IIT मद्रास के शोधकर्ताओं ने तैयार किया स्टार्टअप्स के लिए सरकारी फंडिंग योजनाओं की जानकारी देने वाला प्लेटफॉर्म
यह पोर्टल ऑन्त्रप्रेन्योर्स को स्टार्टअप के लिए सरकारी फंडिंग योजनाओं की समझ प्राप्त करने में मदद करेगा.
IIT मद्रास के सेंटर फॉर रिसर्च ऑन स्टार्टअप्स एंड रिस्क फाइनेंसिंग (CREST) के शोधकर्ताओं ने एक इंटेलीजेंस प्लेटफॉर्म तैयार किया है जो ऑन्त्रप्रेन्योर्स को स्टार्टअप्स के लिए सरकार की फंडिंग योजनाओं की पूरी जानकारी एक जगह मुहैया करता है.
YNOS, जोकि एक IIT-मद्रास इनक्यूबेटेड स्टार्टअप है, के साथ साझेदारी में तैयार किया गया, यह प्लेटफॉर्म CREST के प्रमुख इन्वेस्टीगेटर थिल्लई राजन और IIT-मद्रास के डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज की फैकल्टी के नेतृत्व वाली एक टीम द्वारा कई वर्षों के शोध और एकत्र किए गए डेटा के आधार पर विकसित किया गया है.
यह पोर्टल ऑन्त्रप्रेन्योर्स को स्टार्टअप के लिए सरकारी फंडिंग योजनाओं की समझ प्राप्त करने में मदद करेगा. यह प्रोडक्ट विभिन्न केंद्र सरकार की योजनाओं, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और विभिन्न राज्य सरकारों की जानकारी को एकीकृत करता है. विभिन्न एजेंसियों द्वारा 100 से अधिक विभिन्न योजनाएँ हैं.
भारत के G20 शेरपा, अमिताभ कांत, जिन्होंने इस प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया, ने कहा: “एक माउस के क्लिक पर, ऑन्त्रप्रेन्योर्स एक ही जगह पर सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा, प्लेटफ़ॉर्म विस्तृत विश्लेषण भी प्रदान करता है जैसे कि योजना से लाभान्वित होने वाले स्टार्टअप, प्राप्त औसत वित्तीय निवेश, फंडिंग के समय स्टार्टअप को कितने साल हुए, स्टार्टअप में फाउंडर्स की संख्या और फंडिंग हासिल करते समय उनकी उम्र आदि."
प्लेटफ़ॉर्म संबंधित योजनाओं की कॉन्टैक्ट डिटेल्स और सोशल मीडिया लिंक भी देता है. इससे ऑन्त्रप्रेन्योर्स को रुचि होने पर योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलती है. ऑन्त्रप्रेन्योर्स एक साधारण क्लिक के माध्यम से प्रत्येक योजना पर एक विस्तृत रिपोर्ट भी डाउनलोड कर सकते हैं.
अमिताभ कांत ने आगे कहा, “स्टार्टअप के लिए सरकारी फंडिंग पर सूचना मंच में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की 100 से अधिक योजनाओं की अहम जानकारी शामिल है. इन योजनाओं से करीब 10,000 स्टार्टअप लाभान्वित हुए हैं. सरकारी सहायता प्राप्त करने वाले कई स्टार्टअप को कठोर सत्यापन और परिश्रम से गुजरना पड़ता है. सरकारी समर्थन प्राप्त स्टार्टअप्स को प्रमुखता से प्रदर्शित करने से बाद की फंडिंग के लिए एंजेल्स और वीसी जैसे निजी क्षेत्र के निवेशकों का ध्यान आकर्षित करने में भी मदद मिलती है.