शक्तिशाली पासपोर्ट वाले देशों में भारत दो पायदान और फिसला, जानिए इसकी वजह क्या है
जापान का पासपोर्ट दुनिया में सबसे शक्तिशाली है, जिससे 193 देशों में वीजा फ्री एंट्री मिलती है. दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया और सिंगापुर हैं. जर्मनी और स्पेन संयुक्त रूप से रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं.
साल 2023 में भारत दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट वाले देशों में दो पायदान गिरकर 85वें स्थान पर आ गया है. मंगलवार को जारी हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, भारतीयों को 59 देशों में वीजा फ्री एंट्री मिलती है. इससे पहले साल 2022 में भारत 83वें पायदान पर था.
वहीं, जापान का पासपोर्ट दुनिया में सबसे शक्तिशाली है, जिससे 193 देशों में वीजा फ्री एंट्री मिलती है. दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया और सिंगापुर हैं. जर्मनी और स्पेन संयुक्त रूप से रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं.
हेनले एंड पार्टनर्स ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि "जापानी नागरिक अब दुनियाभर में वीज़ा मुक्त 227 में से 193 देशों की यात्रा करने में सक्षम हैं, जबकि दक्षिण कोरियाई और सिंगापुरवासी, जिनके देश सूचकांक में दूसरे स्थान पर हैं, 192 देशों में वीज़ा-मुक्त/आगमन पर वीज़ा का आनंद लेते हैं. दुनियाभर में 190 डेस्टिनेशन तक वीजा-मुक्त पहुंच के साथ जर्मनी और स्पेन संयुक्त तीसरे स्थान पर हैं.
ब्रिटेन और अमेरिका क्रमशः 187 और 186 के स्कोर के साथ 6वें और 7वें स्थान पर बने हुए हैं. और ऐसा प्रतीत होता है कि इनमें से कोई भी देश कभी भी सूचकांक में शीर्ष स्थान हासिल नहीं कर पाएगा, जिसे उन्होंने लगभग एक दशक पहले 2014 में संयुक्त रूप से आयोजित किया था.
रैंकिंग के अनुसार, अफगानिस्तान के पासपोर्ट की रैंकिंग दुनिया में सबसे खराब है. रिपोर्ट के अनुसार, केवल 6 फीसदी पासपोर्ट्स अपने होल्डर्स को वैश्विक अर्थव्यवस्था की 70 फीसदी जगहों पर वीजा फ्री प्रवेश देते हैं.
वहीं, केवल 17 फीसदी देश अपने पासपोर्ट होल्डर्स को दुनिया के 227 डेस्टिनेशंस में से एक चौथाई में वीजा फ्री प्रवेश दिलाते हैं.
भारत के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के बावजूद इसके पासपोर्ट होल्डर्स केवल 59 डेस्टिनेशंस पर वीजा फ्री पहुंच दिलाते हैं.
जल्द 10 करोड़ पार कर जाएगी भारतीय पासपोर्ट धारकों की संख्या
भारतीय पासपोर्ट धारकों की कुल संख्या जल्द ही 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएगी तथा ई-पासपोर्ट के 2023 तक पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
अधिकारी ने कहा कि तत्काल के लिए पासपोर्ट साक्षात्कार के मकसद से प्रतीक्षा समय को घटाकर “अगले कार्य दिवस” और सामान्य श्रेणी में “तीन कार्य दिवस” कर दिया है.
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी आशीष मिड्ढा ने भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ परिसंवाद सत्र में कहा, “अब भारत में 9.6 करोड़ लोगों के पास वैध पासपोर्ट हैं और यह आंकड़ा बहुत जल्द 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएगा.”
मिड्ढा ने एक बयान में कहा, “ई-पासपोर्ट के 2023 तक पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है और वर्तमान में ई-पासपोर्ट को लेकर परीक्षण स्तर पर काम किया जा रहा है.” उन्होंने कहा कि वर्तमान में दुनिया भर में 41 समवर्ती मिशनों सहित 144 स्थायी भारतीय मिशन हैं.
Edited by Vishal Jaiswal