गैर-कृषि क्षेत्र में नई यूनिट में मदद के लिए KVIC का PMEGP: MSMEs में रोजगार के कितने अवसर हुए पैदा
PMEGP के तहत उत्पन्न रोजगार का आंकड़ा 2021-22 में 40 प्रतिशत बढ़कर 825,752 पर पहुंच गया.
केंद्रीय MSME मंत्रालय, गैर-कृषि क्षेत्र (Non-Farm Sector) में नई इकाइयों की स्थापना में उद्यमियों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) लागू कर रहा है. मंत्रालय ऐसा, खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के माध्यम से कर रहा है. इस कदम का उद्देश्य व्यापक रूप से दूर-दूर तक फैले पारंपरिक कारीगरों/ग्रामीण और शहरी बेरोजगार युवाओं को एक साथ लाना और उन्हें उनके दरवाजे पर स्वरोजगार के यथासंभव अवसर प्रदान करना है.
PMEGP के तहत सामान्य श्रेणी के लाभार्थी, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रॉजेक्ट लागत के 25% और शहरी क्षेत्रों में 15% की मार्जिन मनी (एमएम) सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, महिला, पूर्व सैनिक, शारीरिक रूप से विकलांग; पूर्वोत्तर क्षेत्र, पहाड़ी और सीमावर्ती क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले लाभार्थी आदि जैसे विशेष श्रेणियों से संबंधित लाभार्थियों के लिए मार्जिन मनी सब्सिडी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रॉजेक्ट लागत का 35% और शहरी क्षेत्रों में 25% है. प्रॉजेक्ट की अधिकतम लागत विनिर्माण क्षेत्र में 50 लाख रुपये और सेवा क्षेत्र में 20 लाख रुपये है.
वर्ष 2018-19 से 2022-23 तक देश में PMEGP के तहत सहायता प्राप्त इकाइयों की संख्या, वितरित मार्जिन मनी सब्सिडी और सृजित रोजगार अनुमानत: इस प्रकार हैं:
2018-19 के मुकाबले 2021-22 में सृजित रोजगार में कोई कमी नहीं
यह जानकारी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी. MSME मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि PMEGP के तहत 2018-19 की तुलना में 2021-22 के दौरान सृजित रोजगार में कोई कमी नहीं आई है. वास्तव में, PMEGP के तहत उत्पन्न रोजगार का आंकड़ा 2018-19 में 587,416 था. यह 2021-22 में 40 प्रतिशत बढ़कर 825,752 पर पहुंच गया.
रोजगार के अधिक अवसरों के लिए KVIC के कदम
देश में रोजगार के अधिक अवसर पैदा करने के लिए KVIC द्वारा जो कदम उठाए जा रहे हैं, वे इस तरह हैं...
- रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए KVI योजनाओं का प्रचार करने को लेकर सभी स्तरों पर जागरूकता शिविर, कार्यशालाएं और प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही हैं.
- प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से KVI योजनाओं का प्रचार.
- देश के किसानों, आदिवासियों और बेरोजगार युवाओं की आय जरूरतों को पूरा करने के लिए KVIC ने 2017-18 के दौरान हनी मिशन लॉन्च किया. हनी मिशन के तहत, प्रत्येक व्यक्ति को मधुमक्खी के छत्ते के साथ 10 मधुमक्खी के बक्से प्रदान किए जाते हैं.
- कुम्भार सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत KVIC, स्किल अपग्रेडेशन ट्रेनिंग प्रदान करके और अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पादों के उत्पादन के लिए इलेक्ट्रिक पॉटरी व्हील्स, ब्लंगर, पग मिल, भट्ठा आदि जैसे नए घरेलू स्तर के एनर्जी इफीशिएंट उपकरण प्रदान करके मिट्टी के बर्तन बनाने वाले ग्रामीण कारीगरों की आजीविका का उत्थान कर रहा है.
- KVIC ने www.ekhadiindia.com, www.khadiindia.gov.in के माध्यम से सभी KVI उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी है.
Edited by Ritika Singh