1 लाख रुपये से 5 करोड़ रुपये तक: जानिए कैसे आलीशान कैंपिंग स्टार्टअप का निर्माण कर रहे हैं ये 5 कॉलेज फ्रेंड
मानो या न मानो, लेकिन मिलेनियल्स हर इंडस्ट्री को तो प्रभावित नहीं कर रहे हैं! भले ही वे पर्याप्त कार नहीं खरीद रहे हों और अपना खुद का घर खरीदने के बजाए किराये पर रहना पसंद कर रहे हों लेकिन, वे निश्चित रूप से अपने वीकेंड गेटवे को गंभीरता से ले रहे हैं।
इस मौजूदा युवा पीढ़ी में - खासतौर से 30 से कम उम्र के युवाओं में- कैंपिंग (camping) का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए पांच कॉलेज दोस्तों ने एक बड़ा कदम उठाया है। इन 5 कॉलेज फ्रेंड्स ने एडवेंचर ट्रैवलर्स के लिए मूनस्टोन हैमॉक (Moonstone Hammock) नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया है। ये ट्रैवल कैंपिंग स्टार्टअप ट्रैवल लवर्स को हरी-भरी अनजान जगहों को एक्सप्लोर करने का मौका दे रहे है।
2019 उत्तर अमेरिकी कैम्पिंग रिपोर्ट का हवाला देते हुए फोर्ब्स ने इस स्पेस में भारतीय बाजार को नवजात अवस्था में बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में 70 मिलियन से अधिक परिवारों ने 2018 में कम से कम एक बार कैंपिंग की है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि अब ये ट्रेंड भारतीय मिलेनियल्स में भी तेजी से बढ़ रहा है। वे अब योजनाबद्ध यात्रा कार्यक्रम और चेकलिस्ट पर्यटन को "क्लोज-टू-नेचर" गतिविधियों में शामिल कर रहे हैं। उनकी चेकलिस्ट में ग्लंपिंग, कैंपिंग एडवेंचर टूरिज्म आदि शामिल हैं। मुंबई स्थित मूनस्टोन हैमॉक ट्रैवलर्स को न्यू-एज पैटर्न प्रोवाइड कराता है।
मिलेनियल्स के ट्रैवल करने के बदलते तरीकों को ध्यान में रखते हुए, यह स्टार्टअप पूरे भारत में स्थित चार कैपसाइट में शानदार अनुभव और गतिविधियों की एक पूरी सीरीज प्रोवाइड करता है। इसकी चार कैंपसाइट कर्नाटक के हम्पी और गोकर्ण के दर्शनीय स्थानों में, उत्तराखंड के ऋषिकेश और महाराष्ट्र के कर्जत में हैं।
पांच सदस्यीय संस्थापक टीम का कहना है,
''कैम्पिंग एक पुरानी एक्टिविटी रही है, लेकिन आज यह साधारण आउटडोर एक्टिविटी दुनिया भर में एक बड़े उद्योग के रूप में विकसित हुई है। हमारी यूएसपी कैंपसाइट में फुल एक्सपीरियंस देना है। हमारा संपूर्ण यात्रा कार्यक्रम (itinerary) इस तरह से बनाया गया है कि यह आपके लिए केवल किसी भी वीकेंड ट्रिप के बजाय एक अनुभव बन जाता है। यही चीज हमें अपने प्रतिद्वंद्वियों से अलग करता है।”
प्रतीक जैन, रोहित दुबे, अभिषेक दाभोलकर, मेघ दोशी और प्रदीप सिंह चौधरी के लिए मूनस्टोन हैमॉक सिर्फ एक व्यावसायिक उद्यम से कहीं अधिक है। यह 14 साल लंबी दोस्ती की उपज है, जो 2006 में शुरू हुई जब संस्थापक जूनियर कॉलेज में मिले और पाया कि उनमें से हर कोई ट्रैवल करने को लेकर समान रूप से पैशनेट व्यक्ति था।
वे कहते हैं,
"एक साथ विभिन्न यात्राओं के बाद, हम कैम्पिंग और ट्रेकिंग के विचार से प्रेरित थे। हम घर के करीब लोगों को एक समान अनुभव प्रदान करना चाहते थे, सीनिक गेटवे और कैम्पिंग स्पॉट के लिए उनकी निकटता को देखते हुए विशेष रूप से मुंबई और पुणे जैसे शहरों में जो एक संभावित आकर्षक बाजार हैं।"
जनवरी 2016 में, इन पांच दोस्तों ने आधिकारिक तौर पर मूनस्टोन हैमॉक को शुरू किया। इस नाम को ध्यान से नॉर्मल कैम्पिंग ट्रॉप्स से अलग चुना गया है। कैंप्स में विभिन्न एक्टिविट और एक्सपीरियंस की पेशकश की जाती है, जैसे कि कयाकिंग, खुले में बारबेक्यू, सितारों के नीचे मूवी स्क्रीनिंग, बोनफायर, स्विमिंग पूल तक पहुंच और बॉलीवुड म्यूजिक। मूनस्टोन हैमॉक के पास एक लाइब्रेरी और बोर्ड गेम सेक्शन के साथ अपना कैफे भी है।
