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हैदराबाद का यह युगल अपनी छत पर उगा रहा है 500 गमलों में फल और फूल

हैदराबाद का यह युगल अपनी छत पर उगा रहा है 500 गमलों में फल और फूल

Monday January 06, 2020 , 3 min Read

पद्म और श्रीनिवास पिनांका अपनी छत पर 500 गमलों में 22 किस्म के फल, 18 प्रकार की सब्जी और कई तरह के फूल उगते हैं।

पद्म्न

अपने रूपटॉप गार्डेन में पद्म पिनाका


जैविक खेती की लोकप्रियता अब शहरी क्षेत्रों में भी बढ़ गई है। आज बहुत से लोग अपने घरों के आसपास या छतों पर छोटी जगहों पर खेती करने लगे हैं। हैदराबाद के मदिनागुड़ा में दीप्ति श्रीनगर कॉलोनी के निवासी पद्म और श्रीनिवास पिनाका ने एक संपन्न छत उद्यान में बीते पाँच वर्षों में 600 से अधिक पौधे उगाए हैं।


हंस इंडिया से बात करते हुए पद्म कहते हैं,

"हम फल की 22 किस्में, 18 प्रकार की सब्जियां और कई प्रकार के फूल उगाते हैं। हमने 500 से अधिक गमले लगाने में कामयाबी हासिल की है, जिसमें हम फल और सब्जियां उगाते हैं। हमारा बगीचा 850 वर्ग फुट में फैला है। हमारे यार्ड में कम जगह होने के बावजूद मैं और मेरे पति पौधों के लिए अपने जुनून को एक कृषि आश्चर्य में बदलने में कामयाब रहे हैं और हमने हमारे पड़ोस और कई शहरी खेती प्रेमियों को प्रेरित किया है। शहर भर के शहरी कृषक प्रेमी हमारे बगीचे में हो रही कृषि देखने जाते हैं।"

पद्मा के गार्डन में 500 से अधिक गमले हैं, जिसे वह दिन में तीन बार पानी देती है और उसके पति श्रीनिवास कीड़े और बंदरों को इन गमलों से दूर रखने पर ध्यान रखते हैं। खेती के लिए दंपति के पास पानी जमा करने के लिए 150 लीटर का ड्रम है।ये अपनी खेती के लिए केवल जैविक खाद का उपयोग करते हैं।


इस बगीचे में 15 से 30 साल पुराने पौधे हैं। राज्य सरकार ने और उनके प्रयासों के लिए साल 2018 में पद्म को सर्वश्रेष्ठ छत बागवानी पुरस्कार से भी सम्मानित किया है।



ये दंपती अपनी खेती में रिसाइकलिंग पर भी खासा ध्यान देते हैं। पद्म एक कैन का उपयोग करने के बजाय, पौधों को पानी देने के लिए एक स्प्रे बोतल का उपयोग करते है, जिससे पानी का संरक्षण होता है।


तेलंगाना टुडे से बात करते हुए पद्म कहते हैं,

"बोन्साई वृक्ष के लिए भी, मैंने एक पैसा खर्च नहीं किया। मैंने 2004 में नामपल्ली पब्लिक गार्डन्स में क्लासेस अटेंड करके गार्डनिंग का ज्ञान हासिल किया। हालांकि मैं तकनीकी-प्रेमी व्यक्ति नहीं हूं लेकिन मैंने गूगल से खुद को परिचित करवाया, यहां तक कि खेती से संबंधित पुस्तकों ने मुझे जैविक बागवानी के बारे में ज्ञान प्राप्त करने में बहुत मदद की।”

ज्यादातर समय पद्म अपने बगीचे के लिए रसोई के कचरे का उपयोग करती है, जैसे कि अंडे के छिलके और खाना पकाने के तेल को कीड़ों को दूर रखने के लिए उपयोग में लाते हैं। यदि आप खेती के उसके नए तरीकों के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो आप उसके YouTube चैनल,  ‘Patnam Lo Palleturu by Pinnaka Padma’ पर जा सकते हैं।