एलन का ऐलान, टेस्ला कर्मचारी परेशान, 10% स्टाफ की होगी छंटनी
एलन मस्क ने कहा है कि टेस्ला अपने स्टाफ की संख्या में 10% की कटौती करेगी. साथ ही दुनियाभर में सभी नई हायरिंग पर भी रोक लगा दी गई है. उन्होंने ग्लोबल इकोनाॅमी को लेकर भी चिंता जाहिर की है.
लगता है 'कर्मचारियों की छंटनी' दुनियाभर में नया ट्रेंड बन गया है. जहां कोरोना काल में तमाम कंपनियों ने अपने-अपने ऑफिस में कर्मचारियों की छंटनी शुरू की; इस पर अभी तक लगाम नहीं लग पाई है. आए दिन कंपनियां स्टाफ की छंटनी कर रही है.
हाल ही में छंटनी की ख़बर किसी छोटी-मोटी कंपनी से नहीं, बल्कि उस कंपनी से आई है, जिसका मालिक दुनिया का सबसे अमीर शख्स है. जी हां, हम बात कर रहे हैं एलन मस्क (Elon Musk) और उनकी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी
की.मस्क ने कहा है कि टेस्ला अपने स्टाफ की संख्या में 10% की कटौती करेगी. साथ ही दुनियाभर में सभी नई हायरिंग पर भी रोक लगा दी गई है. उन्होंने ग्लोबल इकोनाॅमी को लेकर भी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि दुनियाभर में इकाेनाॅमी के जो हालात हैं, उन्हें देखकर बहुत बुरी महसूस हाे रहा है.
रॉयटर्स की एक ख़बर के मुताबिक, गुरुवार को टेस्ला के अधिकारियों को एक इंटरनल ईमेल भेजा गया था. इस ईमेल का सब्जेक्ट "दुनिया भर में सभी हायरिंग्स को रोकें" था. एलन मस्क ने अपने ई-मेल में लिखा है कि कंपनी को दुनियाभर में नए लोगों को नौकरियों पर रखने के प्रोसेस पर रोक लगा देनी चाहिए. इकोनॉमी को लेकर उन्हें 'बहुत बुरी फीलिंग' आ रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स मुताबिक, वर्ष 2021 के अंत तक टेस्ला के कर्मचारियों की कुल संख्या 1 लाख थी.
आपको बता दें कि इससे पहले एलन मस्क ने टेस्ला के कर्मचारियों को चेतावनी दी थी कि या तो वे ऑफिस आकर काम करें, वरना टेस्ला छोड़ दें. सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा एक मेल लीक हुआ था. इस मेल में कोरोना के कारण शुरू हुआ वर्क-फ्रॉम-होम खत्म करने का ऐलान किया गया था. मेल में लिखा था कि कर्मचारियों को हर हफ्ते कम से कम 40 घंटे ऑफिस में आकर काम करना होगा.
हाल ही में भारत में भी कई दिग्गज कंपनियों और स्टार्टअप्स ने कर्मचारियों की छंटनी की है. हॉबी स्टार्टअप
ने 145 कर्मचारियों की छंटनी की थी. ने 600 एम्प्लॉइज को नौकरी से निकाल दिया था. एडटेक स्टार्टअप ने भी बीते मई महीने में दो बार में (200 और 424) लोगों को नौकरी से निकाला थी. इससे पहले, अप्रैल महीने में एक और एडटेक स्टार्टअप ने भी 600 लोगों को नौकरी से निकाल दिया था. स्टार्टअप अपना कामकाज बंद कर ही चुकी है. OTT प्लेटफॉर्म ने भी करीब 150 कर्मचारियों और दर्जनों कॉन्ट्रैक्टर्स की छंटनी कर की थी.