दिल्ली सरकार ने दुर्घटना के शिकार लोगों को अस्पताल पहुंचाने पर शुरू की सम्मानित करने की योजना
"फरिश्ते दिल्ली के"
नयी दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दुर्घटना के शिकार लोगों की मदद करने वालों को सम्मानित करने की योजना सोमवार को शुरू की और कहा कि करीब डेढ़ साल में इस पहल के प्रयोग के दौरान कम से कम 3000 जानें बचायी जा सकीं।
उन्होंने ‘फरिश्ते दिल्ली के’ सम्मान के औपचारिक शुभारंभ के मौके पर कहा,
‘‘यदि दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को हादसे के एक घंटे के अंदर अस्पताल ले जाया जाता है तो उसके बच जाने की संभावना 70-80 फीसदी रहती है क्योंकि यह समय अनमोल होता है।’’
इस योजना के तहत दिल्ली सरकार सड़क हादसे के शिकार व्यक्ति के इलाज का खर्च उठाएगी और उनकी मदद करने वालों को प्रोत्साहन राशि देगी। मुख्यमंत्री ने कुछ उन फरिश्तों को सम्मानित भी किया जिन्होंने प्रयोग के तौर पर चलायी गयी इस पहल के दौरान घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया और उनकी जान बचायी। एनडीएमसी के कर्मचारी जितेंद्र कुमार भी उनमें शामिल हैं।
पिछले साल मई में कुमार ने सड़क पर हादसे के एक शिकार व्यक्ति को पड़ा देखा। उन्होंने उसे अस्पताल पहुंचाया जबकि कई लोग घायल व्यक्ति का वीडियो बनाने में लगे थे।
केजरीवाल ने कहा,
‘‘औपचारिक रूप से इस योजना को शुरू करने से पूर्व हमने डेढ़ साल पहले इस पूरी प्रक्रिया के बारे में जानने और उसकी जटिलताएं दूर करने के लिए प्रयोग के तौर पर इसे शुरू किया था। इस पहल के मार्फत 3000 से अधिक जिंदगियां बचायी जा सकीं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा,
‘‘हमने खबरों में पढ़ा था कि निर्भया एक घंटे तक सड़क पर पड़ी रही और किसी ने उसकी मदद नहीं की। अगर समय पर लोगों को भर्ती करा दिया जाए तो उनकी जान बचायी जा सकती है।’’