इस मामले में सैन फ्रैंसिस्को जैसे शहरों को पछाड़ नंबर वन बना बेंगलुरु
एक सर्वे के मुताबिक तात्कालिक वातावरण में उपलब्ध कौशल और अवसंरचनाओं के आधार पर डिजिटल परिवर्तन करने की क्षमता में बेंगलूरू ने दुनिया की सबसे बड़ी सिलिकॉन वैली कहे जाने वाले सैन फ्रांसिस्को को पछाड़ते हुए नंबर वन का स्थान हासिल किया है।
अध्ययन में पाया गया कि बेंगलुरु में बिजनेस लीडर्स ने उद्यमिता, कौशल, नई प्रौद्योगिकियों के विकास, वित्तीय वातावरण और आईसीटी बुनियादी ढांचे के आधार पर अपने डिजिटल परिवेश में ज्यादा आत्मविश्वास व्यक्त किया है।
टॉप 5 डिजिटल सिटी में नंबर एक पर बेंगलुरू, नंबर दो सैन फ्रांसिस्को, नंबर तीन पर मुंबई, नंबर चार पर दिल्ली और नंबर पांच पर चीन की राजधानी बीजिंग हैं।
भारत आज दुनिया में सबसे तेजी से डिजिटल हो रहा है। इस का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हो कि दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल कंपनियां आज भारत में व्यवसाय के रास्ते तलाश रही हैं। क्योंकि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल मार्केट बनने जा रहा है। खासतौर से भारत का ये इकलौता शहर बेंगलुरू, जो भारत की सिलिकॉन वैली है। भारत के सिलिकॉन वैली नाम से मशहूर बेंगलुरु दुनिया भर की आईटी सिटीज में एक खास स्थान रखता है। हाल ही में हुए एक सर्वे के मुताबिक तात्कालिक वातावरण में उपलब्ध कौशल और अवसंरचनाओं के आधार पर डिजिटल परिवर्तन करने की क्षमता में बेंगलूरू ने दुनिया की सबसे बड़ी सिलिकॉन वैली कहे जाने वाले सैन फ्रांसिस्को को पछाड़ते हुए नंबर वन का स्थान हासिल किया है।
द इकोनोमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की एक स्टडी के मुताबिक टॉप 4 में 3 भारत के शहर हैं। स्टडी में सैन फ्रांसिस्को को नंबर दो का स्थान दिया गया है। उसके बाद मुंबई और नई दिल्ली को स्थान मिला है। अध्यन में पाया गया कि बेंगलुरु में बिजनेस लीडर्स ने उद्यमिता, कौशल, नई प्रौद्योगिकियों के विकास, वित्तीय वातावरण और आईसीटी बुनियादी ढांचे के आधार पर अपने डिजिटल परिवेश में ज्यादा आत्मविश्वास व्यक्त किया है। इन सभी श्रेणियों में लोगों ने बेंगलुरू को नंबर एक शहर का दर्जा दिया।
डेनिस मैकौले द्वारा लिखित रिपोर्ट में कहा गया है कि "भारतीय शहरों में बुनियादी ढांचे की कमी, प्रदूषण, गरीबी और अन्य बीमारियों से अधिक नुकसान हो सकता है, लेकिन जब बात डिजिटल परिवर्तन के लिए वातावरण तैयार करने की होती है तो वहां के अधिकारी उल्लेखनीय रूप से आशावादी हो जाते हैं। यह विशेषतौर से बेंगलुरू का सच है।' यहां के बिजनेस लीडर्स ने स्टडी में शामिल अन्य शहरों की तुलना में बेंगलुरू के डिजिटल परिवेश में सबसे ज्यादा विश्वास जताया है।
स्टडी में सबसे ज्यादा आत्मविश्वास स्तर (कॉन्फीडेंस लेवल) 10 उभरते एशियाई शहरों में दर्ज किया गया है। विश्व के सबसे अमीर शहरों में शीर्ष पांच में सैन फ्रांसिस्को (दूसरे नंबर पर) और शीर्ष 10 में लंदन 9वें और मैड्रिड 10 वें नंबर पर हैं। कुल मिलाकर केवल विश्व के (गैर एशियाई देश) 3 शहर ही हैं जो टॉप 10 में जगह बना पाए हैं। बाकी के सभी एशियाई शहर हैं। इसके विपरीत स्टडी में विकसित शहरों में बोरोला, योकोहामा, टोक्यो और ताइपे के बैरोमीटर में 10 में से 8 रीडिंग के लिए उनके अधिकारियों को जिम्मेदार माना गया।"
टॉप 5 डिजिटल सिटी में नंबर एक पर बेंगलुरू, नंबर दो सैन फ्रांसिस्को, नंबर तीन पर मुंबई, नंबर चार पर दिल्ली और नंबर पांच पर चीन की राजधानी बीजिंग हैं। वहीं बॉटम 5 की बात करें तो पहले सबसे नीचे बर्लिन, उसके बाद योकोहामा, टोक्यो, ताइपे, रोटर्डम आते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक किसी शहर की डिजिटल अवधारणा वहां उपलब्ध बिजनेस करने के माहौल तय होती है।
जिस शहर में बिजनेस करने का जितना अच्छा वातावरण होगा शहर उतने ही तेजी से डिजिटल प्रक्रिया की तरह आगे बढ़ेगा। कौन सा शहर अपने व्यवसायों के लिए सर्वोत्तम वातावरण प्रदान करते है? इसे चेक करने के लिए इकोनोमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने अपनी स्टडी में 45 शहरों के 2620 अधिकारियों का सर्वे किया। ये सर्वे इसी साल जून और जुलाई में किया गया था।
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