अगर आपके नाम पर फर्जी सिम एक्टिवेटेड हैं तो उसे इस खास वेबसाइट के जरिये करें डिएक्टिवेट
आपके नाम पर जारी फर्जी सिम कार्ड के बारे में बताएगा ये सरकारी पोर्टल, सरल स्टेप के साथ फर्जी सिम को फौरन कर सकते हैं बंद।
"मालूम हो कि डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन के अनुसार सरकारी नियमों के तहत किसी एक यूजर के नाम पर अधिकतम 9 मोबाइल कनेक्शन ही जारी किए जा सकते हैं, हालांकि eSIM के साथ यह संख्या 18 है, जिससे अपना सर्विस प्रोवाइडर बदलने की दशा में यूजर को अपना सिम बार-बार न बदलना पड़े।"
फर्जी सिम के जरिये आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिये जाने वाली खबरों के बारे में आप अक्सर पढ़ते-सुनते रहते होंगे, लेकिन क्या कभी आपने इस बारे में सोचा है कि कहीं आपकी आईडी के जरिये किसी भी तरह का फर्जी सिम जारी करके तो नहीं इस्तेमाल किया जा रहा है?
फर्जी सिम की मदद से आपराधिक कामों को अंजाम देने के बाद जिसके नाम पर सिम जारी किया गया है उसे अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब इस परेशानी से बचा जा सकता है।
अब सरकार ने एक पोर्टल के जरिये इस समस्या का सरल समाधान सभी के सामने पेश कर दिया है, जहां आप ना सिर्फ ये पता कर सकते हैं कि आपके नाम पर कितने सिम चालू हैं, बल्कि बिना आप आपकी अनुमति के बगैर चालू सिम को बंद भी कर सकते हैं और इसके लिए आपको महज कुछ सरल स्टेप ही फॉलो करने हैं।
मालूम हो कि डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन के अनुसार सरकारी नियमों के तहत किसी एक यूजर के नाम पर अधिकतम 9 मोबाइल कनेक्शन ही जारी किए जा सकते हैं, हालांकि eSIM के साथ यह संख्या 18 है, जिससे अपना सर्विस प्रोवाइडर बदलने की दशा में यूजर को अपना सिम बार-बार न बदलना पड़े।
ऐसे मदद करेगा ये पोर्टल
इस खास पोर्टल का नाम The Telecom Analytics for Fraud management and Consumer Protection यानी ‘टैफकॉप’ है। इस पोर्टल को अप्रैल महीने में लॉंच किया गया है,जिसका प्रमुख उद्देश्य अनाधिकारिक रूप से जारी सिम कार्ड पर रोक लगाना है।
अब आपको अपने नाम पर अनाधिकारिक रूप से जारी सिम कार्ड की जानकारी पाने और फिर उन्हें करने के लिए नीचे दिये गए स्टेप फॉलो करने हैं,
- इसके तहत सबसे पहले किसी भी यूजर को टैफकॉप की वेबसाइट (tafcop.dgtelecom.gov.in) पर जाना होगा और वहाँ पर अपने एक्टिव मोबाइल नंबर को अंकित करना होगा, जिसके बाद यूजर के फोन पर पोर्टल द्वारा एक ओटीपी भेजा जाएगा। ओटीपी को वेबसाइट में दर्ज करते ही यूजर का नंबर वेरिफाई हो जाएगा।
- इसके बाद डिपार्टमेन्ट के जरिये यूजर को एक एसएमएस भेज जाएगा, जिसमें यूजर के नाम पर जारी सभी मोबाइल कनेक्शन की एक सूची होगी। इसके बाद यूजर पोर्टल की मदद लेते हुए उन नंबरों को रिपोर्ट कर सकेगा जो उसके नाम पर जारी हैं, जबकि वो उन नंबरों को इस्तेमाल नहीं कर रहा है।
- जानकारी मिलने के बाद पोर्टल के जरिये ही संबन्धित टेलीकॉम सेवा प्रदाता सभी गैर जरूरी नंबरों को बंद करने की दिशा में अपनी प्रक्रिया शुरू कर देंगे। यह प्रक्रिया ट्रांसपैरेंट बनी रहे इसके लिए यूजर को एक टिकट आईडी भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके जरिये यूजर इस प्रक्रिया के स्टेटस पर लगातार नज़र रख सकेगा।
गौरतलब है कि फिलहाल इस सुविधा को तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के यूजर्स के लिए शुरू किया गया है, लेकिन अब विभाग इस सुविधा को पूरे भारत में लॉंच करने की दिशा में आगे बढ़ने पर काम कर रहा है।
Edited by Ranjana Tripathi