दुती चंद ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड जीतकर रचा इतिहास, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने दी बधाई
"वैसे अगर ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो हिमा दास के बाद दुती दूसरी भारतीय रेसर हैं जिन्होंने ग्लोबल इवेंट मे गोल्ड जीता। हिमा ने पिछले साल वर्ल्ड जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियशिप के 400 मीटर रेस इवेंट में गोल्ड जीता था। गौरतलब है कि दुती एशियाई खेलों में भी दो रजत पदक जीत चुकी है।"

दुति चंद
नेशनल रिकॉर्ड होल्डर दुती चंद ने 30वें समर यूनिवर्सिटी गेम्स में 100 मीटर स्पर्धा का गोल्ड मेडल अपने नाम कर इतिहास रच दिया। उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 11.32 सेकेंड का समय निकाला। इसी के साथ दुती पहली भारतीय महिला ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बन गईं हैं जिन्होंने वर्ल्ड यूनिवर्सियाड में स्वर्ण पदक जीता। लेन नंबर 4 पर दौड़ते हुए, दुती आठ एथलीटों में से से पहले नंबर पर आईं। स्विट्जरलैंड की डेल पोंट (11.33 सेकंड) दूसरे और जर्मनी की क्वायाई (11.39 सेकंड) तीसरे स्थान पर रहीं। ओडिशा की दुती चंद के नाम नेशनल रिकॉर्ड है। जिसमें उन्होंने 11.24 सेकंड में 100 मीटर की रेस को पूरा किया था। फिलहाल दुती किसी वैश्विक कार्यक्रम में 100 मीटर स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं।
वैसे अगर ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो हिमा दास के बाद दुती दूसरी भारतीय रेसर हैं जिन्होंने ग्लोबल इवेंट मे गोल्ड जीता। हिमा ने पिछले साल वर्ल्ड जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियशिप के 400 मीटर रेस इवेंट में गोल्ड जीता था। गौरतलब है कि दुती एशियाई खेलों में भी दो रजत पदक जीत चुकी है। उन्होंने 2018 एशियाई खेलों में 100 मीटर और 200 मीटर रेस में एक-एक रजत पदक जीता था। वैसे वर्ल्ड यूनिवर्सियाड के ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स में गोल्ड जीतने वाली दुती दूसरी भारतीय हैं। उनसे पहले 2015 में इंदरजीत सिंह ने शॉटपुट में पहला स्थान हासिल किया था।
आपको बता दें कि दुती ने हाल ही में अपने समलैंगिक होने के बारे में खुलकर बातें की थीं। उन्होंने कहा था कि वह ओडिशा में अपने गृहनगर की एक लड़की के साथ समलैंगिक संबंध में हैं। हालांकि, उसके बाद चंद को अपने परिवारवालों से ही बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है। रेस जीतने के बाद दुती ने ट्वीट किया, “मुझे नीचे खींचों, मैं और मजबूती से वापसी करुंगी।" उन्होंने आगे लिखा, "सालों की कड़ी मेहनत और आपके आशीर्वाद से मैंने वर्ल्ड युनिवर्सिटी गेम्स, नापोली में 11.32 सेकंड में 100 मीटर डैश में स्वर्ण जीतकर रिकॉर्ड तोड़ा है।” सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल विजेताओं के साथ फोटो पोस्ट करते हुए दुती ने लिखा, “मेरे साथ तस्वीर में सभी विजेता हैं।”
इससे पहले मंगलवार को, दुती ने सेमीफाइनल में 11.41 सेकंड के समय के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के साथ ही वह वर्ल्ड यूनिवर्सियाड के फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय धावक बनी थीं। वहीं इससे पहले सोमवार को, उन्होंने 11.58 सेकंड के समय के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। दुती का सीजन बेस्ट प्रदर्शन अप्रैल में दोहा एशियाई चैंपियनशिप में था। जहां उन्होंने 100 मीटर में 11.26 सेकंड का समय लिया था। वह 2017 में ताइपे शहर में वर्ल्ड यूनिवर्स गेम्स के पिछले संस्करण में सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच सकी थीं, जहां संजीवनी जाधव ने महिलाओं की 10000 मीटर दौड़ में रजत जीता था।
दुती भुवनेश्वर की एक डीम्ड यूनिवर्सिटी कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी की छात्रा हैं। हालांकि सितंबर-अक्टूबर में दोहा में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए दुती को अभी भी क्वालीफाई करना है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने दुती को उनकी इस उलब्धि के लिए बधाई दी। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर लिखा- "यूनिवर्सिटी खेलों में 100 मीटर रेस जीतने पर दुती को बधाई। यह भारत का इन खेलों में पहला स्वर्ण है और हम काफी गौरवान्वित हैं।" राष्ट्रपति ने दुती से इस प्रदर्शन को ओलंपिक में बरकरार रखने को कहा है। दुती ने भी राष्ट्रपति के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा-, "धन्यवाद, सर। मैं ओलंपिक मेडल घर लाने की पूरी कोशिश करूंगी। एक बार फिर, आपके आशीर्वाद के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।"
राष्ट्रपति के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस जीत के लिए दुती चंद को बधाई दी। पीएम ने लिखा कि आपने भारत को गौरवान्वित किया है। खेल मंत्री किरन रिजिजू ने भी दुती को बधाई दी। रिजिजू ने रेस का एक वीडियो भी अपने हैंडल से शेयर किया।