इस IPO के लिए रहें तैयार, खुलने से पहले ही 50% से ज्यादा हुआ GMP, क्या लिस्टिंग के दिन दोगुने होंगे पैसे?
हाल ही में हर्षा इंजीनियर्स के आईपीओ ने निवेशकों को लिस्टिंग के दिन ही तगड़ा मुनाफा दिया. अब जल्द ही इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया का आईपीओ खुलने वाला है. जानिए इस आईपीओ के शेयर की कीमत और जीएमपी.
हर साल की तरह इस साल भी कई IPO आए हैं और कई आने वाले हैं. ऐसा ही एक आईपीओ है Electronics Mart India IPO, जो कल यानी मंगलवार 4 अक्टूबर 2022 से खुल रहा है और 7 अक्टूबर को बंद होगा. इस आईपीओ के शेयर की कीमत 56-59 रुपये के दायरे में रखी गई है. हालांकि, इस आईपीओ ने खुलने से पहले ही धमाल मचाना शुरू कर दिया है. इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) अभी 33 रुपये तक जा पहुंचा है यानी यह आईपीओ खुलने से पहले ही इसे लोगों का अच्छा रुझान मिल रहा है. बता दें कि ग्रे मार्केट वह होता है, जहां किसी कंपनी के शेयर ट्रेडर्स को अनाधिकारिक रूप से ऑफर किए जाते हैं.
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया के आईपीओ से कंपनी करीब 500 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इन पैसों से कंपनी अपने जरूरी खर्चे करेगी और ग्रोथ में निवेश करेगी. साथ ही कंपनी इन पैसों के कुछ हिस्से से अपने कर्ज की भरपाई करेगी. उम्मीद की जा रही है कि कंपनी के शेयर 17 अक्टूबर को शेयर बाजार में लिस्ट होंगे. यह आईपीओ खुलने से पहले ही 50 फीसदी से अधिक के ग्रे मार्केट प्रीमियम पर पहुंच चुका है. देखना दिलचस्प रहेगा कि लिस्टिंग के दिन निवेशकों के पैसे दोगुने होते हैं या नहीं.
क्या करती है ये कंपनी?
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया की शुरुआत पवन कुमार बजाज और करन बजाज ने बजाज इलेक्ट्रॉनिक्स नाम के तहत कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और इलेक्ट्रॉनिक स्टोर के जरिए की थी. कंपनी के मल्टी-ब्रांड आउटलेट बजाज इलेक्ट्रॉनिक्स के तहत ऑपरेट होते हैं. इसके अलावा कंपनी के दो खास स्टोर हैं, पहला है किचन स्टोरीज (Kitchen Stories), जिसके तहत किचन से जुड़े उपकरण बिकते हैं. दूसरा है ऑडियो एंड बियॉन्ड (Audio & Beyond), जिसके तहत हाई क्वालिटी के होम ऑडियो और होम ऑटोमेशन बेचे जाते हैं.
वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का रेवेन्यू करीब 36 फीसदी बढ़कर 4349 करोड़ रुपये हो गया, जो उससे एक साल पहले 3201 रुपये था. वहीं नेट प्रॉफिट में 77 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली, जिसके बाद कंपनी का मुनाफा 58.6 करोड़ रुपये से बढ़कर 104 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी का करीब 90 फीसदी रेवेन्यू रिटेल चेन से आता है. इसका करीब 50 फीसदी रेवेन्यू बड़े उपकरणों से आता है.
पहली छमाही में IPO से आई 32% कम राशि
चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में 14 कंपनियों की तरफ से लाए गए आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (IPO) से 35,456 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं. यह आंकड़ा एक साल पहले की समान अवधि में आईपीओ से जुटाई गई राशि की तुलना में 32 प्रतिशत कम है. प्राइम डेटाबेस की तरफ से जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही आईपीओ के लिहाज से ज्यादा अच्छी नहीं रही है. इस दौरान कुल 14 कंपनियां अपना आईपीओ लेकर आईं, जिनके जरिये 35,456 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई.
एक साल पहले की समान अवधि में कुल 25 आईपीओ के माध्यम से 51,979 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. इस सुस्ती के बावजूद चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में आईपीओ गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार नियामक सेबी की तरफ से 71 आईपीओ प्रस्तावों को मंजूरी मिल चुकी है, जिनके जरिये 1,05,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है.