जब सुबह का भुला शाम को घर लौटा
मुम्बई से भागा बच्चा तिरुवनंतपुरम में मिला
मां की डांट से नाराज होकर करीब एक सप्ताह पहले घर से भागे 13 वर्षीय बच्चे को केरल से बरामद कर उसके माता-पिता से मिलवाया गया। 12 दिसम्बर को बच्चे की मां को तिरुवनंतपुरम से एक अज्ञात नंबर से ‘मिस कॉल’ आई थी। वकोला पुलिस को सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद भी बच्चे के बारे में कुछ पता नहीं चला। वरिष्ठ निरीक्षक कैलाश अवध ने बच्चे का पिता बनकर बात की।
महाराष्ट्र में मां की डांट से नाराज होकर करीब एक सप्ताह पहले घर से भागे 13 वर्षीय बच्चे को केरल से बरामद कर उसके माता-पिता से मिलवाया गया। वाकोला पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक कैलाश अवध ने बताया कि बच्चा बीते चार दिसम्बर को उपनगरीय गोरेगांव स्थित अपने घर से लोकल ट्रेन में सवार होकर वकोला गया था, जहां उसकी मां घरेलू सहायिका का काम करती है।
वहीं पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्चे के पिता एक निजी कम्पनी में काम करते हैं, जिन्हें उनके बेटे के घर से अकेले जाने की जानकारी नहीं थी। बच्चा जब मां से उसके कार्यस्थल पर उनसे मिला तो उन्होंने उसे अकेले वकोला आने के लिए फटकार लगाई। डांट से नाराज बच्चे ने वकोला से उपनगरीय कुर्ला की बस पकड़ी। इसके बाद वह कुर्ला स्थित लोकमान्य तिलक टर्मिनस गया और वहां से तिरुवनंतपुरम जाने वाली ट्रेन पकड़ ली।
आपको बता दें कि इस बीच, बच्चे के घर ना आने पर पिता ने वकोला पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद भी बच्चे के बारे में कुछ पता नहीं चला।
एसएसपी कैलाश अवध ने बताया कि 12 दिसम्बर को बच्चे की मां को एक अज्ञात नंबर से ‘मिस कॉल’ आई और उन्होंने इसकी जानकारी उन्हें (वरिष्ठ निरीक्षक कैलाश अवध) दी। जिसके बाद उस नंबर पर उन्होंने फोन किया तो एक व्यक्ति ने फोन उठाया और बताया कि वह तिरुवनंतपुरम से बात कर रहा है।
अवध ने बताया कि उन्होंने बच्चे का पिता बनकर बात की और उनके वहां पहुंचने तक ‘‘उसके बेटे’’ को सुरक्षित रखने को कहा।
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद मुम्बई पुलिस के अधिकारी तिरुवनंतपुरम पहुंचे और बच्चे को गत शनिवार को अपने माता-पिता से मिलाया।