क्या दिल्ली बनेगा देश की EV कैपिटल? सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ कर हुई 250
दिल्ली सरकार ने दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में तेज़ी से प्रयास किये हैं. पिछले चार महीनों में 247 इलेक्ट्रिक बसें लॉंच की गई हैं.
दिल्ली में वायू प्रदुषण की समस्या से निपटने के लिए डीटीसी में लगातार इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जा रहा है. कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने DTC के बेड़े में 97 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल कर दिया है. इन 97 बसों को लॉन्च करने के बाद दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने वाली कुल बसों की संख्या 250 हो जाएगी. दिल्ली में पहली इलेक्ट्रिक बस जनवरी में सड़क पर उतारी गई थी. दूसरी बस मार्च में आई थी. 24 मई को और 150 बसें लॉन्च की गईं.
इस मौके पर बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन का भी सीएम ने उदघाटन किया. इन बसों के लिए लगभग 25000 पब्लिक चार्जिंग पॉइंट्स बनाये गए हैं.
बसों के उदघाटन के मौके पर केजरीवाल ने खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि अगले महीने 50 और बसें आ रही हैं, सितंबर तक दिल्ली में 300 बसें हो जाएंगी और नवंबर 2023 तक 1800 बसें हो जाएंगी. इसके अलावा 2025 तक 10380 बसें चलाने का लक्ष्य रखा गया है. आज दिल्ली में 7373 बसें चल रही हैं जो अभी तक की सबसे अधिक संख्या हैं. दिल्ली की इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के 2 साल के अंदर 60 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल दिल्ली की सड़कों पर दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं.
2023 तक 55 इलेक्ट्रिक डिपो तैयार हो जाएंगे. मौके पर उपस्थित दिल्ली के ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली के सीएम का विजन है कि दिल्ली को ईवी कैपिटल बनाना है और उसकी शुरुआत हो चुकी है.
दिल्ली सरकार हमेशा अपने लोगों को ग्रीनर मोड पीएफ ट्रांसपोर्ट और ईवी पर स्विच करने के लिए प्रेरित कर रही है. दिल्ली सरकार की योजना है कि साल 2025 तक दिल्ली परिवहन की 80 प्रतिशत बसें इलेक्ट्रिकल कर दी जाएं.
ये इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली परिवहन निगम के तहत शामिल टाटा मोटर्स के स्वच्छ ईंधन सार्वजनिक परिवहन वाहन हैं.
भारत में तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ रही है और इलेक्ट्रिक बसों की बिक्री भी बढ़ रही है. अभी टाटा मोटर्स ने बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन से 921 इलेक्ट्रिक बसों का ऑर्डर स्वीकार किया है. टाटा मोटर्स को पिछले 30 दिनों में पहले ही दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) से 1,500 इलेक्ट्रिक बसों और पश्चिम बंगाल परिवहन निगम (डब्ल्यूबीटीसी) से 1,180 इलेक्ट्रिक बसों के ऑर्डर मिल चुके हैं.
अब तक, टाटा मोटर्स ने भारत के कई शहरों में 715 से अधिक इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति की है, जिन्होंने कुल मिलाकर 40 मिलियन किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की है.
कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) द्वारा बड़े टेंडर के तहत, टाटा मोटर्स अनुबंध के अनुसार 12 साल की अवधि के लिए इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति, संचालन और रख-रखाव करेगी. टाटा मोटर्स अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास सुविधाओं से लैस इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड, सीएनजी, एलएनजी, हाइड्रोजन फ्यूल सेल और वैकल्पिक ईंधन द्वारा संचालित बसों का विकल्प देती है.
(फीचर इमेज क्रेडिट: @kgahlot twitter)