गौतम अडानी अगले 10 सालों में लगाएंगे 100 अरब डॉलर, जानें किस सेक्टर में खेलेंगे बड़ा दांव
अडानी ने कहा कि इस निवेश का 70 प्रतिशत हिस्सा एनर्जी ट्रांजिशन स्पेस में होगा. अडानी ने दावा किया कि ग्रीन हाइड्रोजन के कारण भारत एक दिन नेट एनर्जी एक्सपोर्टर बन सकता है. अभी भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी तेल आयात करता है.
दुनिया के तीसरे सबसे बड़े रईस गौतम अडानी (Gautam Adani) की अगुवाई वाला अडानी ग्रुप (Adani Group) अगले दशक में 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा. यह निवेश मुख्य रूप से न्यू एनर्जी और डेटा सेंटर सहित डिजिटल क्षेत्र में किया जाएगा. अडानी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
अडानी ने कहा कि इस निवेश का 70 प्रतिशत हिस्सा एनर्जी ट्रांजिशन स्पेस में होगा. अडानी ने दावा किया कि ग्रीन हाइड्रोजन के कारण भारत एक दिन नेट एनर्जी एक्सपोर्टर बन सकता है. अभी भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी तेल आयात करता है.
अडानी ने फोर्ब्स ग्लोबल सीईओ सम्मेलन में कहा, 'एक समूह के रूप में, हम अगले दशक में 100 अरब डॉलर से अधिक की पूंजी का निवेश करेंगे. हमने इस निवेश का 70 प्रतिशत ऊर्जा संक्रमण क्षेत्र के लिए तय किया है.' इस सम्मेलन का आयोजन सिंगापुर में किया गया. उन्होंने कहा, 'हमारे मौजूदा 20 गीगावाट नवीकरणीय पोर्टफोलियो के अलावा, नए व्यवसाय को 45 गीगावाट हाइब्रिड नवीकरणीय बिजली उत्पादन द्वारा बढ़ाया जाएगा. यह इंडस्ट्री 100,000 हेक्टेयर भूमि में फैला हुआ है, जो सिंगापुर का 1.4 गुना क्षेत्र है. इससे तीन करोड़ टन ग्रीन हाइड्रोजन का व्यावसायीकरण होगा.'
बंदरगाह से लेकर ऊर्जा कारोबार में शामिल ग्रुप आने वाले दिनों में 45 गीगावाट हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता जोड़ेगा करेगा. इसके अलावा सौर पैनल, पवन टर्बाइन और हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर बनाने के लिए तीन कारखानों को स्थापित किया जाएगा.
ग्रुप तीन गीगा फैक्ट्रियों की स्थापना भी करेगा. इनमें 10 गीगावॉट की सिलिकॉन आधारित फोटोवोल्टिक मूल्य-श्रृंखला के लिए, 10 गीगावॉट का एकीकृत पवन टरबाइन विनिर्माण संयंत्र और पांच गीगावॉट की हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर फैक्ट्री शामिल है. उन्होंने कहा, 'आज हम ग्रीन इलेक्ट्रॉन के सबसे कम खर्चीले उत्पादक हैं, और हम सबसे कम लागत में ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन भी करेंगे.'
अडानी ने कहा कि भारतीय डेटा सेंटर बाजार तेजी से बढ़ रहा है. यह क्षेत्र दुनिया के किसी भी अन्य उद्योग की तुलना में अधिक ऊर्जा की खपत करता है और इसलिए ग्रीन डेटा सेंटर बनाने का हमारा कदम एक बहुत बड़ा बदलाव है. उन्होंने कहा कि भारत अविश्वसनीय अवसरों से भरा है और वास्तविक भारत के विकास की कहानी अभी शुरू हो रही है. अडानी ने चीन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कभी वैश्वीकरण में अग्रणी रहा यह देश अब चुनौतियों का सामना कर रहा है.
देश के सबसे अमीर शख्स हैं अडानी
बता दें कि, 60 वर्षीय गौतम अडानी आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट-2022 (IIFL Wealth Hurun India Rich List-2022) में 10,94,400 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ देश के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं.
इसके साथ ही फोर्ब्स (Forbes) और ब्लूमबर्ग (Bloomberg) की दुनियाभर में अमीरों की सूची में दूसरे पायदान पर आने के बाद एक बार फिर तीसरे स्थान पर खिसक चुके गौतम अडानी पहली बार हुरुन इंडिया की लिस्ट में टॉप पर पहुंचे हैं. इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज Reliance Industries के चेयरमैन मुकेश अंबानी इस लिस्ट में टॉप पर थे. इस बार 7,94,700 करोड़ है.
2021 में हर दिन 1,612 करोड़ रुपये कमाई की
देश के सबसे अमीर शख्स बनने वाले अडानी (Gautam Adani) ने साल 2021 में हर दिन 1,612 करोड़ रुपये कमाई की है. इसका मतलब है कि अडानी की जेब में हर मिनट 1 करोड़ 10 लाख रुपये आए हैं.
अडानी समूह की सात सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनियों का संयुक्त बाजार मूल्य पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ गया है. कोयला से लेकर बंदरगाह और एनर्जी सेक्टर में कारोबार करने वाले अडानी एकमात्र भारतीय कारोबारी हैं जिन्होंने एक लाख करोड़ की मार्केट कैप वाली एक नहीं, बल्कि सात कंपनियां बनाई हैं.
खनन से ऊर्जा समूह तक का कारोबार करने वाले अडानी ने ग्रीन एनर्जी में 70 अरब डॉलर का निवेश करने और दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय उत्पादक बनने का वादा किया है.
Edited by Vishal Jaiswal