अक्षय तृतीया पर पारंपरिकता से आगे बढ़ें: सोने के गहनों से बनाएं फैशन स्टेटमेंट
समकालीन भारतीय महिलाएं नये रुझानों के साथ परंपरा को संतुलित करने में माहिर हैं। इसका एक उदाहरण अक्षय तृतीया है, जो एक पारंपरिक त्यौहार है, जिसे आधुनिक भारतीय महिलाएं स्वर्ण आभूषण खरीदकर मनाती हैं। गोल्ड ज्वैलरी का नाम आते ही भारी चूड़ियों, पारंपरिक मल्टीलेयर हार या बड़े झुमकों की छवि दिमाग में उभरती है। यह वह मामला है जहां समकालीन महिलाएं अलग-अलग होती हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि आज भी भारतीय महिलाएं अपने आभूषणों से उतना ही प्यार करती हैं, जितना उन्होंने पहले कभी किया था। हालांकि, बदलती जीवनशैली और मानसिकता के साथ, आभूषणों के प्रति उनके दृष्टिकोण में एक सांस्कृतिक परिवर्तन आया है। यह उनकी फैशन-उन्मुख आकांक्षाओं और सोने के प्रति धारणा में बदलाव के बारे में है।
आज युवाओं का ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि उनके पास क्या है, बजाय इसके कि यह सब अगली पीढ़ी को सौंप दिया जाए। अगर आपके पास कुछ है, तो उसे दिखाओ - वाली सोच की यह पीढ़ी आराम, स्टायल और ऐसे अनुभवों की मांग करती है, जो इंस्टाग्राम की कहानियों और फोटो-शूट के लिए फिट हों। यह सोने के आभूषणों के बारे में भी सच है। परंपरागत रूप से, सोने का मतलब सौभाग्य, किस्मत और समृद्धि है। अब 2019 की बात करें, तो इसका मतलब है ग्लैमर, फैशन और अभी पहनो। महिलाएं हॉलीवुड और बॉलीवुड फैशन, किम कर्दाशियां और प्रमुख डिजाइनरों जैसी हस्तियों से प्रेरित हैं। अपने यहां की बात करें तो आलिया भट्ट, अनुष्का शर्मा और सोने की ज्वेलरी से अपने स्टाइल गेम को रचने वालों से महिलाओं का प्रभावित होना स्वाभाविक है। उन्हें पता चल चुका है कि अब सोने के आभूषणों को पश्चिमी शैली के परिधानों के साथ मैच किया जा सकता है और वे ऐसे प्रयोग करने के लिए तैयार हैं।
अपने आर्थिक दबदबे और स्वतंत्र जीवन शैली में वृद्धि के साथ, आधुनिक महिलाओं को जितना सोना विरासत में मिलता है उससे अधिक वे खुद खरीद लेती हैं। यही कारण है कि वे सोने के ऐसे आभूषण खरीदने के लिए उत्सुक हैं जो एक स्टाइल स्टेटमेंट बनाता हो और उन्हें परंपराओं के साथ बनाये रखने में भी सक्षम हो। उदाहरण के लिए, हल्के रंग की फ्लोरल समर ड्रेस के साथ यदि कोई एक पारंपरिक चंकी गोल्ड नेकलेस पहने तो नहीं चलेगा। इस प्रकार, आउटफिट, अवसर या यहां तक कि अगले हॉलिडे डेस्टिनेशन के हिसाब से भी स्वर्ण आभूषण खरीदे जाते हंै।
गोल्ड ज्वैलरी महिलाओं की रोजमर्रा अलमारी का एक अभिन्न हिस्सा बन गयी है। विभिन्न धातुओं और रंगीन कीमती व अर्द्ध-कीमती पत्थरों के साथ रोज़ गोल्ड और अन्य काॅम्बिनेशन जैसे विकल्पों की उपलब्धता से गोल्ड ज्वेलरी अब कम उबाऊ और अधिक स्टाइलिश हो गयी है। सोने के पारंपरिक आभूषणों के विपरीत, अभी उपलब्ध आभूषणों में बहुत कुछ नवीनता और रचनात्मकता दिखाई देती है। समकालीन टच लिए हुए लचीले और मॉड्यूलर डिजाइनों के साथ नयी ज्वेलरी प्रमुख ट्रेंड बनकर उभर रही है, जिनमें से कुछ को अदल-बदल कर पहना जा सकता है और कुछ के हिस्से अलग भी किये जा सकते हैं।
अक्षय तृतीया जैसे पारंपरिक त्यौहार के दौरान भी, महिलाओं ने बढ़िया, हल्के और ट्रेंडी सोने के गहनों की तलाश शुरू कर दी है। इस प्रकार यह ट्रेंड और परंपरा को एक साथ रखने का एक शानदार अवसर है और एक नयी रोशनी में दिखायी दे रही अच्छी ज्वैलरी के साथ, यह इस मौसम में गोल्ड को बोरियत से दूर रखेगी। सोने के ये आभूषण रोजमर्रा पहने जा सकते हैं और यह आपकी पहचान बन सकते हैं।
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