Eye-Q ने गुरुग्राम में अपने हॉस्पिटल में पेश की आधुनिक एलिटा सिल्क प्रोसीजर टेक्नोलॉजी
यह आधुनिक टेक्नोलॉजी मुख्य तौर पर हाई पावर प्रिस्क्रिप्शन से जुड़े लोगों के लिए अनुकूल है, जिसका लक्ष्य 18 से 35 साल उम्र वर्ग के लोगों को चश्मे पर निर्भरता से मुक्त कराना है.
प्रख्यात हॉस्पिटल आई केयर चेन
ने अपने प्रमुख आई-केयर हॉस्पिटल में जॉनसन ऐंड जॉनसन द्वारा तैयार टेक्नोलॉजी एलिटा सिल्क प्रोसीजन को पेश कर आई-केयर डिलिवरी के क्षेत्र में शानदार सफलता हासिल की है. 14 सितंबर, 2023 को गुरुग्राम के आई-क्यू सुपर-स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल में उद्योग दिग्गजों, प्रतिष्ठित मेहमानों और हेल्थकेयर पेशेवरों की मौजूदगी में इस टेक्नोलॉजी का उद्घाटन किया गया.एलिटा सिल्क प्रोसीजर की पेशकश ऑफ्थलमॉलोजी के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है और यह सिर्फ 2एमएम के माइक्रो-इंसीजन के साथ ‘नो फ्लैप प्रोसीजर’ में सक्षम है. यह आधुनिक टेक्नोलॉजी खासकर हाई पावर के चश्मे वाले लोगों के लिए अनुकूल है और इसका मकसद 18 से 35 वर्ष उम्र वर्ग के लोगों को चश्मों पर निर्भरता से मुक्त कराना है. सिल्क टेक्नोलॉजी का खास फायदा यह है कि इसमें रिकवरी काफी जल्द हो जाती है. जहां पारंपरिक लसिक प्रक्रियाओं में फुल रिकवरी के लिए करीब एक सप्ताह लगता है, वहीं सिल्क टेक्नोलॉजी तेजी से स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित करती है और इसके लिए महज एक दिन ही पर्याप्त है. यह न सिर्फ प्रक्रिया को सुरक्षित बनाती है बल्कि मरीजों के अस्पताल में रुकने के समय को भी कम करती है.
नेत्र चिकित्सा उपचार को उन्नत बनाने में सराहनीय प्रयासों के लिए आई-क्यू टीम की प्रशंसा करते हुए, लसिक एंड रिफ्रेक्टिव सर्विसेज के उप-निदेशक डॉ. कपिल अरनेजा ने मशीन का उद्घाटन किया. इस अवसर पर अन्य प्रमुख लोग भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में आई-क्यू टीम के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया, जिनमें आई-क्यू फैकल्टी और डॉक्टरों की टीम शामिल थी.
Eye-Q के फाउंडर एवं सीएमडी डॉ. अजय शर्मा ने कहा, "आई-क्यू के लिए मेरा विजन हमेशा नेत्र चिकित्सा देखभाल में नवाचार को बढ़ावा देना रहा है. एलिटा सिल्क प्रोसीजर शुरू करने वाले भारत के पहले लोगों में से एक होना इस दृष्टिकोण का प्रमाण है. यह नई पेशकश न सिर्फ एक बड़ी उपलब्धि है बल्कि भारत में आई-केयर सुविधा प्रदान करने के तौर-तरीकों में बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम है. सिल्क टेक्नोलॉजी के साथ, हम लोगों को चश्मों की समस्या से जल्द और पहले की तुलना में ज्यादा सुरक्षित तरीके से छुटकारा दिलाना चाहते हैं. लेकिन इस सुविधा के साथ हमारी यात्रा बरकरार है. हम सिल्क टेक्नोलॉजी की पहुंच बढ़ाने, पूरे देश में ज्यादा छात्रों तक विश्वस्तरीय आई-केयर सुलभ कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह हमारा वादा है और हमारी बनने वाली विरासत है."
आई-क्यू सुपर-स्पेशियलिटी हाई हॉस्पिटल, गुरुग्राम में लसिक एंड रिफ्रेक्टिव सर्विसेज के उप-निदेशक डॉ. कपिल अरनेजा ने कहा, "एलिटा सिल्क प्रोसीजर की शुरुआत के दौरान इस फैसिलिटी का हिस्सा बनना बेहद खुशी का अवसर है. यह टेक्नोलॉजी आई-केयर के परिदृश्य को पुनर्परिभाषित करती है, उन लोगों के लिए तेज और सुरक्षित समाधान प्रदान करती है जो हाई-पावर चश्मों का इस्तेमाल करते हैं. यह इस क्षेत्र में नवाचार की सीमाओं को पार करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. सिल्क के साथ, हम न सिर्फ दृष्टि में सुधार ला रहे हैं बल्कि जीवन स्तर को भी उन्नत बना रहे हैं, लोगों को चश्मे के झंझट से मुक्त होने में सक्षम बना रहे हैं और नई दृष्टि एवं स्पष्टता के साथ दुनिया में जीने में सक्षम बना रहे हैं."
अटूट प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ आई-क्यू ने अनगिनत लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने के अपने संकल्प को मजबूत बनाया है. आई-क्यू ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों की जरूरतें पूरी करने के लिए सिल्क टेक्नोलॉजी की पहुंच बढ़ाने पर जोर दिया है.निकट भविष्य में, आई-क्यू अपने आई-क्यू सुपर-स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल में एलिटा सिल्क प्रोसीजर शुरू करने की योजना बना रही है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि देशभर में ज्यादा से ज्यादा लोग नेत्र चिकित्सा में इस नई तकनीक का लाभ उठा सकेंगे.
Edited by रविकांत पारीक