जानिए क्या है e-NAM, कैसे इसके जरिये किसानों को मिलेगी उनकी फसल की पूरी कीमत?
नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (e-NAM) भारत में कृषि उपज के लिए एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। बाजार किसानों, व्यापारियों और खरीदारों को उपज की ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करता है। बाजार बेहतर कीमत की खोज में मदद कर रहा है और उनकी उपज की सही मार्केटिंग के लिए सुविधाएं प्रदान कर रहा है।
किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया ऑनलाइन बाजार 'राष्ट्रीय कृषि बाजार' (National Agricultural Market e-NAM) है। सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक देश के लगभग 1.66 करोड़ किसान इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
इस ऑनलाइन पॉर्टल को 14 अप्रैल 2016 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था। इसके एक साल बाद 2017 तक केवल 17000 किसान ही इस ई-मंडी से जुड़े थे।
क्या है e-NAM?
राष्ट्रीय कृषि बाजार (National Agricultural Market e-NAM) देश में विभिन्न कृषि उपजों को बेचने के लिए एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। बाजार किसानों, व्यापारियों और खरीदारों को उपजों की ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करता है। यह किसानों को बेहतर कीमत पाने में मदद करता है और उनकी उपज की बेहतर मार्केटिंग के लिए सुविधाएं प्रदान करता है।
पोर्टल को छोटे किसानों के कृषि व्यवसाय कंसोर्टियम (SFAC) द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो कि एनएफसीएल के iKisan डिवीजन के टेक्नोलॉजी प्रोवाइडर है।
e-NAM एक ऑनलाइन कृषि पोर्टल है जिसका मुख्य कार्य भारत भर में सभी कृषि उत्पाद विपणन समितियों (Agri Product Marketing Committee) को एक सिंगल नेटवर्क से जोड़ना है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर कृषि उत्पादों के लिए एक बाजार उपलब्ध कराना है।
इससे होने वाले लाभ को देखकर किसान तेजी से इससे जुड़ रहे हैं। 2022 तक किसानों की आय निश्चित रूप से बढ़ेगी यदि वे राष्ट्रीय कृषि बाजार के माध्यम से कृषि उत्पादों के अच्छे मूल्य प्राप्त करते हैं।
कैसा है मार्केट?
e-NAM प्लेटफॉर्म पर, किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से या रजिस्टर्ड कमीशन एजेंट्स के जरिये सीधे व्यापार करने का विकल्प चुन सकते हैं।
e-NAM 17 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में 785 बाजारों (एपीएमसी) के साथ जुड़ा हुआ है, जिसमें 17 राज्यों में 45 लाख से अधिक किसान सदस्य हैं। बाजार एक जगह पर थोक में गुणवत्ता वाले उत्पादों की खरीद में व्यापारियों और निर्यातकों की मदद कर रहा है और पारदर्शी वित्तीय लेनदेन सुनिश्चित करता है।
उपज के आगमन और व्यापार के संदर्भ में प्रत्येक बाजार (मंडी) के प्रदर्शन के बारे में अधिक जानकारी देने के लिए फरवरी 2018 में एमआईएस डैशबोर्ड पेश किया गया था।
मार्च 2018 तक सर्वाधिक e-NAM वाले छह राज्य - उत्तर प्रदेश (100), मध्य प्रदेश (58), हरियाणा (54), महाराष्ट्र (60), गुजरात (79) और तेलंगाना (48) हैं।
सरकार की योजना है कि 22,000 ग्राम, स्थानीय किसानों के बाजारों को प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाए। बेहतर ग्रेडिंग और परख सेवाएं प्रदान करने के लिए, कृषि विभाग बेहतर प्रमाणन के लिए AGMARK में लूपिंग देख रहा है।
कैसे काम करता है e-NAM?
इसका मुख्य लक्ष्य पूरे देश को एक बाजार में जगह दिलाना है। मिसाल के तौर पर, अगर गोरखपुर का कोई किसान बिहार में अपनी कृषि उपज बेचना चाहता है, तो उसके लिए e-NAM की मदद से अपनी कृषि उपज को ले जाना और उसकी मार्केटिंग करना आसान हो गया है।
e-NAM के कारण, अब किसान और खरीदार के बीच कोई दलाल या बिचौलिया नहीं है। न केवल किसान बल्कि ग्राहकों को भी इसका लाभ मिलता है। किसानों और व्यापारियों के बीच इस व्यापार में, स्थानीय कृषि उपज बाजार के हितों को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा, क्योंकि पूरा व्यापार इसके माध्यम से होगा।
एक किसान के लिए सबसे बड़ी समस्या एक अच्छा बाजार और अपने उत्पाद की बेहतर कीमत प्राप्त करना है। और e-NAM यहाँ उनकी सभी समस्याओं को हल करता है।
किसानों और व्यापारियों के लिए 8 भाषाओं में लेनदेन करने और उसे पूरा करने के लिए एक e-NAM एंड्रॉइड मोबाइल एप्लिकेशन उपलब्ध है।
e-NAM ऐप / पोर्टल पर भुगतान RTGS / NEFT, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग और BHIM-UPI के जरिये किया जा सकता है।
मोबाइल फोन गेट एंट्री, किसानों के डेटाबेस और ई-लर्निंग मॉड्यूल का इंटीग्रेशन उपलब्ध है। एजेंट ज्यादातर किसानों की ओर से ट्रेडिंग के लिए e-NAM मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं।
e-NAM मोबाइल ऐप से किसानों को एडवांस एंट्री करने की सुविधा मिलती है, जिससे बाजार में आने वाले किसानों के समय की बचत होती।
किसानों के लिए एक नई सुविधा शुरू की गई है, जहां वे अपने व्यापार की प्रगति को देख सकते हैं और साथ ही कीमत की वास्तविक बोली की प्रगति किसानों को उनके मोबाइल ऐप पर दिखाई देगी।
कितनी है फंडिंग?
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने एग्री-टेक इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एटीआईएफ) के माध्यम से राष्ट्रीय कृषि बाजार को बढ़ावा देने के लिए एक केंद्रीय क्षेत्र योजना को मंजूरी दी थी। सरकार ने नए बनाए गए एटीआईएफ को 200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इस फंड के साथ SFAC NAM को 2015-16 से 2017-18 तक तीन वर्षों के लिए लागू करेगी। प्रत्येक बाजार को विभाग द्वारा 30 लाख दिए जाते हैं।
कैसे करें e-NAM पर रजिस्ट्रेशन?
किसानों को e-NAM के जरिये अपनी कृषि उपज बेचने के लिये e-NAM मोबाइल ऐप या वेब पोर्टल पर रिजस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिये रिजस्ट्रेशन प्रोसेस इस प्रकार है -
सबसे पहले आपको www.enam.gov.in की ऑनलाइन वेबसाइट पर जाना होगा।
वेबसाइट के होम पेज पर आपको Registration का पर क्लिक करना होगा, और वेलिड ई-मेल एड्रेस देना होगा।
इसके बाद आपको एक टेंपरेरी लॉगिन आईडी आपके ई-मेल एड्रेस पर दे दी जाएगी।
अब आपको e-NAM वेबसाइट पर खुद को रजिस्टर करने के लिये केवाईसी डिटेल्स और अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट्स देने होंगे।
जैसे ही APMC आपके KYC को मंजूरी देता है, आप अपनी कृषि उपज की ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।