हिमाचल प्रदेश में GST उल्लंघन के आरोप के मामले में अनियमितता से Adani Wilmar का इनकार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडानी विल्मर ग्रुप पर GST जमा नहीं करने के आरोपों के बाद छापा मारा गया था. हालांकि कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में किसी भी अनियमितता से इनकार किया है.
गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी अडानी विल्मर ग्रुप (Adani Wilmar Group) पर कथित तौर पर हिमाचल प्रदेश के आबकारी और कराधान विभाग द्वारा छापा मारा गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जीएसटी (GST) अधिकारियों ने जीएसटी उल्लंघन के आरोपों के चलते अडानी विल्मर ग्रुप के कार्यालयों का दौरा किया है. (Adani Wilmar Group reportedly been raided, allegations of GST violations in Himachal Pradesh)
टाइम्स नाउ के मुताबिक, अडानी विल्मर ग्रुप पर GST जमा नहीं करने के आरोपों के बाद छापा मारा गया था. इसके अलावा, अधिकारी कथित तौर पर राज्य के संचालन के संबंध में कंपनी के इनपुट टैक्स क्रेडिट दावों के बारे में जानकारी मांग रहे हैं.
अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में अडानी विल्मर पर छापा पिछले पांच वर्षों से जीएसटी का भुगतान नहीं करने के आरोपों के चलते पड़ा है. रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि अधिकारियों ने ठिकानों पर पहुंचकर सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच की. हालांकि, इस पड़ताल का अंतिम नतीजा अभी तक पता नहीं चल पाया है.
अडानी विल्मर का बयान: नहीं मिली कोई अनियमितता
YourStory के साथ साझा किए एक बयान में कंपनी के प्रवक्ता ने किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने से इनकार किया है. बयान के मुताबिक, “हिमाचल प्रदेश के परवाणू में अडानी विल्मर के डिपो गोदामों में से एक का कल शाम जीएसटी अधिकारियों ने दौरा किया था. कर्मचारियों ने इस नियमित निरीक्षण के दौरान अधिकारियों और स्थानीय अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग करते हुए अपना समर्थन दिया."
आगे कहा गया है, "अधिकारियों को कंपनी द्वारा किए गए संचालन और व्यवहार में कोई अनियमितता नहीं मिली. हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि नियम 86B के तहत जीएसटी कानून का हवाला देते हुए नकदी में जीएसटी भुगतान के लिए विशिष्ट चिंताएं, कंपनी को नकद में कर देयता का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है. हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि यह संबंधित अधिकारियों द्वारा किया गया एक नियमित निरीक्षण था और जैसा कि मीडिया में पहले कहा या रिपोर्ट किया गया था, कोई छापा नहीं पड़ा था. हम एक जिम्मेदार और पारदर्शी तरीके से व्यवसाय करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और हमारे सभी संचालन प्रासंगिक कानूनों और विनियमों के पूर्ण अनुपालन में हैं. हम यह उल्लेख करना चाहेंगे कि यात्रा के बाद डिपो का संचालन सामान्य रूप से काम कर रहा है."
धोखाधड़ी का आरोप लगाने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) के बाद गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप और इसकी सहायक कंपनियां विशेष जांच के दायरे में आ गई हैं. भारतीय मार्केट से लेकर अंतर्राष्ट्रीय शेयर बाजारों तक, कई लोगों की नज़रें टिकी हैं.
वहीं, दूसरी ओर, आज गौतम अडानी की सभी 10 कंपनियों में से सिर्फ अडानी विल्मर के शेयरों में तेजी देखने को मिली है. अडानी विल्मर के शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा है और कंपनी का शेयर अभी 440 रुपये के करीब पहुंच गया है.
बता दें कि अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में पिछले दो हफ्तों में बड़ी गिरावट देखी जा रही थी. इस हफ्ते, बुधवार को गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिल रही है. अब इक्का-दुक्का कंपनियों को छोड़ दें तो गौतम अडानी की कंपनियों में अधिकतर शेयर तेजी का रुख दिखा रहे हैं. यूं लग रहा है मानो हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर अब खत्म होता जा रहा है. लोगों में भरोसा बढ़ रहा है और लोग तेजी से उनकी कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं, जिससे उनमें तेजी देखने को मिल रही है.
(नोट: और अधिक जानकारी उपलब्ध होने पर ख़बर को अपडेट किया जाएगा. कृपया जुड़े रहें.)