IREDA और IIT भुवनेश्वर ने स्वच्छ ऊर्जा नवाचार के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
आईआईटी भुवनेश्वर में आयोजित 100 क्यूब स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव में 11 फरवरी, 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए, जिसका उद्देश्य नवाचार और अनुसंधान पहल, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में सहयोगात्मक प्रयासों का समर्थन करना है.
भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (IREDA) ने IIT भुवनेश्वर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
आईआईटी भुवनेश्वर में आयोजित 100 क्यूब स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव में 11 फरवरी, 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए, जिसका उद्देश्य नवाचार और अनुसंधान पहल, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में सहयोगात्मक प्रयासों का समर्थन करना है.
इरेडा और आईआईटी भुवनेश्वर के बीच यह सहयोग, संयुक्त अनुसंधान प्रयासों व टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को सुविधाजनक बनाएगा तथा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को व्यापक समर्थन प्रदान करेगा. इसमें प्रशिक्षण कार्यक्रम, सेमिनार और कार्यशालाएं जैसी क्षमता निर्माण पहल भी शामिल होंगी, जिनसे इरेडा अधिकारियों के कौशल को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और आईआईटी भुवनेश्वर के निदेशक प्रो. श्रीपाद कर्मलकर की उपस्थिति में इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास और आईआईटी भुवनेश्वर के स्वतंत्र निदेशक डॉ. देबी प्रसाद डोगरा ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
इस अवसर पर इरेडा के सीएमडी ने कहा, "आईआईटी भुवनेश्वर के साथ यह साझेदारी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार और सतत विकास को बढ़ावा देने की दिशा में हमारी यात्रा की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. दोनों संगठनों की विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाकर, हमारा लक्ष्य प्रभावशाली अनुसंधान पहल को गति देना तथा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देना है."