ऑनलाइन गेमिंग में भारत का पहला एक्सीलेंस सेंटर शिलांग में खोला जाएगा: राजीव चंद्रशेखर
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी तथा कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री, राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने कहा कि भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्क्नॉलोजी पार्क के माध्यम से डिजिटल इंडिया स्टार्टअप हब (Digital India Startup Hub), मार्च 2023 तक ऑनलाइन गेमिंग (online gaming) में भारत का पहला एक्सीलेंस सेंटर शिलांग में स्थापित करेगा. शिलांग में एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना से पूरे उत्तर पूर्व क्षेत्र के स्टार्टअप और उद्यमियों को अगली पीढ़ी के ऑनलाइन गेमिंग इकोसिस्टम का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहन मिलने की संभावना है.
राजीव चंद्रशेखर ने शिलांग में एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि, “यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दृष्टिकोण है कि स्टार्टअप और उद्यमियों की अगली लहर शिलांग, कोहिमा और उत्तर पूर्व भारत के अन्य हिस्सों से आनी चाहिए.”
उल्लेखनीय है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने हाल ही में सार्वजनिक परामर्श के लिए ऑनलाइन गेमिंग के संबंध में आईटी नियम 2021 में संशोधन का मसौदा प्रसारित किया है.
राजीव चंद्रशेखर ने कोविड के बाद डिजिटल कौशल के महत्व पर भी प्रकाश डाला, क्योंकि पूरी दुनिया में उत्पादों, सेवाओं और उपकरणों का डिजिटलीकरण करने की दर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.
उन्होंने कहा, “नरेन्द्र मोदी सरकार के लिए विश्वास का विषय उत्तर पूर्व क्षेत्र के युवाओं को डिजिटल कौशल प्रदान करना है, जिससे वे तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था में नौकरियों और उद्यमिता के अवसरों का लाभ प्राप्त कर सकें.”
चंद्रशेखर शिलांग में अत्याधुनिक डिजिटल कौशल पर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT) के अंतर्गत एक अत्याधुनिक सुविधा स्थापित करने के लिए मंत्रालय की एक अन्य पहल की घोषणा की. इस उद्देश्य के लिए जल्द ही 10 एकड़ का परिसर तैयार किया जाएगा जो उत्तर पूर्व क्षेत्र में युवाओं की कौशल आवश्यकता को पूरा करेगा.
राजीव चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि सरकार PMKVY 4.0 के माध्यम से स्किल इंडिया को फिर से शुरू करने जा रही है, जो मेघालय में लगभग 50,000 युवाओं को उद्योग समर्थित रोजगार अवसर प्रदान करने के साथ-साथ फ्यूचर रेडी स्किल में प्रशिक्षण देगा.
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय युवाओं के लिए फिर से परिकल्पित महत्वाकांक्षाओं और आकांक्षाओं के साथ नए भारत का निर्माण कर रहे हैं. आज कई अवसर उपलब्ध हैं और इसलिए इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए कौशल महत्वपूर्ण बन जाते हैं और कौशल समृद्धि के लिए नया पासपोर्ट है.”
जहां तक उत्तर पूर्व क्षेत्र के अन्य राज्यों का संबंध है; PMKVY 4.0 के अंतर्गत कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने त्रिपुरा में लगभग 60,000 और नागालैंड में 35,000 युवाओं को अनुमोदित पाठ्यक्रमों की विस्तृत श्रेणी में कुशल बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है.