आपके बिजनेस को ग्रो करने में कारगर साबित होंगी सचिन बंसल की ये 12 प्रेरणादायक बातें
सचिन बंसल और उनकी उद्यमशीलता की कहानी ने एक पूरी पीढ़ी को स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। एक टेक उद्यमी और एक उत्साही गेमर, सचिन बंसल को फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक के तौर पर जाना जाता है, जो भारत के ईकॉमर्स का पोस्टर बॉय है।
फ्लिपकार्ट में उन्होंने 11 साल बिताए थे, इस दौरान उन्होंने ई-कॉमर्स स्टार्टअप में मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कार्यकारी अध्यक्ष के पदों को संभाला। हालांकि, 2018 में, उद्यमी ने वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट डील के बाद कंपनी को छोड़ दिया। यह डील 16 बिलियन डॉलर में आंकी गई थी।
उस समय, उनके पास ई-कॉमर्स स्टार्टअप में 5.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी जिसे उन्होंने वॉलमार्ट को बेच दिया था। फ्लिपकार्ट भारत में जेफ बेजोस के नेतृत्व वाले अमेजॉन का मुख्य प्रतिद्वंद्वी है। उस समय उनकी कुल संपत्ति 1 बिलियन डॉलर थी।
फ्लिपकार्ट से बाहर निकलने के बाद, बंसल ने दिसंबर 2018 में बेंगलुरु में अपने दोस्त, अंकित अग्रवाल के साथ बीएसी एकोजीशन (BAC Acquisitions) शुरू किया। उन्होंने अपने नए उद्यम के माध्यम से भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में कई निवेश किए हैं, जिसे नवी टेक्नोलॉजीज का नाम दिया गया है।
नवंबर 2019 में, नवी ने माइक्रो-फाइनेंस इंस्टीट्यूशन चैतन्य इंडिया फिन क्रेडिट (CIFCPL) चलाने वाली कंपनी चैतन्य रूरल इंटरमीडिएट डेवलपमेंट सर्विसेज (CRIDS) में बहुमत हिस्सेदारी हासिल कर ली। बंसल ने CRIDS में 739 करोड़ रुपये का निवेश किया है, और लेन-देन के बाद, वह फर्म के नए सीईओ बन गए।
इसके अलावा बंसल ने कई स्टार्टअप्स जैसे ओला कैब्स, एथर एनर्जी, अनएकेडमी, इनशॉर्ट्स, टीमइंडस, सहित अन्य में कई निवेश किए हैं। जोखिम को लेकर सचिन की भूख ने उन्हें भारतीय स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के कई उद्यमियों के लिए प्रेरणा बना दिया है।
फ्लिपकार्ट के पूर्व सीईओ के कुछ प्रेरणादायक उद्धरण (quotes) इस प्रकार हैं:
"यदि आपके पास एटीट्यूड और सफल होने का जज्बा है तो उम्र कोई मायने नहीं रखती है।"
"'नहीं' अपने आप में काफी मुश्किल शब्द है, खासतौर से हमारी संस्कृति में है, जहां लोग इससे तुरंत आहत हो जाते हैं। हालांकि अगर 'नहीं' शब्द से आपका बिजनेस बढ़ाता हो और कस्टमर 'हां' बोलता हो, तो इसे कहने में कोई गुरेज नहीं।"
"अपने कस्टमर से किए गए वादे को पूरा करना ही सबसे अच्छी सर्विस है।"
“एक स्टार्टअप के तौर पर आपको उन निवेशकों से पैसे लेने चाहिए जो आपके बिजनेस को समझते हों।”
“किसी भी बिजनेस का मुख्य उद्देश्य पैसे कमाना होता है। आपने अपना काम तब तक अच्छे तरीके से नहीं किया है जब तक एक अजनबी आपकी सेवाओं / उत्पादों के लिए अपनी जेब से पैसे देने के लिए तैयार न हो जाए। इसके बाद अगला कदम इसी को बड़े स्तर पर ले जाना का होना चाहिए।”
“अकेले स्टार्ट न कीजिए, क्योंकि जब चीजें अच्छी न चलें तो एक को-फाउंडर का साथ होना काफी मदद पहुंचाता है।”
“यह कोई रहस्य की बात नहीं है कि एक उद्यमी का सफर अकेला होता है। मजबूत इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत बहुत महत्वपूर्ण है।”
"एक उद्यमी को अपने समय की बड़ी चुनौतियों को जरूर हल करना चाहिए। इसके लिए उसे अपनी इंडस्ट्री की काफी अच्छी समझ होनी चाहिए।"
"सफलता का श्रेय लेने के लिए एक हजार लोग आगे आ जाते हैं लेकिन फेल होने की जिम्मेदारी अकेले फाउंडर्स को उठानी पड़ती है।"
“बिजनेस के उतार-चढ़ाव के दौरान एक फाउंडर किन हालातों से गुजरता है उसे कोई नहीं समझ सकता। लेकिन यह कैसे ही होता है। यह आपको अपनी सीमाओं से आगे जाने के लिए प्रेरित करता है और आपको आगे बढ़ने में मदद करता है। ”
“आपको लगातार खुद को अपने बिजनेस की छोटी-छोटी बारीकियों से ध्यान हटाकर ये देखना होता है कि क्या आप सही दिशा में जा रहे हैं, अगर नहीं तो अपनी दिशा बदलिए, अपनी गलतियों से सीखिए और आगे बढ़िए।
"आप अपनी पर्सनल लाइफ में जो भी चीजें करते हैं उसका बिजनेस पर गहरा असर होता है। आप इनके बीच कोई लाइन नहीं खींच सकते हैं और न ही आप अपनी भूमिका बदल सकते हैं।"
"निवेशकों के साथ रणनीतिक साझेदारी बनाना काफी अहम है। लंबी अवधि में वे काफी मायने रखते हैं।"