बोतल बंद हवा बेचकर कई कंपनियां बनीं करोड़पति
"पूरी दुनिया में प्रदूषण का कहर लाखों लोगों की जान ही नहीं ले रहा है बल्कि उसने एक नया बाजार भी पैदा कर दिया है। इस समय भारत, अमेरिका, चीन, कनाडा, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया आदि देशों में बोतल बंद हवा बेचकर कई कंपनियां हर महीने करोड़ों रुपए की कमाई कर रही हैं।"
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि हर साल वायु प्रदूषण से दुनिया में पांच साल से कम उम्र के सात लाख बच्चों की जान चली जा रही है। वही प्रदूषण हमारे देश में एक लाख लोगों में से 195 लोगों की जान ले ले रहा है। दिल्ली का स्मॉग तो पूरे विश्व में चर्चा का विषय बना ही हुआ है। इसी प्रदूषण ने एक नए तरह के बाजार को जन्म दे दिया है, जिसे हम कह सकते हैं बोतल में बंद हवा।
गौरतलब है कि दो साल पहले गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) ने दिल्ली में एक चर्चित यूट्यूब वीडियो से आइडिया लेकर ताजा हवा बेचने का कैंपेन स्पॉन्सर किया था, और अब कई कंपनियां बोतल बंद ताजा हवा ऑनलाइन बेच रही हैं। हमारे देश में यह लगभग दो हजार रुपए में आठ लीटर मिल रही है। हांगकांग की एक कंपनी ब्रिटॉन दूसरे देशों से ताजा हवा ले जाकर चीन में बेच रही है। कनाडा की वाइटैलिटी एयर कई तरह की ताजा हवाएं बोतल में बंद कर बेच रही है। पिछले साल से एक भारतीय कंपनी भी चमोली (उत्तराखंड) की पहाड़ियों की ताज़ा हवा 550 रुपए में 10 लीटर बेच रही है। ऑस्ट्रेलिया की कंपनी ऑजेयर अपने यहां की हवा का कारोबार भारत में कर रही है। इस कंपनी की 15 लीटर ताजा हवा 3250 रुपए में बिक रही है, जबकि साढ़े सात लीटर ताजा हवा की कीमत 1764 रुपए है।
कनाडा की कंपनी वाइटैलिटी एयर बैंफ एंड लेक तो 2014 से ही पहाड़ों की ताजी हवा बेचकर मोटी कमाई कर रही है। कंपनी ने इन बोतलों की जब चीन में बिक्री शुरू की, पहली खेप की पांच सौ बोतलें हाथोहाथ बिक गईं। आजकल ये कंपनी उत्तर अमेरिका से लेकर मध्य पूर्व र्के देशों तक हवा बेच रही है। कंपनी ने 'बैंफ एयर' और 'लेक लुईस' दो श्रेणियों में हवा बाजार में उतारी है।
बैंफ एयर की तीन लीटर की बोतल की कीमत 20 कनाडाई डॉलर यानी लगभग 952 रुपये और 7.7 लीटर बोतल की कीमत 32 कनाडाई डॉलर यानी 1,532 डॉलर है। बोतल बंद हवा की सबसे ज्यादा बिक्री अभी खासतौर से चीन, अमेरिका और मध्य पूर्व के देशों में हो रही है। चीन में तो बोतल बंद हवा उपहार के रूप में भेट की जा रही है। चीन ही वाइटैलिटी एयर बैंफ एंड लेक कंपनी का सबसे बड़ा बाजार है।
फ्रेश एयर बेचने वाली कंपनी ब्रिटॉन का दावा है कि हर जगह की हवा की खुशबू अलग होती है। कोई भी व्यक्ति अपनी पसंद के इलाके की बोतलबंद ताजा हवा खरीद सकता हैं। प्योर हिमालयन एयर कंपनी हिमालय की हवा बेच रही है। साढ़े पांच सौ रुपए की इस दस लीटर हवा की बोतल से जुड़े मास्क के माध्यम से 160 बार (यानी इतने ही सेकंड) सांस ली जा सकती है।
एक दिन वो थे, जब कोई बोतल बंद पानी भी नहीं खरीदना चाहता था। आज उसका बाजार 15 हजार करोड़ रुपए से ऊपर पहुंच चुका है। ऑनलाइन अमेजान और फ्लिपकार्ट भी 1200 रुपए बोतल ताज़ा हवा बेच रही हैं। इसकी इतनी डिमांड है कि अक्सर वह ‘आउट आफ स्टाक’ हो चुकी है।
डिब्बाबंद हवा खरीदने का सबसे ज्यादा रुझान उच्चवर्ग में है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में देश की गरीब आबादी पर क्या कुछ बीतने वाला है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 18 एशिया में हैं, जिनमें से 13 सिर्फ भारत में हैं। हवा की खेती बाड़ी ब्रिटेन में भी चल निकली है। वहां की कंपनी आएटहाएर वहां के डोरसेट, सोमरसेट और वेल्स जैसे इलाकों से जमा हवा का कारोबार कर रही है।
कंपनी के मालिक लियो डे वाट्स ब्रिटेन की ताज़ा हवा 580 मिली लीटर के शीशे के जार में प्रति जार 7800 रुपये में अमीरों को धड़ल्ले से बेचकर लाखों की कमाई कर रहे हैं। हवा के धंधे में इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई विटैलिटी एयर और ब्रिटेन की द वेट्स कंपनी की हो रही है। इसी तरह स्विटजरलैंड और आस्ट्रेलिया की दो कंपनियां भी ताज़ा हवा केन में बेच रही हैं।