अडानी के शेयरों में लौटी तगड़ी तेजी, तो क्या अब पैसे लगाने चाहिए या अभी भी कोई खतरा बाकी है?
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर पिछले 2 दिनों में करीब 30 फीसदी तक चढ़ चुके हैं. कुछ दिन पहले तक सारी कंपनियों के शेयर गिर रहे थे, लेकिन अब सभी ग्रीन जोन में हैं. कइयों में तो अपर सर्किट लग रहे हैं. तो क्या ये अडानी ग्रुप के शेयरों में पैसे लगाने का सही मौका है.
पिछले कुछ दिनों से गौतम अडानी (Gautam Adani) ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में तगड़ी तेजी देखने को मिल रही है. अडानी ग्रुप (Adani Group) की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के शेयर पिछले 2 दिनों में करीब 30 फीसदी तक चढ़ चुके हैं और आज 2 मार्च को भी शुरुआती दौर में इसमें तेजी देखने को मिल रही है. ऐसे में बहुत सारे निवेशक ये सोच रहे हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए? निवेश का सबसे अहम नियम ये होता है कि आप सही समय पर किसी भी कंपनी के शेयर खरीदें. वॉरेन बफे कहते हैं कि वह शेयरों को सस्ते दाम पर खरीदते हैं. अभी अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर अपने उच्चतम स्तर से 50-70 फीसदी तक नीचे हैं. सवाल ये है कि क्या अब पैसे लगाने का सही समय (Invest in Adani Group or not) है या ये सिर्फ एक तरह का छलावा है. आइए समझते हैं.
क्यों तेजी से भाग रहे हैं अडानी ग्रुप के शेयर?
अडानी ग्रुप के तेजी से भागते शेयरों को देखकर सीधे उसमें कूद जाने के बजाय पहले ये समझना जरूरी है कि आखिर इसमें तेजी की वजह क्या है. अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी की सबसे बड़ी वजह तो ये है कि हाल ही में कंपनी ने कहा है कि वह मार्च अंत तक करीब 6500 करोड़ रुपये का कर्ज चुका रहा है, जो शेयरों के बदले लिया था. यानी कंपनी अपने कर्ज का एक हिस्सा चुकाने जा रही है, जिससे निवेशकों में एक पॉजिटिव सेंटिमेंट सा बनता दिख रहा है. हालांकि, यहां ये समझना भी जरूरी है कि ये तेजी लंबी तक शायद ही चल पाए, क्योंकि अभी अडानी ग्रुप के खिलाफ एक छोटी सी खबर या अफवाह भी बड़ा नुकसान करने की ताकत रख रही है.
कहीं से बुल्स का बिछाया जाल तो नहीं?
गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों में लगातार आ रही तेजी से एक डर ये भी पैदा हो रहा है कि कहीं ये सब बुल्स (बाजार को ऊपर ले जाने वाले) का बिछाया हुआ जाल तो नहीं है? मुमकिन है कि बुल्स इसे ऊपर ले जा रहे हों और कीमत बढ़ जाने पर मुनाफा काटकर निकल जाएं. ऐसे में आपको नुकसान झेलना पड़ सकता है. अभी मार्केट पर बुल हावी हैं, लेकिन बियर (मार्केट को नीचे ले जाने वाले) भी मौके की तलाश में रहते हैं. ऐसे में अगर आप अडानी ग्रुप के शेयरों में पैसे लगाना चाहते हैं तो आपको बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.
किसके लिए है फायदा कमाने का मौका?
अगर आप एक ट्रेडर हैं, जो बहुत ही छोटी अवधि के लिए शेयर बाजार में पैसे लगाते हैं, तो आपके लिए अभी पैसे कमाने का मौका है. हालांकि, आपको भी बाजार की हर मूवमेंट पर नजर रखनी होगी और साथ ही ये भी देखते रहना होगा कि कौन सी खबरें आ रही हैं. एक अफवाह भी अभी एक झटके में अडानी ग्रुप के शेयरों को औंधे मुंह गिराने की ताकत रखती है. यही वजह है कि कोई भी अफवाह बाजार में उड़ते ही तुरंत अडानी ग्रुप की तरफ से उसका खंडन कर दिया जाता है.
सवाल ये है कि निवेश करें या नहीं?
अडानी ग्रुप के शेयरों में पैसे लगाना इस वक्त सबसे रिस्की है. एक बड़ी वजह ये है कि इस वक्त हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद सेबी भी अडानी ग्रुप की जांच कर रहा है. जैसे ही सेबी को कोई अनियमितता मिलेगी, वह इसके बारे में स्टॉक एक्सचेंज को बताएगा और शेयर एक झटके में टूट जाएंगे. अडानी ग्रुप के अधिकतर शेयरों में बार-बार अपर या लोअर सर्किट लग रहा है. ऐसे में जब सर्किट लगेगा तो आप ना शेयर खरीद पाएंगे ना बेच पाएंगे, इसलिए आपको बहुत फूक-फूक कर कदम बढ़ाने की जरूरत है.
वहीं दूसरी ओर अगर कंपनी की वित्तीय हालत को देखा जाए तो वह अभी भी बहुत खराब है. कंपनी पर जो भारी-भरकम कर्ज था, उसका बहुत ही छोटा हिस्सा चुकाया जा रहा है. शेयरों की कीमत गिरने की वजह से कंपनी को अतिरिक्त शेयर गिरवी रखने पड़े हैं. तमाम कंपनियों की वैल्युएशन की बात करें तो बैलेंस शीट की तुलना में वह अभी भी बहुत ज्यादा है. कंपनी के शेयरों का पीई रेश्यो यानी प्राइस टू अर्निंग अभी भी लिमिट से ऊपर है. पिछले कुछ दिनों में अडानी ग्रुप के लिए जो सबसे अच्छी चीज हुई है, वह सिर्फ ये है कि ग्रुप की सारी 10 कंपनियों को तीसरी तिमाही में मुनाफा हुआ है. ऐसे में लंबे वक्त के लिए अडानी ग्रुप के शेयरों में निवेश के लिए अभी घुसना सही नहीं लगता. हालांकि, ट्रेडर्स इस मौके को खूब भुना रहे हैं. अगर आप अडानी ग्रुप में निवेश करने की सोच रहे हैं तो एक बार अपनी वित्तीय सलाहकार से बात जरूर कर लें.