दक्षिणी दिल्ली में 200 स्क्वॉयर फीट की छोटी सी दुकान से लेकर 360 करोड़ का सालाना के कारोबार तक, कुछ ऐसी है फर्न्स एन पेटल्स की कहानी
90 के दशक की बात है। विकास गुटगुटिया अपनी गर्लफ्रेंड को फूलों का गुलदस्ता गिफ्ट करना चाहते थे। दरअसल वे कोलकाता से दिल्ली आए हुए थे लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी और काफी आश्चर्यचकित भी थे कि शहर में फूलों का गुलदस्ता तक नहीं मिला। विकास गुटगुटिया ने योरस्टोररी को बताया,
"मेरा पालन-पोषण बिहार के एक छोटे से गांव विद्यासागर में हुआ था। आगे की पढ़ाई करने के लिए, मैं कोलकाता चला गया और वहां मैंने अपने चाचा को उनके फूलों के व्यवसाय में भी मदद की। मैंने वहां अपना व्यापारिक कौशल विकसित किया और फूलों के बारे में बहुत कुछ जाना। जब मैं दिल्ली आया और अपनी गर्लफ्रेंड को सुंदर फूलों का गुलदस्ता भेंट करना चाहता था, तो मैं काफी निराश हुआ। बहुत सीमित विकल्प उपलब्ध थे, जो थे भी वो खराब क्वालिटी के थे।”
इसके बाद उन्होंने दिल्ली में फूलों के बाजार को स्टडी करने का सोचा। उन्हें दिल्ली में एक भी जगह ऐसी नहीं मिली जहां तरह-तरह के फूल मिलते हों। कुछ स्थानीय लोग थे जिनके पास फूलों के सीमित विकल्प थे लेकिन उन्हें कोई ऐसा विकल्प नहीं मिला जो केवल फूलों का व्यापार करता हो या उनकी डिलीवरी करता हो। गुलदस्ता डिजाइन में अक्सर इमेजिनेशन की कमी होती है। लेकिन लोगों के पास बेहतर विकल्प नहीं थे इसलिए उन्होंने उन्हीं मौजूद विकल्पों को स्वीकार करना शुरू कर दिया।
फूल गिफ्ट करने की इंडस्ट्री की आवश्यकता को देखते हुए 50 वर्षीय विकास ने फूलों के कारोबार में उतरने का फैसला किया। काफी रिसर्च करने के बाद उन्होंने साउथ एक्सटेंशन में सड़क के किनारे ही 'फर्न्स एन पेटल्स' (Ferns N Petals) नाम से फूलों की एक होल सेल दुकान खोली। वह दिल्ली के सबसे प्रमुख दुकानों में फूलों की सप्लाई करने लगे। 1994 में, विकास ने दक्षिणी दिल्ली में 200 वर्ग फुट की एक छोटी दुकान में फर्न्स एन पेटल्स की शुरुआत की थी। 25 वर्षों में, कंपनी भारत के सबसे बड़े गिफ्टिंग पोर्टल्स में से एक बन गई है।
विकास कहते हैं, "मेरे पास इस बिजनेस को शुरू करने के लिए पर्याप्त फंड नहीं था लेकिन मुझे अपने विजन पर दृढ़ विश्वास था। मैंने कोलकाता में अपने एक दोस्त से संपर्क किया और उसके साथ इस आइडिया पर चर्चा की। उसने मुझे वेंचर शुरू करने के लिए 2.5 लाख रुपये की सहायता दी।"
फर्न्स एन पेटल्स की शुरुआत
शुरुआती कुछ महीने विकास के लिए चुनौतीपूर्ण थे। उन्हें खराब मौसम की स्थिति से भी जूझना पड़ा। हालांकि, उन्हें फूलों के बारे में अच्छा खासा नॉलेज था जिसने उन्हें बहुत सारी बाधाओं को दूर करने में मदद की। वह कहते हैं, "मेरी दुकान दिल्ली के एक प्रमुख इलाके में स्थित थी, जहां काफी सारे कस्टमर आते थे। वहां पर फूलों के लिए कोई और एयर कंडीशन स्टोर नहीं था, जिसमें सुंदर किस्मों के फूलों के अलावा आकर्षक माहौल हो, इसलिए हमारे इस आइडिया को ग्राहकों ने खूब पसंद किया।" अपने पहले स्टोर के साथ सफलता हासिल करने के बाद, विकास ने दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में विस्तार किया। आज, फर्न एन पेटल्स के आउटलेट पूरे भारत में देखे देखने को मिलते हैं। कंपनी देश में संगठित फूलों के बाजार की अवधारणा का नेतृत्व कर रही है।
कंपनी का विस्तार
विकास भारतीय ग्राहकों को हाई क्वालिटी वाले घरेलू और विदेशी फूलों की व्यापक रेंज उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध थे। साथ ही उन्हें यह अहसास भी था कि इस खेल में बने रहने के लिए उन्हें और मजबूत व विकसित होना पड़ेगा। यही कारण है कि फर्न्स एन पेटल्स ने 1996 में शादी के व्यवसाय में कदम रखा। जल्द ही उन्हें पहली शादी की सजावट का काम मिल गया।
विकास कहते हैं, "मेरा उद्देश्य ग्राहकों को फूलों में फर्स्ट-इन-इंडिया कॉन्सेप्ट प्रोवाइड कराना था, और अगर मैं केवल खुदरा बिक्री पर ध्यान केंद्रित करता तो ब्रांड वहीं रह जाता। इसलिए, मैंने जल्दी से डेकोरेशन की प्रक्रिया सीखी और इस सेगमेंट में प्रवेश किया।”
