घर हो या बाहर, बराबर की हो महिला-पुरुष की जिम्मेदारीः नेहा धूपिया और अंगद
भारत ही नहीं पूरी दुनिया में घरेलू कामों की जिम्मेदारी महिलाओं के ही खाते में आती है। अगर महिला शादी के बाद भी अपनी प्रोफ़ेशनल लाइफ़ जारी रखती है, तब भी घर के कामों का जिम्मा अकेले उसके कंधों पर ही डाल दिया जाता है। ऐसी परस्थिति में हमारे लिए यह समझना बेहद ज़रूरी है कि जब तक घर की जिम्मेदारी महिला और पुरुष दोनों ही बराबरी से साझा नहीं करेंगे, तब तक हम महिलाओं को सफलता उस मुक़ाम पर नहीं देख सकेंगे, जहां की वे हक़दार हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, पुरुषों के मुक़ाबले महिलाएं ढाई गुना तक अधिक समय घरेलू कामों में खर्च करती हैं।
इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सवाल यह उठता है कि वर्कप्लेस और घर दोनों ही जगहों पर महिलाओं और पुरुषों के बीच बराबरी लाने के लिए हम क्या कर सकते हैं? इस संबंध में चर्चा करने के लिए 'हर स्टोरी' ने सेलेब्रिटी कपल नेहा धूपिया और अंगद बेदी से मुलाक़ात कर उनसे विस्तार से चर्चा की।
नेहा मानती हैं कि समाज की मूल अवधारणा में बदलाव के बाद ही वर्तमान परिस्थिति में बदलाव संभव है। उनका कहना है, "जब हम आने वाली पीढ़ी को अभी से यह सबक देंगे कि घर हो या बाहर, हर जगह और क्षेत्र में महिला और पुरुष समान हैं, तब कहीं जाकर आने वाले समाज की सोच में परिवर्तन होगा। वक़्त के साथ-साथ यह परिवर्तन देखने को भी मिल रहा है।"
नेहा धूपिया और उनके पति अंगद के साथ-साथ बलाका नियाज़ी (वाइस प्रेज़िडेंट, पी ऐंड जी, कोरिया) और उनके पति कौसर नियाज़ी, मुंबई में आयोजित #WeSeeEqual समिट का हिस्सा थे। इस समित का आयोजन यूनाइटेड नेशन्स विमिन और पी ऐंड जी के सहयोग से हुआ था। नियाज़ी दंपती भी महिलाओं और पुरुषों के बीच जिम्मेदारी के समान बंटवारे के उद्देश्य के साथ एक मुहिम चला रहे हैं।
नेहा ने अपने पति अंगद के बारे में बात करते हुए बताया, "अंगद अपनी इच्छा से मेरी जिम्मेदारियों को बांट लेते हैं। सुबह का नाश्ता तैयार करने से लेकर, हमारी बेटी को तैयार करने तक, अंगद सभी कामों में मेरा पूरा सहयोग करते हैं।"
इस बारे में बात करते हुए अंगद ने कहा, "हर जोड़े की ज़रूरतें वक़्त के हिसाब से बदलती रहती हैं। हम दोनों के लिए ही फ़िटनेस बहुत ज़रूरी है। लेकिन फ़िलहाल नेहा प्रेग्नेंसी के बाद वापसी कर रही है और इसलिए उसे अधिक सहूलियत मिलने की ज़रूरत है। नेहा हमेशा से ही बहुत फ़िट रही है और मैं चाहता हूं कि वह अपनी पुरानी फ़िटनेस को पा सके।" अंगद मानते हैं कि आज के दौर में पुरुष महिलाओं के त्याग और समर्पण को समझने लगे हैं।
प्रेग्नेंसी और महिलाओं के बारे में बात करते हुए नेहा ने कहा कि अब प्रेग्नेंसी के वजह से करियर से पीछे हटने वाले समय जा चुका है। उनका मानना है कि बॉलिवुड और उसमें काम करने वाले लोग प्रेग्नेंसी को प्रोफ़ेशनलिज़म के लिए बाधा नहीं समझते हैं और पूरा साथ देते हैं। उन्होंने बताया कि डिलिवरी के दिन तक उन्होंने काम किया है और इस दौरान उनकी पूरी टीम ने उनका पूरा सहयोग किया।
अपनी बात को ख़त्म करते हुए नेहा ने कहा, "आगे आने वाले समाज की सोच में बदलाव लाना हमारी जिम्मेदारी है। एक मां होने के नाते मैं मानती हूं कि हमारे बच्चे ऐसे समय में है, जहां से बदलाव की शुरुआत हो चुकी है और हमें ही उनका मार्गदर्शन करना होगा। बदलाव की शुरुआत हमारे अपने घर से ही होती है और मुझे इस बात की बेहद ख़ुशी है कि मेरे पास अंगद जैसा पति है। मैं उम्मीद करती हूं कि मेरी बेटी एक ऐसे समाज में बड़ी होगी, जो महिलाओं और पुरुषों को पूरी तरह से बराबरी का दर्जा देता होगा। मुझे बहुत ख़ुशी होगी, जब मेरी बेटी भी अंगद जैसा ही जीवनसाथी चुनेगी, जो जिम्मेदारियों में किसी तरह का भेदभाव न करता हो।"
यह भी पढ़ें: एसिड अटैक सर्वाइवर्स की मदद के लिए ज्वैलरी कंपनी की कोशिश आपका दिल जीत लेगी!