एडटेक प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ पैरेंट्स ने सोशल मीडिया पर खोला मोर्चा
हाल ही में, पैरेंट्स को कोर्स के बारे में गलत जानकारी देकर बेचने के बीच एडटेक कंपनियों और सेल्फ रेगुलेटरी ऑर्गेनाइजेशन इंडिया एडटेक कंसोर्टियम (IEC) के साथ मीटिंग में कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री ने एडटेक कंपनियों को लताड़ लगाई थी.
एक तरफ जहां
जैसे एडटेक प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ सरकार ने सख्ती के संकेत दिए हैं तो वहीं ऑनलाइन एजुकेशनल प्लेटफॉर्म्स द्वारा उनके कोर्स खरीदने के दबाव के के बीच कई पैरेंट्स ने सोशल मीडिया और प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म्स पर अपनी समस्याएं साझा कर रहे हैं.हाल ही में, पैरेंट्स को कोर्स के बारे में गलत जानकारी देकर बेचने के बीच एडटेक कंपनियों और सेल्फ रेगुलेटरी ऑर्गेनाइजेशन इंडिया एडटेक कंसोर्टियम (IEC) के साथ मीटिंग में कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री ने एडटेक कंपनियों को लताड़ लगाई थी.
बिजनेस डेवलपमेंट का काम करने वाले प्रशांत शर्मा ने लिखा, 'हे BYJU’s और व्हाईटहैट जूनियर, विश्वास करिए कि मैं अपनी बेटी को कोडिंग लर्न करने की शुरुआत करने के लिए कह रहा हूं और आपके साथ IIT-JEE की प्रिपरेशन करने के लिए कह रहा हूं लेकिन वह ऐसा करने के लिए तैयार नहीं है. आजकल बच्चे अपने पैरेंट्स की नहीं सुनते हैं. वह एक आर्टिस्ट बनना चाहती है. तो प्लीज ये प्लांस या डिवाइसेज बेचने के लिए कॉल करना बंद कर दें.'
उनके पोस्ट के बाद ऐसी ही स्थिति को सामना कर रहे देशभर के पैरेंट्स के पोट्स आने लगे. उन सभी को एडटेक रिप्रेजेंटेटिव्स द्वारा इसी तरह लगातार आक्रामक तरीके से कोर्सेज बेचने की कोशिश की जा रही है.
डेंट्सू क्रिएटिव इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट श्रीकांत गणेश ने पोस्ट किया कि वह शर्मा के अनुभव से पूरी तरह रिलेट कर पा रहे हैं.
गणेश ने आगे कहा, 'मेरा 9 साल का बेटा चेस खेलता है, कीबोर्ड प्ले और स्पीड क्यूबिंग करता है. उसका कंप्यूटर्स या कोडिंग जैसी चीजों में इंटरेस्ट नहीं है. मुझे विश्वास है कि BYJU’s और व्हाईटहैट यह मानेंगे कि आजकल के बच्चों के लिए केवल कोड लर्निंग से आगे भी बहुत कुछ करने के लिए है. उनके पास अपना दिमाग है और कोई भी उन्हें ऐसी चीज करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है जो वे नहीं करना चाहते हैं. ऐसे ब्रांड्स द्वारा इस तरह का फोमो क्रिएट करने को बंद किया जाना चाहिए और ऐसे कॉल्स को भी बंद करना चाहिए.'
VVDN Technologies सीनियर एचआर मैनेजर धीरज ग्रोवर ने लिखा, 'ऐसा मेरे साथ भी हुआ है. BYJU’s के सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स को 'नहीं' को स्वीकार करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए. मेरी पत्नी को कॉल करके भी दबाव डालने की कोशिश की गई और बाद में मुझे हस्तक्षेप करना पड़ा. मैंने उनकी साइट पर शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन वह अगले दिन हटा दिया गया.'
जर्मन कंपनी कॉवेस्त्रो के दक्षिण एशिया के बिजनेस डेवलपमेंट हेड थंगरथनावेली एम. ने लिंकडिन पर लिखा, 'मैंने दो साल पहले अपने बेटे को रजिस्टर कराया था लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ. कुछ महीने पहले फिजिक्स क्लास में दोबारा रजिस्ट्रेशन के लिए कॉल आने लगे और नहीं बोलने के बाद भी कॉल्स आने नहीं रुके.'
एडटेक फर्मों द्वारा पैरेंट्स को पाठ्यक्रमों की गलत बिक्री पर केंद्र द्वारा गंभीरता से लिए जाने के बाद सेल्फ रेगुलेटरी ऑर्गेनाइजेशन IEC ने कहा कि वह ग्राहकों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है और जून तक प्राप्त 100 फीसदी शिकायतों का समाधान कर दिया गया है.
हालांकि, इस महीने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सामने आई शिकायतों से संकेत मिलता है कि समस्याओं को पूरी तरह से समाधान नहीं हुआ है.
इस महीने की शुरूआत में केंद्र सरकार ने एडटेक कंपनियों को अपने कोर्सेज बेचने के लिए अनैतिक व्यापार गतिविधियों को अपनाने को लेकर चेतावनी दी थी.