2017 में, कंपनी ने एक दूसरे वेंचर - एफएनपी केक 'एन' मोर (FNP Cakes ‘N’ More) में भी कदम रखा। हाल ही में, फर्न्स एन पेटल्स ने एफएनपी वॉटर के नाम से अपना मिनरल वॉटर ब्रांड लॉन्च करके एफएमसीजी कारोबार में भी प्रवेश किया है।
आज, फर्न्स एन पेटल्स के 300 आउटलेट हैं और पूरे भारत के 120 शहरों में मौजूद हैं। यही नहीं, ये दुनिया भर में 170 देशों में डिलीवरी करता है। फर्न्स एन पेटल्स को दुनिया में फूलों के डिलीवरी सेक्टर में सबसे बड़े नेटवर्क होने का गौरव प्राप्त है। कंपनी सिंगापुर और दुबई में भी मौजूदगी के साथ 360 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार करती है। ब्रांड ने अब तक 6.1 मिलियन डिलीवरी की हैं।
डिमांड पूरी करना
फर्न्स एन पेटल्स पूरे भारत के फूल सप्लायर्स के साथ काम करते हैं, लेकिन वे मुख्य रूप से महाराष्ट्र और कर्नाटक से होते हैं। गुलाब, ऑर्किड, लिली, जरबेरा, डेजी सहित कई और मौसमी फूल हैं जो कस्टमर्स के फेवरेट हैं। फूलों को खास बनाने और अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए फर्न्स एन पेटल्स विशेष अवसरों जैसे राखी, दिवाली और वेलेंटाइन डे आदि पर गिफ्ट देने वाले आइटम भी ऑफर करता है। कंपनी के पास दिल्ली एनसीआर में 10 वेडिंग वेन्यू (एक होटल सहित) हैं, ताकि सोशल और कॉर्पोरेट समारोहों की मेजबानी के लिए स्थान उपलब्ध कराया जा सके।
आज, फर्न्स एन पेटल्स के 12 वर्टिकल हैं, जिनमें एफएनपी रिटेल और फ्रेंचाइजिंग, एफएनपी ई-कॉमर्स - इंडिया और यूएई, एफएनपी केक 'एन' मोर, एफएनपी गार्डन, एफएनपी वेडिंग एंड इवेंट्स, एफएनपी फ्लोरल टच - यूएई, WDH (वेडिंग डिज़ाइन हब), फ्लोवर 'एन' मोर, एफएनपी फ्लैगशिप, एफएनपी वाटर और एफएनपी मीडिया शामिल हैं। विकास का कहना है कि फर्न्स एन पेटल्स भारत में संगठित फूलों के बाजार के एक तिहाई हिस्से पर कमांड रखता है और दिल्ली-एनसीआर में वेडिंग वेन्यू की सबसे बड़ी चैन में से एक है। वह कहते हैं कि उनके बिजनेस का युनिक पार्ट ये है कि उनके लिए कंपटीशन देने के लिए कोई नहीं है, एक तरह से ब्रांड का इस बाजार पर एकाधिकार है।
समस्याएं और मील के पत्थर
ब्रांड को परिचालन संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ा है। सबसे बड़ी समस्या लॉजिस्टिक्स की रही है। गर्म मौसम की स्थिति में ताजे फूल डिलीवर करना काफी मुश्किल काम होता है। विकास का कहना है कि भारत में फूलों की सजावट करने वालों को ट्रेनिंग देने या फ्लावर डेकोरेशन को लेकर सर्टिफिकेशन कोर्स कराने के लिए कोई इंस्टीट्यूट नहीं है, इसलिए उन्हें कंपनी के फ्रैंचाइजी स्टोर के छोटे उद्यमियों के साथ काम करते समय भी इस समस्या का सामना करना पड़ा।
लेकिन इन समस्याओं से बाहर निकालते हुए, फर्न्स एन पेटल्स 25 वर्षों से अपने कस्टमर्स को फूलों और गिफ्ट आइटम के साथ उनके स्पेशल मूमेंट्स को सेलीब्रेट करने में मदद कर रहे हैं। कंपनी ने कुछ इस तरह से प्रमुख मील के पत्थर हासिल किए हैं:
1994 में- नई दिल्ली में पहला रिटेल आउटलेट खोला गया
1996 में- पहला वेडिंग डेकोरेशन का काम किया
2002 में- www.fnp.com की शुरूआत
2003 में- पहला वेडिंग वेन्यू 'द कुंदन’
2013 में- 'द एफएनपी फ्लैगशिप स्टोर’का शुभारंभ
2014 में- वेडिंग डिजाइन हब का शुभारंभ
2015 में- www.fnp.ae के माध्यम से ग्लोबल लेवल पर गए
2016 में - उड़मन (Udman) का लॉन्च (ब्रांड का पहला होटल)
2016 में- www.fnp.com पर एक मिलियन-ग्राहक का आंकड़ा पार किया
2017 में- एफएनपी केक लॉन्च 'एन' मोर
2018 में- 300वें रिटेल आउटलेट का उद्घाटन
2019 में- एफएनपी वॉटर के साथ एफएमसीजी कारोबार में प्रवेश
भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए, विकास ने बताया कि ब्रांड दो फाइव स्टार होटलों का अनावरण करने और टियर I और II शहरों में अधिक विस्तार करने की प्रक्रिया में है। फर्न एन पेटल्स जल्द ही एक आईपीओ लॉन्च करने की भी योजना बना रहा है। ब्रांड की यात्रा निश्चित रूप से अब फूलों तक ही सीमित नहीं है बल्कि फर्न्स एन पेटल्स एक ऐसा ब्रांड बनाने में सफल हुआ है जो अब भारत में एक घरेलू नाम बन गया है। चालू वित्त वर्ष में कंपनी 500 करोड़ रुपये के टर्नओवर को पार करने की उम्मीद कर रही है।