जनता का फरमानः 58% यूजर्स चाहते हैं ट्विटर हेड का पद छोड़ दें एलन, क्या पोल के नतीजे मानेंगे मस्क
इस पोल में 17,502,391 लोगों ने यानी करीबन 57.5 फीसदी लोगों ने कहा है कि हां मस्क को हेड के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. जबकि, 42.5 फीसदी यूजर्स ने ना में वोट दिया है यानी इतने लोग नहीं चाहते कि मस्क ट्विटर हेड के पद से हटें.
एलन मस्क ने रविवार को ट्विटर पर एक पोल पोस्ट करके यूजर्स से पूछा था कि क्या उन्हें ट्विटर हेड के पद से हट जाना चाहिए. इस पोल के नतीजे सामने आ गए हैं.
इस पोल में 17,502,391 लोगों ने यानी करीबन 57.5 फीसदी लोगों ने कहा है कि हां उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. जबकि 42.5 फीसदी यूजर्स ने ना में वोट दिया है यानी इतने लोग नहीं चाहते कि मस्क ट्विटर हेड के पद से हटें.
मस्क ने इस ट्वीट के साथ लिखा था कि इस पोल के जो भी नतीजें होंगे वो उसे स्वीकार करके उसे मानेंगे. अब देखना होगा कि क्या मस्क वाकई इस पोल के नतीजों को मानते हैं.
मस्क ने ये भी कहा कि आगे जाकर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के लिए जो भी पॉलिसी से जुड़े जो भी बड़े फैसले होंगे उनका फैसला पोल के जरिए ही किया जाएगा.
मालूम हो कि मस्क ने जब से ट्विटर को खरीदा है तब से अपने फैसलों के लिए उन्होंने काफी आलोचना बटोरी है. उन्होंने पद संभालने के कुछ समय बाद ही आधे से ज्यादा स्टाफ को नौकरी से निकालने का फरमान सुना दिया. जिन अकाउंट्स को बैन किया गया था उन्हें दोबारा चालू कर दिया.
इतना ही नहीं ट्विटर पर इस आपाधापी के बीच कहा कि अब वो टेस्ला पर दोबारा फोकस करेंगे. ट्विटर के अधिग्रहण के बाद टेस्ला के निवेशकों के मन में ये डर था कि मस्क का सारा ध्यान अब ट्विटर पर ही रहेगा और इस वजह से टेस्ला के शेयरों में लगातार गिरावट जारी थी.
मस्क ने बीते गुरुवार को ही ढेरों जर्नलिस्ट्स जो ट्विटर पर सबसे एक्टिव रहने वाले यूजर्स में से एक हैं उन्हें बैन कर दिया था. उसके बाद गुरुवार देर रात तो मस्क ट्वीट्स पोस्ट करके नजर आए. कंपनी ने वॉशिंगटन पोस्ट और सीएनएन को यह कहते हुए बैन कर दिया ये ऑर्गनाइजेशन उनके लोकेशन की जासूस कर रहे हैं.
मस्क के इस कदम की अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन और यूनाइटेड नेशंस जैसे संस्थानों से आलोचना सुननी पड़ी. संस्थानों ने मस्क के इस कदम को खतरनाक कदम बताया.
बीते वीकेंड, ट्विटर ने एक नई पॉलिसी का भी ऐलान किया था. उसमें कहा गया था कि ऐसे अकाउंट जिन्हें ट्विटर के प्रतिद्वंदी प्लैटफॉर्म को प्रमोट करने के लिए बनाया गया है उन्हें ट्विटर बैन करेगा. इस फैसले के अंतर्गत एक बेहद जाने माने अकाउंट का सस्पेंशन किया गया. कुछ ही समय के बाद मस्क ने कहा कि अब वो इस पॉलिसी में कुछ बदलाव करेंगे.
मस्क ने आने के बाद जो फैसले लिए उससे ज्यादा दिक्कत उनके बार-बार अपने फैसलों में बदलाव से हो रही है. इस तरह के व्यवहार से एडवर्टाइजर्स और यूजर्स दोनों के बीच काफी संशय फैल रहा है कि कौन सा कंटेंट पोस्ट किया जा सकता है या नही. रविवार को मस्क ने अपने फैसले पर माफी मांगते हुए कहा कि अब वो बड़े फैसलों पर वोट कराएंगे.
Edited by Upasana