भारत और अमेरिका ‘वृहद कारोबारी समझौते’ पर वार्ता शुरू करेंगे : पीएम मोदी
नई दिल्ली, भारत-अमेरिका संबंधों को 21वीं सदी के ‘सबसे अहम गठजोड़’ में से एक करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग में वृद्धि दोनों देशों के संबंधों का एक महत्वपूर्ण आयाम है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ कारोबार, आतंकवाद से मुकाबला, ऊर्जा सहयोग जैसे मुद्दों पर समग्र वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जहाँ तक द्विपक्षीय कारोबार का सवाल है, हमारे वाणिज्य मंत्रियों के बीच सकारात्मक वार्ताएँ हुई हैं।
उन्होंने कहा,
‘‘राष्ट्रपति ट्रंप और मैं आज सहमत हुए हैं कि हमारे वाणिज्य मंत्रियों के बीच जो सहमति बनी है, उसे हमारी टीम कानूनी रूप दें। हम एक बड़े कारोबारी समझौते के लिए वार्ता शुरू करने पर भी सहमत हुए हैं। हमें आशा है कि आपसी हित में इसके अच्छे परिणाम निकलेंगे।’’
मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारत और अमेरिका सहयोग को समान लोकतांत्रिक मूल्यों और उद्देश्यों पर आधारित बताया और कहा कि ख़ास तौर पर हिन्द प्रशांत और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए यह सहयोग विशेष महत्व रखता है।
प्रधानमंत्री ने कहा,
‘‘हम दोनों देश विश्व में सम्पर्क, आधारभूत ढांचे के विकास में टिकाऊ एवं पारदर्शी वित्त पोषण के महत्व पर सहमत हैं। हमारा यह आपसी तालमेल एक दूसरे के ही नहीं, बल्कि विश्व के हित में है।’’
मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का ऐतिहासिक और भव्य स्वागत हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के संबंध सिर्फ दो सरकारों के बीच नहीं हैं, बल्कि लोक केंद्रित हैं। उन्होंने कहा कि यह संबंध, 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण गठजोड़ है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मादक पदार्थ और इससे जुड़ी समस्याओं से निपटने को प्राथमिकता दी है। आज हमारे बीच मादक पदार्थों की तस्करी, मादक पदार्थ से जुड़े आतंकवाद और संगठित अपराध जैसी गंभीर समस्याओं के बारे में एक नए तंत्र पर भी सहमति बनी।
मोदी ने किसी का नाम लिए बिना कहा,
‘‘आतंकवाद के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराने के लिए आज हमने अपने प्रयासों को और आगे बढ़ाने का निश्चय किया है।’’
उन्होंने कहा,
‘‘आज राष्ट्रपति ट्रंप और मैंने हमारे सम्बन्धों को समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय किया है।’’
मोदी ने कहा कि कुछ ही समय पहले स्थापित हमारा सामरिक ऊर्जा गठजोड़ सुदृढ़ होता जा रहा है और इस क्षेत्र में आपसी निवेश बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि तेल और गैस के लिए अमेरिका, भारत का एक बहुत महत्वपूर्ण स्त्रोत बन गया है। उन्होंने कहा,
‘‘भारत अमेरिका गठजोड़ उद्योग 4.0 और 21वीं शताब्दी की अन्य उभरती प्रौद्योगिकी पर भी नवोन्मेष और उद्यमिता के नए मुक़ाम स्थापित कर रहा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने इस गठजोड़ के हर अहम पहलू पर सकारात्मक रूप से विचार किया - चाहे रक्षा, सुरक्षा हो, ऊर्जा सामरिक गठजोड़ हो, प्रौद्योगिकी सहयोग हो, वैश्विक सम्पर्क हो, कारोबारी संबंध हो या लोगों से लोगों के बीच सम्पर्क हो।
उन्होंने कहा,
‘‘भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता रक्षा और सुरक्षा सहयोग हमारे सामरिक गठजोड़ का एक बहुत अहम हिस्सा है। अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों पर सहयोग से भारत की रक्षा क्षमता में बढ़ोतरी हुई है।’’
इससे पहले, मीडिया के समक्ष संक्षिप्त टिप्पणी में प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए, भारत आने का समय निकालने के लिए उनका आभार व्यक्त किया और उन्हें धन्यवाद दिया।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत में पिछले दो दिन शानदार रहे, विशेष तौर पर मोटेरा स्टेडियम का कार्यक्रम।
ट्रंप ने मीडिया के समक्ष मोदी से कहा,
‘‘यह मेरे लिये बड़े सम्मान की बात थी। स्टेडियम में करीब सवा लाख लोग थे, मैं समझता हूं कि वे मुझसे अधिक आपके लिये थे। जब भी मैं आपका नाम लेता था, लोगों की हर्षध्वनि सुनाई देती... लोग आपको बेहद पसंद करते हैं।’’