India Accelerator और Finolutions ने स्टार्टअप्स में निवेश को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किया Finvolve
स्टार्टअप कंपनियों को बढ़ावा देने वाले पुरस्कार विजेता India Accelerator और वेल्थ मैनेजमेंट के लिए बिजनेस कंसल्टिंग फर्म Finolutions LLP ने मिलकर ’Finvolve’ को पेश किया है. यह प्लेटफॉर्म वैल्थ मैनेजरों को स्टार्टअप निवेश के फायदों के बारे में शिक्षित करेगा. विशेष रूप से केवल B2B स्टार्टअप निवेश नेटवर्क को सेवाएं देने वाली भारत की पहली कंपनी फिनवॉल्व का लक्ष्य है वैल्थ मैनेजरों को इन पहलुओं पर जागरुक बनाना की स्टार्टअप निवेश के पक्ष में मजबूत तथ्य क्या हैं, मुनाफा कैसे होता है, फायदे क्या हैं और जोखिम कौन से हैं.
बीते 2-3 सालों के दौरान भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में तेज़ी आई है. हालांकि, सर्वे के मुताबिक देश में सिर्फ 10 प्रतिशत नए कारोबार ही जारी रह पाते हैं या बड़ी सफलता हासिल कर पाते हैं. ऐसा होने की एक वजह यह भी है की कोई ऐसा समर्पित प्लेटफॉर्म नहीं है जो इन स्टार्टअप कंपनियों को मार्गदर्शन और फंडिंग दे सके. यहीं पर फिनवॉल्व अपनी उपस्थित दर्ज करेगा.
फिनवॉल्व के को-फाउंडर अपूर्व वोरा ने कहा, "वैल्थ मैनेजमेंट इंडस्ट्री में फिनोल्यूशंस को बहुत व्यापक और समृद्ध अनुभव है और हम परंपरागत तौर पर वैकल्पिक निवेश के क्षेत्र में ध्यान देते आए हैं. स्वाभावित रूप से फिनवॉल्व हमारे सफर की अगली मंज़िल है जहां हम स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए वृद्धि के अगले चरण की शुरुआत करेंगे और इसके तहत हम वैल्थ मैनेजरों को इस सेक्टर में उभर रहे नए रुझानों के बारे में शिक्षित करेंगे. वैल्थ मैनेजर खुद को अपग्रेड करने की जरुरत को समझते हैं और हमारा इरादा भी यही है. हमारा लक्ष्य है वैल्थ मैनेजरों तक पहुंचना और उन्हें पर्याप्त शिक्षित करके इतना सशक्त बनाना की वे अपने अंतिम निवेशकों को स्टार्टअप कंपनियों में निवेश हेतु प्रोत्साहित कर सकें. बेहतर समझ के साथ वैल्थ मैनेजर मान्यता प्राप्त और जानकार निवेशकों से निवेश को स्टार्टअप की मुख्यधारा में लाने में अहम रोल अदा कर सकेंगे."
स्टार्टअप इकोसिस्टम के मामले में अगस्त 2022 तक भारत 75,000 स्टार्टअप कंपनियों के साथ दुनिया में तीसरे पायदान पर है. हालांकि, वैल्थ मैनेजरों ने इस सफर में हिस्सा नहीं लिया. फिनवॉल्व के पास स्पष्ट संभावनाएं हैं की वह वैल्थ मैनेजरों के साथ इस विषय पर काम करे और उन्हें उपयुक्त ज्ञान व साधन प्रदान करे जिससे की वे अपने अंतिम निवेशकों को स्टार्टअप में निवेश हेतु प्रेरित कर सकें. इसके परिणामस्वरूप युवा और आविष्कारी सोच वाले उद्यमी प्रचुर निवेश के साथ अपना उपक्रम आरंभ कर सकेंगे.
India Accelerator के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर आशिष भाटिया ने कहा, "मार्गदर्शन का अभाव एक अहम वजह है जिसके चलते इतने सारे स्टार्टअप या तो नाकाम हो जाते हैं या फिर लंबे समय तक कारोबार को जारी नहीं रख पाते. इसी कमी को पूरा करने के लिए इंडिया ऐक्सिलिरेटर आगे आया है, एक पुरस्कार विजेता स्टार्टअप ऐक्सिलिरेटर के तौर पर हमने 150 से ज्यादा स्टार्टअप्स को सहयोग दिया है. फिनोल्यूशंस के साथ हाथ मिलाने से हमारी विशेषज्ञता में और इज़ाफा होगा. उन्हें वैल्थ मैनेजमेंट फर्म्स को परामर्श देने का व्यापक अनुभव है और हम पूरे भारत में वैल्थ मैनेजरों के लिए प्रोग्राम संचालित करेंगे और उन्हें प्रोत्साहित करेंगे की वे अपने अंतिम निवेशकों को स्टार्टअप में निवेश करने के लिए मनाएं. वैल्थ मैनेजरों का अपने अंतिम निवेशकों पर अच्छा प्रभाव होता है."
उन्होंने आगे कहा, "अगले 12 महीनों में हमारा लक्ष्य 1000 से अधिक वैल्थ मैनेजरों से जुड़ने का है. इस दौरान हम उन्हें स्टार्टअप में निवेश के -जोखिम समेत- सभी पहलुओं पर शिक्षित करेंगे. हमने विभिन्न सेंटर्स में ये प्रोग्राम पहले ही शुरु कर दिए हैं और अच्छी संख्या में वैल्थ मैनेजर अपने अंतिम निवेशकों के साथ इनमें हिस्सा ले रहे हैं. हमें पूरी उम्मीद है की हम मिलकर स्टार्टअप्स के लिए एक सस्टेनेबल माहौल दे सकेंगे और रोज़गार के मौके बढ़ाने में देश की मदद कर पाएंगे. हमारा ध्येय समग्र स्टार्टअप इकोसिस्टम का लोकतंत्रीकरण करना है."