भारत की पहली ऑस्कर अवॉर्ड विजेता भानू अथैया ने 91 वर्ष की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
भारत की पहली ऑस्कर पुरस्कार विजेता भानु अथैया को बॉलीवुड कलाकारों ने श्रद्धांजलि दी
भानू अथैया ने 1956 में बॉलीवुड एक्टर गुरू दत्त की फिल्म सीआईडी से बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। वह पिछले तीन सालों से बिस्तर पर थीं। अथैया लंबे समय से बीमार चल रही थीं और 91 वर्ष की उम्र में गुरुवार को उनका निधन हो गया।
मुंबई : भारत की पहली ऑस्कर विजेता भानू अथैया ने 91 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। मशहूर इंडियन कॉस्ट्यूम डिजाइनर भानू अथैया ने ही भारत के लिए पहला अकादमी और ऑस्कर पुरस्कार जीता था। उन्होंने 1956 में बॉलीवुड एक्टर गुरू दत्त की फिल्म सीआईडी से बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी बेटी ने इस बात की जानकारी दी कि वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं और बीते गुरुवार उनका निधन हो गया। वह पिछले तीन साल से बिस्तर पर थीं।
अथैया के निधन पर बॉलीवुड के कई कलाकारों ने शोक जताया है। आमिर खान, रेणुका शहाणे और सिमी ग्रेवाल समेत कई कलाकारों ने उनके निधन पर दुख जताया।
रिचर्ड एटनबरो की 1983 में आई फिल्म ‘गांधी’ में अपने काम के लिए अथैया को ऑस्कर पुरस्कार मिला था। अथैया की बेटी राधिका गुप्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आठ वर्ष पहले उनकी मां को ब्रेन ट्यूमर हुआ था तथा तीन वर्ष पहले पक्षाघात हुआ था।
उनके खास मित्रों में से एक सिमी ग्रेवाल ने बताया कि अथैया डिमेंशिया से पीड़ित थीं और उन्हें फिल्म ‘गांधी’ के अलावा और कोई फिल्म याद नहीं थी। उन्होंने कहा कि अथैया अपने पीछे एक विरासत छोड़कर गई हैं।
आमिर खान ने अथैया के साथ 2001 में आई फिल्म ‘लगान’ में काम किया था। उन्होंने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘
‘भानूजी फिल्मी जगत के ऐसे कुछ लोगों में से थीं जो सटीक शोध और सिनेमाई रूझान का बहुत खूबसूरत मेल करके निर्देशक की कल्पना को साकार कर देती थी। भानूजी आपकी कमी खलेगी।’’
रेणुका शहाणे ने अथैया को एक ‘‘शानदार तथा समर्पित कास्ट्यूम डिजाइनर’’ बताया। निर्माता बोनी कपूर ने कहा कि अथैया की उपलब्धि से देश गौरवान्वित हुआ है। ऑस्कर पुरस्कार विजेता साउंड डिजाइनर रसेल पोकुट्टी ने अथैया को ‘‘मार्गदर्शक’’ बताया।
उन्होंने ट्वीट किया,
‘‘जब किसी ने ऑस्कर का नाम भी नहीं सुना था, तब आपने उसे हमारे लिए जीता। आप प्रेरणा हैं। यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।’’
गौरतलब है, कि अथैया का जन्म कोल्हापुर में हुआ था। उन्होंने गुरुदत्त की 1956 में आई फिल्म ‘सीआईडी’ से हिंदी सिनेमा में बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर अपना करियर शुरू किया था। अथैया को रिचर्ड एटेनबरो की फिल्म 'गांधी' के लिए बेस्ट कॉस्ट्यूम के लिए ऑस्कर अवॉर्ड से नवाजा गया था।
अथैया ने करीब 100 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर काम किया। आखिरी बार भानू अथैया ने आमिर खान की फिल्म 'लगान' और शाहरुख खान की फिल्म 'स्वदेस' में कॉस्ट्यूम डिजाइनर के तौर पर काम किया था। साल 2012 में उन्होंने ऑस्कर अवॉर्ड को लौटाने की घोषणा की थी। इस बारे में उन्होंने कहा था कि उनका परिवार और भारत सरकार उनके इस अमूल्य अवॉर्ड का रख-रखाव नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में यह अवॉर्ड अकादमी के संग्रहालय में ही सुरक्षित रहेगा।
(साभार : PTI)