HiLabs ने सीरीज़ B फंडिंग राउंड में जुटाए 39 मिलियन डॉलर
हेल्थकेयर इकोसिस्टम के लिए अमेरिका स्थित डेटा मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म HiLabs अपनी टेक्नोलॉजी को बेहतर करने, टैलेंट हायर करने और अपनी प्रोडक्ट टीमों के विस्तार के लिए फंडिंग का उपयोग करेगा.
हेल्थकेयर डेटा मैनेजमेंट कंपनी
ने अपने सीरीज B फंडिंग राउंड में 39 मिलियन डॉलर जुटाए हैं. इस राउंड की अगुवाई Eight Roads Ventures और Denali Growth Partners ने मिलकर की थी. कंपनी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, F-Prime Capital सहित अन्य निवेशकों ने भी इस राउंड में भाग लिया.हालिया फंडिंग राउंड के बाद, कंपनी द्वारा अब तक जुटाई गई कुल इक्विटी फंडिंग 41 मिलियन डॉलर हो गई है. कंपनी ने 2017 में Season Two Ventures से सीड फंडिंग भी जुटाई थी. HiLabs अपनी टेक्नोलॉजी को बेहतर करने, टैलेंट हायर करने और अपनी प्रोडक्ट टीमों के विस्तार के लिए फंडिंग का उपयोग करेगी.
अमित गर्ग और डॉ. नील बुटाला द्वारा 2014 में स्थापित, वाशिंगटन, अमेरिका मुख्यालय वाली HiLabs स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, और रोगियों के लिए डेटा मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करती है. HiLabs का MCheck प्लेटफॉर्म महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल जानकारी को साफ और समृद्ध करने के लिए AI और ML का उपयोग करता है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल संगठनों के लिए परिचालन लागत कम हो जाती है और रोगी परिणामों में सुधार होता है.
HiLabs के को-फाउंडर और सीईओ अमित गर्ग ने बयान में कहा, “जैसा कि हम विकास के इस अगले चरण को स्वीकार कर रहे हैं, हम स्वास्थ्य देखभाल-केंद्रित निवेशकों के समर्थन के लिए आभारी हैं. हम अपनी AI-टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं, स्वास्थ्य सेवा संगठनों को डेटा के आधार पर तेज, सूचित निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाते हैं, जो न केवल साफ है, बल्कि सबसे महत्वपूर्ण होने पर आसानी से उपलब्ध है.”
HiLabs के भारत में पुणे और बेंगलुरु में AI/ML रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) हब भी हैं और देश में करीब 150 लोगों को रोजगार मिलता है.
Eight Roads Ventures में भारत के प्रमुख और हेल्थकेयर इन्वेस्टमेंट्स के सीनियर पार्टनर डॉ. प्रेम पावूर ने बयान में कहा, “भुगतानकर्ता जटिल और असमान स्वास्थ्य देखभाल डेटा को कार्रवाई योग्य बनाने के लिए नए टेक्नोलॉजी समाधानों की तलाश कर रहे हैं. HiLabs टीम ने वास्तव में हमें अपने दृष्टिकोण, सर्वोत्तम श्रेणी के प्रोडक्ट सूट और मजबूत ग्राहक कर्षण से प्रभावित किया है, जो उनके उत्पाद-बाज़ार में फिट होने का प्रमाण है.”
(Translated by: रविकांत पारीक)