टीम कहती हैं,
"संक्षेप में कहें तो, हर किसी के लिए कुछ न कुछ जरूर है।"
उनके सबसे बड़ा आकर्षण: ग्लपिंग टेंट्स (शानदार सुविधाओं वाला घंटी के आकार का कैनवास टेंट) और फ्लोटिंग टेंट है।
सभी अनुभवों के लिए एक खुला स्टार्टअप
1 लाख रुपये के साथ बूटस्ट्रैप, मूनस्टोन हैमॉक सभी प्रकार के अनुभवों के लिए एक ओपन स्टार्टअप है। छह साल के बच्चे, 60 वर्षीय लोग, सोलो कैंपर, कपल, ग्रुप, कॉरपोरेट्स और परिवार सभी के लिए है।
वे कहते हैं,
"हम साल भर दो मौसमों के दौरान काम करते हैं - व्हाइट नाइट्स, अक्टूबर से मई तक और सिरमिरी, जून और सितंबर के बीच मानसून के दौरान।"
संस्थापकों का कहना है कि शिविर 365 दिन खुले रहते हैं, लेकिन यात्रा कार्यक्रम और प्राइस इन मौसम में वीकडेज और वीकेंड के मुकाबले अलग होते हैं।
वीकेंड के दौरान एक ग्लंपिंग टेंट में रहने के लिए प्रति व्यक्ति 5,000 रुपये खर्च होते हैं, जबकि एक फ्लोटिंग टेंट की कीमत लगभग 3,500 रुपये प्रति व्यक्ति है, वहीं एक रेगुलर ग्राउंड टेंट आपको 2,900 रुपये का पड़ सकता है। बेशक, समान अनुभवों के लिए, वीकडेज में कीमतें काफी कम हो जाती हैं। हालांकि, इस अमाउंट में सब कुछ शामिल होता है, जिसमें रहना, खाना और एक्टिविटी आदि सब शामिल होता है।"
संस्थापक टीम कहती है,
"कॉर्पोरेट आउटिंग्स हमारे लिए एक प्रमुख रिवेन्यू जनरेटर है। पिछले वित्तीय वर्ष में, हमने परिवारों में लगभग 25 प्रतिशत नए रजिस्ट्रेशन देखे, जो वास्तव में हमारे लिए बहुत बड़ी बात थी। क्योंकि जब परिवार आना शुरू होते हैं, तो आप जानते हैं कि आप कुछ अच्छा कर रहे हैं।”
स्टार्टअप की स्थापना के लगभग चार साल हो चुके हैं, और ग्रोथ औसतन 10 से 15 प्रतिशत की दर के साथ स्थिर है, और नए पंजीकरण लगभग 60 प्रतिशत बढ़ रहे हैं।
असंगठित बाजार को भुनाना
भारत की जीडीपी में यात्रा और पर्यटन क्षेत्र का योगदान 2017 में 234.03 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2028 में 492.21 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है। बिना किसी शक के, यह सबसे बड़े मार्केट सेगमेंट्स में से एक है और एडवेंचर टूरिज्म इस उद्योग का एक प्रमुख सबसेट है।
टीम कहती है,
“असंगठित बाजार कुल एडवेंचर टूरिज्म इंडस्ट्री का 65 प्रतिशत है। हम असंगठित क्षेत्र को भुनाना चाहते हैं और भारत में सबसे बड़ी कैंपिंग सर्विस प्रोवाइडर बनना चाहते हैं।"
स्टार्टअप अपने पहले साल से ही लाभदायक है, और इसने औसतन हर साल 2.5 गुना की वृद्धि दर्ज की है। फिर भी, बड़े लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए, संस्थापक टीम विस्तार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को आगे बढ़ा रही है।
वे कहते हैं,
"हम वर्तमान में महाराष्ट्र और भारत के अन्य हिस्सों में विस्तार करने के लिए नए स्थानों, नए कैंपसाइट के लिए स्काउटिंग कर रहे हैं।"
टीम बताती है कि नए शिविरों के अलावा, वे अगले पांच सालों में 5 करोड़ रुपये के राजस्व को प्राप्त करने का लक्ष्य भी रखेंगे।
वे कहते हैं,
"हम भी अपने जैसे व्यक्तियों को काम पर रखने और मूनस्टोन हैमॉक परिवार को बड़ा बनाने पर विचार कर रहे हैं!"
लेकिन इन सबसे ऊपर, उनका ध्यान निरंतरता बनाए रखने पर रहता है,
“हमारा मानना है कि हमारे कैंपर वर्षों से हमारे लिए वास्तविक राजस्व जनरेटर हैं। इसलिए, हमारी प्राथमिकता हमेशा गुणवत्ता सेवा रही है।”