर इस्तेमाल की भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने नंवबर में मंजूरी दे दी थी.
बीबीआईएल के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा इल्ला ने कहा, ‘‘हमने दो अलग-अलग आपूर्ति प्रणाली के साथ दो अलग-अलग मंच से दो कोविड औषधि कोवैक्सीन और इनकोवैक विकसित की हैं.’’
3100 सब्जेक्ट्स पर हुआ परीक्षण
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इनकोवैक (दो खुराक के बराबर) का तीसरे चरण का परीक्षण किया गया है. इसे देशभर के 14 ट्रायल साइट्स पर करीब 3100 सब्जेक्ट्स पर किया गया. हीट्रोलोगस बूस्टर खुराक का 875 सब्जेक्ट्स पर परीक्षण किया गया. इनकोवैक वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस के साथ मिलकर विकसित की गयी है.
अभी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और कोवोवैक्स, रूस की स्पूतनिक वी और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की कोर्बेवैक्स को कोविन पोर्टल में सूचीबद्ध किया गया है. प्रोडक्ट डेवलपमेंट और क्लिनिकल ट्रायल्स को कुछ हिस्सों में भारत सरकार ने बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के माध्यम से कोविड सुरक्षा प्रोग्राम के तहत फंड किया.
Edited by Vishal Jaiswal