हिन्दी दिलाएगी नौकरी, इन जगहों पर मिल सकते हैं आपको रोजगार के मौके
भारत में करीब 44 प्रतिशत लोगों की मातृ भाषा हिन्दी है, लेकिन जब बात रोजगार की आती है तो बावजूद इसके कई बार अनेक जगह पर हिन्दी को अंग्रेजी इतनी तवज्जो नहीं मिल पाती है। जिन लोगों की पकड़ सिर्फ हिन्दी भाषा तक सीमित होती है उन्हे अक्सर निजी क्षेत्रों में अच्छी नौकरियों के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि वास्तविकता ये है कि हिन्दी भाषा को जानने वालों के लिए रोजगार के तमाम अवसर खुले हुए हैं, जहां थोड़ी सी मेहनत भर से एक अच्छा करियर बनाया जा सकता है।
आज 14 सितंबर यानी हिन्दी दिवस के मौके पर यहाँ हम आपको उन क्षेत्रों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जहां से आप हिन्दी भाषा में जानकारी रखते हुए अपने लिए एक बेहतरीन करियर का चुनाव कर सकते हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र में मौके
हिन्दी भाषा पर पकड़ रखने वालों के लिए सार्वजनिक क्षेत्र में रोजगार के अपार मौके उपलब्ध हैं। आप मुख्यता हिन्दी भाषी राज्यों में राज्य सरकार की नौकरी या फिर केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। ये मौके आपको राजभाषा अधिकारी, हिन्दी ट्रांस्लेटर/दुभाषिए या हिन्दी असिस्टेंट के साथ ही हिन्दी टाइपिस्ट के तौर पर मिल सकते हैं। हिन्दी भाषा से ताल्लुक रखते हुए आप अपने कौशल पर थोड़ी सी मेहनत के साथ इससे जुड़ी सरकारी नौकरी के लिए अपने दावे को मजबूत कर सकते हैं।
निजी क्षेत्रों में मौके
निजी क्षेत्र की बात करें तो हिन्दी भाषा के जानकारों के लिए हिन्दी पत्रकारिता, आर्टिकल लेखन, अनुवाद, प्रूफरीडिंग और डाटा एंट्री जैसे क्षेत्रों में नौकरी मिल सकती है। हालांकि अगर आप पत्रकारिता जैसे क्षेत्र का चुनाव करना चाहते हैं तो आपको हिन्दी के ज्ञान के साथ ही पत्रकारिता में रुचि और इससे संबन्धित बेसिक ज्ञान का होना बेहद जरूरी है।
रचनात्मक क्षेत्र में मौके
हिन्दी के जानकारों के लिए रचनात्मक क्षेत्र में असीमित मौके हैं। इस क्षेत्र में आपको रोजगार के साथ ही अच्छी कमाई का जरिया भी मिल सकता है। हिन्दी की जानकारी होने और रचनात्मक रुचि के साथ आप टीवी या रेडियो के लिए कमर्शियल लिखना, टीवी या फिल्मों के लिए स्क्रीनराइटिंग करना, फिल्मों के लिए गाने लिखना, कॉपीराइटिंग करना व इसी के साथ रेडिओ जॉकी और समाचार/टीवी शो एंकरिंग जैसी नौकरियाँ पा सकते हैं।
अन्य मौके
आज इंटरनेट के दौर में आपको हिन्दी भाषा से जुड़े हुए तमाम अवसर बतौर फ्रीलांसर मिल जाएंगे, जहां आपको अपने घर से ही कंप्यूटर के माध्यम से दिये गए काम को करना होगा और इसके जरिये आप एक अच्छी-ख़ासी कमाई पर अपनी पकड़ बना सकते हैं।
अगर आप हिन्दी भाषा में अपनी पकड़ को और मजबूत करना चाहते हैं तो देश के तमाम विश्वविद्यालय इसके लिए बाकायदा कोर्स का संचालन करते हैं। आप हिन्दी भाषा से जुड़े डिप्लोमा कोर्स व हिन्दी भाषा में स्नातक कर सकते हैं। हिन्दी में परास्नातक के बाद आप हिन्दी भाषा में ही पीएचडी की ओर अपने कदम भी बढ़ा सकते हैं, जिसके बाद बतौर असिस्टेंट आप बड़े संस्थान में अपनी सेवा देना शुरू कर सकते हैं। पीएचडी की पढ़ाई के दौरान ही सरकार की तरफ से आपको अच्छी-ख़ासी फैलोशिप भी मिलती है, जिससे पीएचडी की पढ़ाई के दौरान आप अपने जरूरी खर्चे आसानी से उठा सकते हैं।