2030 तक Flipkart का 100% इलेक्ट्रिक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क का लक्ष्य
ईवी को अपनाने की रणनीतिक पहल से फ्लिपकार्ट की परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, हब के स्तर पर प्रति ऑर्डर लागत कम हुई है और आखिरी छोर तक डिलीवरी की गति पारंपरिक वाहनों की तुलना में 20 प्रतिशत तक तेज हुई है.
भारत के घरेलू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट (
) ने अपनी डिलीवरी फ्लीट में कुल 10,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को जोड़ने के साथ एक उल्लेखनीय पड़ाव पार किया है. पिछले कुछ वर्षों में आखिरी छोर तक डिलीवरी पहुंचाने की प्रक्रिया में चरणबद्ध तरीके से ईवी को शामिल करते हुए यह उपलब्धि प्राप्त हुई है. यह कदम क्लाइमेट ग्रुप की ईवी100 पहल के तहत 2030 तक अपने लॉजिस्टिक्स को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक करने की फ्लिपकार्ट की प्रतिबद्धता के अनुरूप है. 13 नवंबर से नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में शुरू होने जा रहे फ्लिपकार्ट के बहुप्रतीक्षित सस्टेनेबिलिटी एक्शन समिट 2024 से पहले कंपनी की ओर से यह जानकारी साझा की गई है.अभी फ्लिपकार्ट की इलेक्ट्रिक डिलीवरी फ्लीट का 75 प्रतिशत दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई समेत टियर-1 शहरों में केंद्रित है. अगस्त, 2024 में फ्लिपकार्ट ने बताया था कि ग्रॉसरी के 55 प्रतिशत से ज्यादा ऑडर्स की डिलीवरी ईवी के माध्यम से की जा रही है. इसी के साथ, 2024 के त्योहारी सीजन के दौरान फ्लिपकार्ट ने अपनी ईवी फ्लीट का प्रयोग करते हुए लखनऊ, सोनीपत, लुधियाना, भुवनेश्वर, मालदा, हुबली और विजाग समेत टियर 2+ शहरों में 16 प्रतिशत से ज्यादा ग्रॉसरी ऑर्डर डिलीवर किए. इससे इन क्षेत्रों में त्योहारी सीजन में बढ़ी हुई मांग को पर्यावरण के अनुकूल एवं दक्ष तरीके से पूरा करने में मदद मिली.
ईवी को अपनाने की रणनीतिक पहल से फ्लिपकार्ट की परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, हब के स्तर पर प्रति ऑर्डर लागत कम हुई है और आखिरी छोर तक डिलीवरी की गति पारंपरिक वाहनों की तुलना में 20 प्रतिशत तक तेज हुई है.
अपनी ईवी फ्लीट को बढ़ाने के अलावा फ्लिपकार्ट ने सस्टेनेबल ट्रांजिशन को समर्थन देने के लिए चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में भी उल्लेखनीय निवेश किया है. कंपनी ने टियर-2 शहरों में 190 चार्जर्स के साथ कुल 38 डेडिकेटेड चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए अडाणी ग्रुप के साथ साझेदारी की है, साथ ही ईवी को बढ़ावा देने की योजना के तहत सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का विकास भी कर रही है. इसके साथ-साथ फ्लिपकार्ट ने कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु में लास्ट-माइल एग्रीगेटर की शुरुआत भी की है. इसके तहत सप्लाई चेन से जुड़े परिचालन को बेहतर करने और इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग को बढ़ाने के लिए ईवी-फोकस्ड फ्लीट ऑपरेटर्स के साथ साझेदारी की गई है.
इस उपलब्धि को लेकर अपने विचार साझा करते हुए फ्लिपकार्ट ग्रुप के एसवीपी व सप्लाई चेन, कस्टमर एक्सपीरियंस एवं री-कॉमर्स बिजनेस के ग्रुप हेड हेमंत बद्री ने कहा, “10,000 से ज्यादा ईवी के साथ हमने इस क्षेत्र में जो उपलब्धि हासिल की है, वह मात्र लॉजिस्टिकल शिफ्ट नहीं है, यह अपने उपभोक्ताओं के लिए सर्विस एफिशिएंसी बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण पर स्थायी सकारात्मक प्रभाव डालने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण भी है. ईवी फ्लीट के अपने विस्तार को चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश के साथ मिलाते हुए हम न केवल परिचालन के मामले में उत्कृष्टता प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि इस उद्योग में बड़े पैमाने पर पर्यावरण के अनुकूल प्रक्रियाओं को अपनाने की दिशा में नए मानक भी स्थापित कर रहे हैं. हम जैसे-जैसे इस बदलाव को विस्तार दे रहे हैं, हमारा फोकस ऐसा सप्लाई चेन बनाने पर है, जो लचीला भी हो और पर्यावरण के अनुकूल भी हो.”
फ्लिपकार्ट की नवीनतम उपलब्धि को लेकर फ्लिपकार्ट के सस्टेनेबिलिटी हेड निशांत गुप्ता ने कहा, “अपनी डिलीवरी फ्लीट में इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने की दिशा में अपने सफर की शुरुआत से ही हम लगातार अपने डिलीवरी नेटवर्क में ऐसे बदलाव के लिए काम कर रहे हैं, जिससे हरित भविष्य का निर्माण हो सके. भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने को गति देने के लिए इकोसिस्टम में कई तरह के बदलाव जरूरी है और हमें यह कहते हुए गर्व है कि हमने इस दिशा में सकारात्मक पहल की है. क्लाइमेट ग्रुप की ईवी100 पहल के साथ रणनीतिक साझेदारी और अग्रणी ओईएम, ईवी सर्विस प्रोवाइडर्स, चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स, फाइनेंसिंग इकाइयों और मैनपावर सोर्सिंग एजेंसियों के साथ गठजोड़ के माध्यम से हम 2030 तक अपने डिलीवरी फ्लीट को 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक करने का लक्ष्य पाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. यह बदलाव न केवल सस्टेनेबिलिटी के हमारे लक्ष्य के अनुरूप है, बल्कि ग्राहकों को सुगम, ज्यादा दक्ष एवं किफायती परिवहन की व्यवस्था देकर और स्वच्छ शहर का निर्माण करते हुए सर्विस एक्सपीरियंस को भी निखार रहा है.”
इस उपलब्धि से जिम्मेदार कॉरपोरेट के रूप में फ्लिपकार्ट की स्थिति और मजबूत हुई है, 2030 तक डिलीवरी फ्लीट को 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक करने के लक्ष्य की ओर कंपनी के कदम आगे बढ़े हैं, साथ ही ग्राहकों को भरोसेमंद, किफायती और पर्यावरण के अनुकूल सेवाएं प्रदान करना भी संभव हुआ है.