इन 3 बातों पर अमल कर के हर Entrepreneur पा सकता है सफलता, एक्सपर्ट से जानिए काम की टिप्स
बिजनेस के दौरान अक्सर कई चुनौतियां सामने आती हैं. कितना अच्छा होता कि दूसरे Entrepreneurs से उनका अनुभव जान पाते. ASCENT Foundation तमाम Entrepreneurs की इसी समस्या का समाधान कर रहा है.
अपना बिजनेस तो हर कोई शुरू करना चाहता है, लेकिन सवाल ये है कि शुरुआत करें कैसे. ये जानने के लिए आप कुछ अनुभवी Entrepreneurs से सलाह और गाइडेंस ले सकते हैं. लेकिन असली दिक्कत तो तब शुरू होती है जब आपको ये समझ नहीं आता कि आखिर सलाह ली किससे जाए. YourStory ने ASCENT Foundation की CEO अर्चना दास से इस बारे में बात की और नए Entrepreneurs के लिए कुछ टिप्स जानीं. इस फाउंडेशन में वह करीब 830 Entrepreneurs के साथ काम करती हैं. यह सभी Entrepreneurs इस फाउंडेशन के जरिए एक दूसरे से मिलते हैं और आपस में अपने अनुभव, दिक्कतें, सुझाव और सक्सेस स्टोरी साझा करते हैं. आइए जानते हैं नए Entrepreneurs को किन 3 बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, जिससे वह बिजनेस में सफलता हासिल कर सकते हैं.
1- फेल होने से कभी ना डरें: अर्चना दास बताती हैं कि हमें फेल होने से कभी नहीं डरना चाहिए. वह कहती हैं कि अधिकतर Entrepreneurs अपनी पहचान को सफलता से जोड़ लेते हैं, ऐसे में वह फेल होने से घबराते हैं. वह कहती हैं कि एक Entrepreneur के लिए फेल होना दरअसल आगे बढ़ने का एक बड़ा मौका होता है.
2- गवर्नेंस का रखें ध्यान: जो भी बिजनेस हैं, भले ही वह छोटे हों या बड़े, हर किसी का गवर्नेंस सही होना चाहिए. अक्सर Entrepreneurs सोचते हैं कि इस बारे में बाद में सोचेंगे, लेकिन हर Entrepreneur को इसके बारे में बिजनेस शुरू करने के दौरान ही सोचना चाहिए. आज की तारीख में हर बिजनेस के लिए गवर्नेंस जरूरी है, वरना बाद में दिक्कत हो सकती है.
3- सही से करें लोगों का चुनाव: बात भले ही उन लोगों की हो, जिन्हें आप काम करने के लिए हायर कर रहे हैं या फिर उनकी हो, जिनके साथ मिलकर आपको बिजनेस करना है, लोगों का चुनाव सही से करें. ऐसे लोगों को चुनें जो आपको आगे बढ़ने में मदद करें. अर्चना दास कहती हैं कि भारत में बहुत सारा टैलेंट भरा हुआ है, ऐसे में लोगों पर बहुत फोकस करना चाहिए.
ASCENT Foundation की शुरुआत आज से करीब 10 साल पहले 2012 में हुई थी. इसे मेरिको लिमिटेड के फाउंडर और चेयरमैन हर्ष मारीवाला ने शुरू किया था. यह एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है, जिसकी फंडिंग सीधे हर्ष मारीवाला की तरफ से की जाती है. Entrepreneurs अपने बिजनेस को सफल बनाने की राह में तेजी से आगे तो बढ़ते हैं, लेकिन वह जितना आगे बढ़ते हैं उतने ही अकेले होते जाते हैं. ऐसे में ASCENT Foundation के जरिए उन Entrepreneurs को एक तरह की मदद दी जाती है. इस फाउंडेशन से अभी करीब 830 Entrepreneurs जुड़े हैं, जो हर महीने करीब 3 घंटों के लिए मिलते हैं. सभी Entrepreneurs एक दूसरे से अपने अनुभव साझा करते हैं, एक दूसरे की समस्याएं सुलझाते हैं और एक दूसरे की मदद से आगे बढ़ते हैं. ये सभी Entrepreneurs तमाम एमएसएमई और एसएमई के फाउंडर, प्रमोटर और सीईओ हैं, ऐसे में वह एक दूसरे के लिए बड़ी मदद साबित होते हैं.
कैसे जुड़ सकते हैं इस फाउंडेशन से?
इस फाउंडेशन से जुड़ने के लिए आपको कुछ शर्तों पर खरा उतरना होगा. अगर आपका बिजनेस सर्विस सेक्टर का है तो आपका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से अधिक का होना चाहिए. वहीं अगर आप मैन्युफैक्चरिंग के बिजनेस में हैं तो आपका टर्नओवर 5 करोड़ रुपये से अधिक का होना चाहिए. इस फाउंडेशन से कुछ स्टार्टअप भी जुड़े हैं, लेकिन अधिकतर स्टार्टअप इन शर्तों पर खरे नहीं उतर पाते. इसके अलावा आपके पास समय होना भी जरूरी है, ताकि आप दूसरे Entrepreneurs से मिलने का समय निकाल सकें और उनके साथ अपने अनुभव साझा कर सकें. फाउंडेशन में कई पीयर ग्रुप बनाए जाते हैं और हर ग्रुप में 10-12 मेंबर होते हैं. इस फाउंडेशन से जुड़ने के लिए Entrepreneurs को 10 हजार रुपये की एक फीस देनी होती है. यह फीस मुनाफा कमाने के मकसद से नहीं ली जाती, बल्कि इसलिए ली जाती है ताकि Entrepreneurs का कमिटमेंट, क्रेडिबिलिटी और अकाउंटेबिलिटी बनी रहे.
हर साल ASCENT Conclave कराता है फाउंडेशन
ASCENT Foundation की तरफ से हर साल एक कॉन्क्लेव भी कराया जाता है. इस कॉन्क्लेव में देश भर के बेस्ट स्पीकर, इनोवेटर और चेंज मेकर्स आते हैं. इस बार का कॉन्क्लेव 24 नवंबर को मुंबई के जियो कन्वेंशन सेंटर में होगा. यह इस कॉन्क्लेव का 7वां एडिशन है, जिसकी शुरुआत 2016 में हुई थी. इसमें कीनोट स्पीकर टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन हैं. इस कॉन्क्लेव के जरिए फाउंडेशन के मेंबर्स को तो बड़े-बड़े स्पीकर्स से उनका अनुभव जानने का मौका मिलेगा ही, जो लोग मेंबर नहीं हैं वह भी करीब 7000 रुपये की फीस देकर इसमें हिस्सा ले सकते हैं. कॉन्क्लेव के खर्चों से निपटने के लिए फाउंडेशन स्पॉन्सरशिप पर निर्भर रहता है. कॉन्क्लेव में ना सिर्फ बिजनेस से जुड़े मामलों पर बात होती है, बल्कि मेंटल हेल्थ पर भी बात की जाती है. 2019 में ही इस फाउंडेशन ने मेंटल हेल्थ को लेकर एक सर्वे किया था, जिसके बाद मेंटल हेल्थ पर फोकस किया जाने लगा. अनुमान है कि इस कॉन्क्लेव में करीब 1200 Entrepreneurs शामिल होंगे, जिसकी थीम #ThirvingOnChange है.
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