9वीं के छात्र ने 10 हजार की बाइक को बनाया ई-बाइक, 1 चार्ज में चलेगी 100 किमी
दिल्ली में 9वीं कक्षा के छात्र राजन ने बाइक के स्क्रैप से इलेक्ट्रिक बाइक बनाई है। उन्होंने कबाड़ की दुकान से 10 हजार रुपये में एक पुरानी रॉयल इनफिल्ड बाइक खरीदी थी और उसे इलेक्ट्रिक बुलेट में तब्दील कर दिया। राजन का दावा है कि यह ई-बुलेट एक बार चार्ज करने पर 100 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है।
देश की राजधानी दिल्ली में एक 15 वर्षीय लड़के ने कथित तौर पर खुद से एक इलेक्ट्रिक बाइक (electric bike) बनाने में कामयाबी हासिल की है। लड़के ने ई-बाइक बनाने के लिए रॉयल इनफील्ड (Royal Enfield) के स्क्रैप का इस्तेमाल किया।
सुभाष नगर स्थित सर्वोदय बाल विद्यालय के छात्र राजन ने Royal Enfield बाइक को ई-बाइक में बदलने के लिए करीब 45,000 रुपये खर्च किए। इसके साथ ही राजन ने दावा किया कि यह ई-बाइक एक बार चार्ज करने पर 100 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकेगी।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, कोविड-19 महामारी के चलते शहर में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान राजन ने सबसे पहले ई-साइकिल (e-cycle) पर प्रयोग करना शुरू किया। वह एक ई-साइकिल बनाने और उसे सफलतापूर्वक चलाने में सक्षम था। लेकिन तभी, दुर्भाग्य से वह बाइक से गिरकर घायल हो गया। घटना के बाद, राजन के पिता दशरथ शर्मा ने उसे फिर से ई-बाइक बनाने से मना कर दिया।
हालाँकि, राजन ई-बाइक में अपनी रुचि को दबाने में असमर्थ था और उसने अपने पिता से झूठ बोला कि स्कूल ने ई-बाइक बनाने के बारे में एक प्रोजेक्ट दिया है। दशरथ शर्मा तथाकथित स्कूल प्रोजेक्ट को लेकर चिंतित थे क्योंकि वह एक निजी कंपनी में काम करते हैं और ज्यादा कमाते नहीं हैं। उन्होंने शुरू में मना कर दिया लेकिन बाद में राजन के जिद करने पर राजी हो गए।
इसके बाद दशरथ अपने दोस्तों और सहकर्मियों के पास पैसे के लिए पहुंचे और इस प्रोजेक्ट में अपने बेटे की मदद की। कथित तौर पर, राजन केवल तीन महीनों में एक ई-बाइक बनाने में सक्षम था।
राजन ने अपने पिता से कहा कि उसे एक पुरानी रॉयल इनफील्ड चाहिए। काफी तलाश के बाद उन्हें मायापुरी कबाड़ बाजार से 10 हजार रुपये में वह मिल गई।
प्रोजेक्ट के बारे में पूछे जाने पर राजन ने अपनी बाइक दिखाई और कहा कि इसे बनाना उनके लिए आसान है।
इंडिया टूडे के हवाले से, राजन ने कहा, "मैंने अपने पिता से कहा कि मुझे बाइक बनाने का प्रोजेक्ट मिला है और उसके बाद उन्होंने मेरी मदद की। ई-बाइक का लुक लगभग रॉयल इनफील्ड जैसा है, हेड लाइट, फ्रंट लुक सब कुछ एक जैसा है। नीचे, हमने इंजन को हटा दिया। इसकी जगह बैटरी लगा दी गई है और इसका कनेक्शन डायरेक्ट कर दिया गया है।"
राजन ने दावा किया कि उसने तीन दिनों में यह ई-बाइक बनाई है, लेकिन सामान इकट्ठा करने में उसे लगभग 3 महीने लग गए। इन तीन महीनों के दौरान, राजन Google और YouTube से ई-बाइक के बारे में जानकारी एकत्र करता रहा।
राजन के पिता, दशरथ शर्मा ने कहा, "मुझे विश्वास नहीं हुआ जब उसने मुझसे कहा कि वह एक ई-बाइक बनाना चाहता है। मैं सोच रहा था कि इतना छोटा बच्चा ऐसा कैसे कर पाएगा। भले ही उसे ऐसी चीजों में दिलचस्पी हो, लेकिन बाइक बनाने के बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा।”
राजन ने दावा किया कि इस ई-बाइक की स्पीड करीब 50 किमी/घंटा है, जो हाइवे पर 80 किमी/घंटा तक जा सकती है। एक लकड़ी का बक्सा लगाया गया है ताकि बाइक चलाते समय बैटरी न गिरे।
जिला अधिकारी संत राम ने कहा, ”राजन ने यह सब अपने दम पर किया। सीखने की इच्छा ने उसे यह उपलब्धि हासिल करने में मदद की है। उसकी उम्र के बच्चे शायद इस तरह की चीजों के बारे में सोच भी नहीं सकते और वह ऐसा करने में कामयाब रहा है।”
आपको बता दें कि राजन अब अपने सपने को एक कदम आगे ले जाकर एक ई-कार (e-Car) बनाना चाहता है।
YourStory की फ्लैगशिप स्टार्टअप-टेक और लीडरशिप कॉन्फ्रेंस 25-30 अक्टूबर, 2021 को अपने 13वें संस्करण के साथ शुरू होने जा रही है। TechSparks के बारे में अधिक अपडेट्स पाने के लिए साइन अप करें या पार्टनरशिप और स्पीकर के अवसरों में अपनी रुचि व्यक्त करने के लिए यहां साइन अप करें।
TechSparks 2021 के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए यहां क्लिक करें।
Edited by Ranjana Tripathi